निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
विरासत में मिली चीज़ों की बड़ी सँभाल क्यों होती है? स्पष्ट कीजिए।
विरासत में मिली चीज़ों की बड़ी सँभाल इसलिए होती है क्योंकि ये वस्तुएँ हमें अपने पूर्वजों की, अपने इतिहास की याद दिलाती हैं। इनसे हमारा भावनात्मक संबंध होता है। इसलिए इन्हें अमूल्य माना जाता है। ये तात्कालिक परिस्थितियों की जानकारी के साथ दिशानिर्देश भी देती हैं। इसलिए इन्हें सँभाल कर रखा जाता है।
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
इस कविता से तोप के विषय में क्या जानकारी मिलती है?
इस कविता में तोप के विषय में जानकारी मिलती है कि यह अंग्रेज़ों के समय की तोप है। 1857 में उसका प्रयोग शक्तिशाली हथियार के रुप में किया गया था। अनगिनत शूरवीरों को मार गिराया गया था क्योंकि इसका प्रयोग अंग्रेज़ों द्वारा हुआ था। आखिरकार अब इस तोप को मुँह बन्द करना पड़ा। अब यह केवल खिलौना मात्र है। चिड़िया इस पर अपना घोंसला बना रही है, उसमें बच्चे खेल रहे हैं।
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
कंपनी बाग में रखी तोप क्या सीख देती है?
कंपनी बाग में रखी तोप यह शिक्षा देती है कि अत्याचार का अंत होता है। मानव विरोध के सामने उसे हार माननी पड़ती है। किस प्रकार अंग्रेज़ों ने अत्याचार किए पर अंत में भारत को छोड़ना ही पड़ा। तोप की तरह चुप होना ही पड़ा।
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
कविता में तोप को दो बार चमकाने की बात की गई है। ये दो अवसर कौन-से होंगे?
भारत की स्वतंत्रता के प्रतीक चिह्न दो बड़े त्योहार 15 अगस्त और 26 जनवरी गणतंत्र दिवस है। इन दोनों अवसरों पर तोप को चमकाकर कंपनी बाग को सजाया जाता है। इससे शहीद वीरों की याद दिलाई जाती है।
भाव स्पष्ट कीजिए–
अब तो बहरहाल
छोटे लड़कों की घुड़सवारी से अगर यह फ़ारिग हो
तो उसके ऊपर बैठकर
चिड़ियाँ ही अकसर करती हैं गपशप।
इन पंक्तियों में कवि ने 1857 के स्वतंत्रता संघर्ष को दबाने हेतु जिस तोप ने जबरदस्त प्रदर्शन किया, कितने ही वीरों को अपने गोलों का निशाना बनाया। आखिरकार वह शांत हो गई। अब उस पर छोटे लड़के बैठ कर घुड़सवारी करते हैं तथा चिड़ियाँ गपशप करती है।
भाव स्पष्ट कीजिए–
वे बताती हैं कि दरअसल कितनी भी बड़ी हो तोप
एक दिन तो होना ही है उसका मुँह बंद।
पक्षी तोप के मुँह में घुस जाते हैं। इस तरह यह पता लगता है कि कोई भी कितनी भी अटारी क्यों न हो एक दिन वह समाप्त हो जाती है, हिंसा और निरंकुशता समाप्त होती ही है।
भाव स्पष्ट कीजिए–
उड़ा दिए थे मैंने
अच्छे–अच्छे सूरमाओं के धज्जे।
उनका भाव प्रस्तुत किया है कि तोप इतनी ताकतवर थी कि इसके सामने वीर से वीर भी नहीं टिक पाता था। अच्छे-अच्छे सूरमाओं की धज्जियाँ उड़ा दी थी।
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
विरासत में मिली चीज़ों की बड़ी सँभाल क्यों होती है? स्पष्ट कीजिए।
विरासत में मिली चीज़ों की बड़ी सँभाल इसलिए होती है क्योंकि ये वस्तुएँ हमें अपने पूर्वजों की, अपने इतिहास की याद दिलाती हैं। इनसे हमारा भावनात्मक संबंध होता है। इसलिए इन्हें अमूल्य माना जाता है। ये तात्कालिक परिस्थितियों की जानकारी के साथ दिशानिर्देश भी देती हैं। इसलिए इन्हें सँभाल कर रखा जाता है।
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
इस कविता से तोप के विषय में क्या जानकारी मिलती है?
इस कविता में तोप के विषय में जानकारी मिलती है कि यह अंग्रेज़ों के समय की तोप है। 1857 में उसका प्रयोग शक्तिशाली हथियार के रुप में किया गया था। अनगिनत शूरवीरों को मार गिराया गया था क्योंकि इसका प्रयोग अंग्रेज़ों द्वारा हुआ था। आखिरकार अब इस तोप को मुँह बन्द करना पड़ा। अब यह केवल खिलौना मात्र है। चिड़िया इस पर अपना घोंसला बना रही है, उसमें बच्चे खेल रहे हैं।
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
कंपनी बाग में रखी तोप क्या सीख देती है?
कंपनी बाग में रखी तोप यह शिक्षा देती है कि अत्याचार का अंत होता है। मानव विरोध के सामने उसे हार माननी पड़ती है। किस प्रकार अंग्रेज़ों ने अत्याचार किए पर अंत में भारत को छोड़ना ही पड़ा। तोप की तरह चुप होना ही पड़ा।
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
कविता में तोप को दो बार चमकाने की बात की गई है। ये दो अवसर कौन-से होंगे?
भारत की स्वतंत्रता के प्रतीक चिह्न दो बड़े त्योहार 15 अगस्त और 26 जनवरी गणतंत्र दिवस है। इन दोनों अवसरों पर तोप को चमकाकर कंपनी बाग को सजाया जाता है। इससे शहीद वीरों की याद दिलाई जाती है।
भाव स्पष्ट कीजिए–
अब तो बहरहाल
छोटे लड़कों की घुड़सवारी से अगर यह फ़ारिग हो
तो उसके ऊपर बैठकर
चिड़ियाँ ही अकसर करती हैं गपशप।
इन पंक्तियों में कवि ने 1857 के स्वतंत्रता संघर्ष को दबाने हेतु जिस तोप ने जबरदस्त प्रदर्शन किया, कितने ही वीरों को अपने गोलों का निशाना बनाया। आखिरकार वह शांत हो गई। अब उस पर छोटे लड़के बैठ कर घुड़सवारी करते हैं तथा चिड़ियाँ गपशप करती है।
भाव स्पष्ट कीजिए–
वे बताती हैं कि दरअसल कितनी भी बड़ी हो तोप
एक दिन तो होना ही है उसका मुँह बंद।
पक्षी तोप के मुँह में घुस जाते हैं। इस तरह यह पता लगता है कि कोई भी कितनी भी अटारी क्यों न हो एक दिन वह समाप्त हो जाती है, हिंसा और निरंकुशता समाप्त होती ही है।
भाव स्पष्ट कीजिए–
उड़ा दिए थे मैंने
अच्छे–अच्छे सूरमाओं के धज्जे।
उनका भाव प्रस्तुत किया है कि तोप इतनी ताकतवर थी कि इसके सामने वीर से वीर भी नहीं टिक पाता था। अच्छे-अच्छे सूरमाओं की धज्जियाँ उड़ा दी थी।
NCERT Solutions Class 10 Hindi – Sparsh – ALL Chapters (हिन्दी स्पर्श के सभी पाठ के प्रश्न-उत्तर)
Chapter 1: साखी
Chapter 2: पद
Chapter 3: दोहे
Chapter 4: मनुष्यता
Chapter 5: पर्वत प्रदेश में पावस
Chapter 6: मधुर-मधुर मेरे दीपक जल
Chapter 7: तोप
Chapter 8: कर चले हम फ़िदा
Chapter 9: आत्मत्राण
Chapter 10: बड़े भाई साहब
Chapter 11: डायरी का एक पन्ना
Chapter 12: तताँरा-वामीरो कथा
Chapter 13: तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र
Chapter 14: गिरगिट
Chapter 15: अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले
Chapter 16: पतझर में टूटी पत्तियाँ
Chapter 17: कारतूस
Chapter 1: हरिहर काका
Chapter 2: सपनों के से दिन
Chapter 3: टोपी शुक्ला
NCERT SOLUTIONS FOR CLASS 10 – All Subjects