यदि मैं प्रधानमंत्री होता! – लेख
हमारा देश भारत एक गणतंत्र देश है। प्रधानमंत्री का पद यहाँ उत्तरदायित्व व गरिमा का माना जाता है। कोई भी योग्य व्यक्ति जो भारत का नागरिक है, चुनाव में भाग लेकर प्रधानमंत्री बन सकता है।
भारत का प्रधानमंत्री बनना बहुत गौरव की बात है। प्रधानमंत्री बनना कोई बच्चों का खेल नहीं है। इसके लिये राजनीतिक कार्यों तथा देश विदेश की नीतियों इत्यादि का ज्ञान तथा अनुभव होना बहुत जरूरी है।
मेरे लिये प्रधानमंत्री बनना एक स्वप्न सच होने के समान है। मुझमें प्रधानमंत्री बनने की न तो योग्यता है और न अनुभव। किन्तु मेरे मन में एक विचार बार बार उठता है कि यदि मैं भारत का प्रधानमंत्री बन जाऊँ।
संयोग ही होगा अगर मैं प्रधानमंत्री पद तक पहुँच गया। संयोग से अगर मैं प्रधानमंत्री बन गया तो मैं अपने देश के विकास व उत्थान के कार्यों में जुट जाऊँगा। सबसे पहले देश को सुरक्षा की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाने के लिये देश में नयी नयी तकनीक के अस्त्रों शस्त्रों के निर्माण करवाऊँगा।
अपने देश में फैली बेरोजगारी को दूर करने के लिये शिक्षा नीति में परिवर्तन कर उसे रोजगार उन्मुख बनाऊँगा।
हमारे यहाँ किसानों की आत्महत्या के समाचार अक्सर पढ़ने में आ रहें हैं। इसके लिये अपने अन्नदाताओं को अच्छे से अच्छे बीज, खाद और उपकरण सस्ते व्याज दर पर उपलब्ध करवाऊँगा।
देश की शान्ति को भंग करने वाले अराजक तत्वों और आतंकवादियों को कड़ी से कड़ी सजा दूँगा। स्कूल और कालेज में पढ़ने वाले होषियार बच्चों के लिये अधिक से अधिक छात्रवृतियों की व्यवस्था करूँगा। स्कूल और कालेजों में खेल कूद को भी शिक्षा का एक हिस्सा बनाया जायेगा।
शराब, सिगरेट और अन्य नशीली वस्तुओं के उपभोग पर पूरी पाबन्दी होगी। टी.वी. पर और पिक्चर हाल में अच्छी फिल्मों व अच्छे कार्यक्रमों को ही प्रसारित एवं प्रदर्शित किया जायेगा।
मेरा देश ‘भारत’ महान है। इसे विश्व के अग्रणी देशों की पंक्ति में पहुँचाने का प्रयत्न करूँगा, अगर मैं भारत का प्रधानमंत्री बना तो…..