कोलकाता में एक मदरसे के प्रधानाध्यापक को अपने छात्रों को राष्ट्र गान सीखना महंगा पड़ गया! खबर के मुताबिक तलपुकुर आरा हाई मदरसा के अध्यापक अपने छात्रों को भारतीय राष्ट्रगान सीखा रहे थे जिससे नाराज़ हो कर कुछ अन्य मौलानाओं ने उनपर हमला किया और उन्हें चोट पहुचाई . इतना ही नहीं उनका मदरसे में घुसने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है!
बड़ी बात ये है कि यह घटना पश्चिम बंगाल में हुई जहाँ पर पैदा हुए रबिन्द्र नाथ टैगोर ने भारतीय राष्ट्र गान को लिखा है!
आरोपित मौलाना और मौलवियों (जिन्होंने प्रधानाध्यापक पर हमला किया था) पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि वो ISIS के समर्थन में काम कर रहे हैं ! (IndiaTVNews). साथ ही साथ इन लोगों ने क़ाज़ी मासूम अख्तर के खिलाफ यह फतवा भी ज़ारी किया है कि जब तक वह पूरे मुस्लिम लिबास एवं तौर तरीको से साथ नही रहते उनके मदरसे भी घुसने पर प्रतिबन्ध है !
लिबरल आउटलुक से है मौलवियों की नाराज़गी
अख्तर क्लीन शेव में रहते हैं एवं आम तौर पर शर्ट पैंट पहन कर मदरसा जाया करते हैं! मदरसे के मौलवियों के अनुसार अख्तर को अपनी दाढ़ी बढ़ाने को कहा गया है और साथ ही साथ हर महीने बढ़ी हुई दाढ़ी कि फोटो भेज कर मौलवियों को अपडेट देते रहने का फरमान सुनाया गया है ! मदरसे के मौलवियों के अनुसार हिन्दू राष्ट्रगान गाना और हिन्दू झंडे को फहराना एंटी इस्लामिक है!
इससे पहले मार्च 2015 में अख्तर पर हुए हमले में उन्हें लोहे की रॉड से मारा गया था जिसमें उन्हें काफी चोटें आई थी. इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल को पत्र भी लिखा था जिसपर अभी तक कोई जवाब नहीं आया है!
अपने लिबरल आउटलुक की वजह से अख्तर चरमपंथियों के निशाने पर हैं . अख्तर लड़कियों की शिक्षा का भी समर्थन करते हैं ! धमकी मिलने से पहले अख्तर नें एक अभियान चला कर मुस्लिम परिवारों को मनाने की कोशिश की थी कि वो अपनी बेटियों को आगे कि पढाई करने के लिए स्कूल या मदरसे में भेजें! यह बात मदरसे के मौलानाओं को रास नहीं आई!
प्रदेश के पुलिस कमिशनर ने अल्पसंख्यक आयोग को लिखे अपने जवाब में लिखा है कि वह अख्तर को सुरक्षा दे पाने में असमर्थ हैं क्युकी अख्तर कि उपस्थिति इलाके में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा सकती है !