बुधवार 20 जनवरी का दिन भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के इतिहास में एक सुनहरे दिन के तौर पर याद किया जाएंगे . आज सुबह इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसन्धान संस्थान ISRO) के वैज्ञानिकों ने एक और बड़ी कामयाबी हासिल की जब IRNSS (इंडिया रीजनल नेविगेशन सेटेलाइट सिस्टम) सीरीज के पांचवें उपग्रह को सफलता पूर्वक अंतरिक्ष में लांच कर दिया गया .
यह इंडिया रीजनल नेविगेशन सेटेलाइट सिस्टम पीएसएलवी-सी31 (PSLV-C31) रॉकेट के जरिए ये उपग्रह अंतरिक्ष में भेजा जा रहा है. साल 2015 में भारतीय वैज्ञानिकों ने देश को यह बड़ा तोहफा दिया है .
इंडिया रीजनल नेविगेशन सेटेलाइट सिस्टम के सफल प्रक्षेपण पर ख़ुशी जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है। उन्होंने कहा कि ये इसरो और हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत, गतिशीलता और दृढ़ संकल्प का नतीजा है की आज इंडिया रीजनल नेविगेशन सेटेलाइट सिस्टम अंतरिक्ष में भलीभांति लांच हो गया है .
इस इंडिया रीजनल नेविगेशन सेटेलाइट सिस्टम (IRNSS-1E) को बुधवार को स्पेस सेंटर श्रीहरिकोटा से सुबह करीब 9 बजकर 31 मिनट पर पीएसएलवी-सी31 के द्वारा लॉन्च किया गया। इस लॉच के लिए काउंट डाउन दो दिन पहले यानी 48 घंटे पहले ही शुरू हो गया था। इसरो के चेयरमैन एएस किरन कुमार ने इसकी जानकारी दी थी। आईआरएनएसएस-1ई आईआरएनएसएस स्पेस सिस्टम का पांचवां नेविगेशन सेटेलाइट है।
इसका विन्यास पहले भेजे गए आईआरएनएसएस-1ए, 1बी, 1सी और 1डी के समान है। इसमें नेविगेशन और रेंजिंग, दो पे-लोड हैं।