कश्मीर में उपद्रवियों से निपटने के लिए अब सेना प्लास्टिक बुलेट का उपयोग करेगी| केंद्र की बीजेपी सरकार ने उपद्रवियों के बढ़ते हुए उपद्रव को रोकने के लिए सेना को खुली छूट दे दी है| केंद्र सरकार ने सेना को 1000 प्लास्टिक बुलेट भिजवा दी है| सेना को आदेश है कि अगर जरुरत पड़े तभी पेलेट गन का भी उपयोग कर सकती है|

केंद्र सरकार ने प्लास्टिक बुलेट के संकेत दिए थे
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पहले ही सीक्रेट वेपन के संकेत दे दिए थे| कश्मीर में पेलेट गन के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए चल रही सुनवाई में केंद्र सरकार ने कोर्ट को बताया था| हम बहुत जल्दी एक सीक्रेट वेपन ला रहे है| जिसका इस्तेमाल पेलेट गन से पहले किया जायेगा| केंद्र सरकार ने कोर्ट को बताया जब उपद्रवियों पर बदबूदार पानी, लेजर डेजलर आदि का भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता| तब सेना को पेलेट गन का उपयोग करना पड़ता है| हम बहुत जल्द प्लास्टिक बुलेट लाएंगे| जिसका प्रयोग पेलेट गन से पहले किया जायेगा|
सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दलील दी थी कि जंतर-मंतर पर होने वाले आंदोलन और कश्मीर में होने वाले आंदोलन एक नहीं है| कश्मीर में उपद्रवी सेना पर ग्रेनेड बम, मॉकटेल बम, पेट्रोल बम आदि फेकते है| निजी और सरकारी सम्पत्तियो को नुकसान पहुंचाया जाता है| जिसका सेना को उत्तर देना पड़ता है| यदि सेना सख्त बर्ताव नहीं करेगी| तो भीड़ काबू में नहीं आएगी|
पेलेट गन सेना के पास होगा आखिरी विकल्प
गृह मंत्रालय के अनुसार पहले सेना प्लास्टिक बुलेट का प्रयोग करेगी| उसके बाद भी अगर पत्थरबाज नहीं रुके तो सेना को पेलेट गन के इस्तेमाल की पूरी छूट होंगी| मंत्रालय ने आदेश दिया है कि पेलेट गन को आखिरी विकल्प के रूप में ही प्रयोग किया जाये| सेना को बोला गया है कि अगर हालत बहुत ज्यादा बिगड़ जाये, तभी वो पेलेट गन का इस्तेमाल पत्थरबाजों पर करें|
ज्ञात हो कि अंतिम बार सेना द्वारा पेलेट गन के उपयोग से काफी लोग लंगड़े-लूले हो गए थे| एक याचिकाकर्ता ने इस पर तुरंत रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली थी| कोर्ट ने याचिकाकर्ता से उपद्रवियों को रोकने का विकल्प पूछा है| याचिकाकर्ता को 2 हफ्ते के अंदर अपना जबाब देना है|