नई दिल्ली। आज तक आपने नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर ही देखी होगी और मन में कई बार सवाल आया होगा कि अन्य महापुरुषों को भारतीय नोटों पर चित्रित क्यों नहीं किया जाता है? आजादी के वर्षों बाद आज अगर मोदी सरकार चाहे तो ऐसा किया जा सकता है !
जी हां, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास एक प्रस्ताव आया है जिसमें अब भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी के साथ-साथ बीआर अंबेडकर और स्वामी विवेकानंद की तस्वीरें भी छपने की बात कही गई है। यह प्रस्ताव नरेंद्र जाधव ने दिया है जो अंबेडकर की 125वीं जयंती के लिए मोदी की अगुवाई में बनी नेशनल कमेटी के सदस्य है। अगर पीएम मोदी इस प्रस्ताव को मान लेते हैं तो नोटों पर जल्दी ही इनकी तस्वीरें भी नजर आ सकती हैं।
किसी भी देश की करंसी पर बड़े और दिग्गज लोगों की तस्वीरें छपती हैं। जाधव ने कहा कि भारत में 1996 से सभी नोटों पर सिर्फ महात्मा गांधी की ही तस्वीर छपती आ रही है और इसमें बदलाव करना एक बड़ा कदम होगा। जाधव ने इस प्रस्ताव की पुष्टि करते हुए कहा कि मैंने कमिटी की पहली मीटिंग में पीएम को ये सुझाव दिया था। मैंने कहा कि यूएस और यूके की करंसियों पर कई बड़ी हस्तियों की तस्वीरें छपती हैं और ऐसा भारत में भी हो सकता है।
डॉ अंबेडकर एक अर्थशास्त्री थे और उन्होंने रिजर्व बैंक की स्थापना में अपना बौद्धिक योगदान भी दिया था। स्वामी विवेकानन्द भी राजनीति में काफी सक्रिय रहे है।
अगर यह प्रस्ताव मान लिया जाता है तो ऐसा करने वाले मोदी प्रथम प्रधानमंत्री हो जाएंगे! एक तरफ इस प्रस्ताव को सोशल मीडिया पर लोगों का भरी समर्थन मिल रहा है! वही दूसरी तरफ कई लोगों का यह भी कहना है पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल क़लाम साहिब को भी स्थान दिया जाए तो तथाकथित धर्मनिरपेक्ष लोगों को बेवज़ह प्रतिक्रिया व्यक्त करने का मौक़ा भी नहीं मिलेगा और एक क़ाबिल इंसान कलाम साहिब को सम्मान भी मिल जायेगा।
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अब देखना यह है कि योजना मोदी सरकार को पसंद आएगी या नहीं!