Advertisement

व्यापारी तथा जहाज का कप्तान – शिक्षाप्रद कहानी

एक बार एक व्यापारी समुन्द्री यात्रा कर रहा था। एक दिन उसने जहाज के कप्तान से पूछा कि उसके पिता की मृत्यु किस कारण हुई थी। कप्तान ने उत्तर दिया- ”श्रीमान जी! मेरे पिता जी, मेरे दादा जी और मेरे परदादा जी तीनों की मृत्यु समुन्द्र में डूबने से हुई।“

व्यापारी तथा जहाज का कप्तान - शिक्षाप्रद कहानी

Advertisement

”तो क्या तुम्हें यह भय नहीं सताता कि तुम भी समुन्द्र में डूब जाओगे?“ व्यापानी ने कहा।

”बिल्कुल नहीं।“ कप्तान ने कहा- ”क्या आप मुझे बताएंगे श्रीमान जी कि आपके पिता, आपके दादा और आपके परदादा जी की मृत्यु कैसे हुई थी?“

Advertisement

”भाई, वे तो वैसे ही मरे, जैसे हजारों लाखों मरते हैं, यानी अपने-अपने बिस्तरों पर!“ व्यापारी ने उत्तर दिया।

कप्तान ने तुरंत कहा- ”तो जब आप बिस्तर पर जाने से नहीं डरते तो मैं समुन्द्र में कप्तानी करने से क्यों डरूं ?“

Advertisement

निष्कर्ष- जब हम खतरों से खेलना सीख जाते हैं तो फिर वो हमें अधिक खतरनाक नहीं लगते।

Advertisement