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सहस्रानन में कौन सा समास है? सहस्रानन का समास-विग्रह क्या है?

Sehsranan mein kaun sa samas hai? Sehsranan ka samas-vigrah kya hota hai?

सहस्रानन में कौन सा समास है?

बहुब्रीहि समास – सहस्रानन शब्द में बहुब्रीहि समास है।
सहस्रानन में समास का उपभेद समानाधिकरण बहुब्रीहि समास है
Sehsranan mein kaun sa Samas hota hai?
Bahuvrihi Samas  – Sehsranan shabd mein Bahuvrihi Samas  hai.

सहस्रानन का समास-विग्रह क्या है? Sehsranan ka Samas-Vigrah kya hai?

सहस्रानन शब्द का समास-विग्रह निम्नानुसार होगा :

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समास (समस्त पद) समास-विग्रह
सहस्रानन : सहस्र है आनन जिसके
Sehsranan : Sehsar hai aanan jiske

क्योंकि सहस्रानन में बहुब्रीहि समास है इसलिए हमने विद्यार्थियों की सहायता के लिए बहुब्रीहि समास की परिभाषा, भेद और उदाहरण को यहाँ पर संक्षेप में समझाया है। अगर विद्यार्थी बहुब्रीहि समास को विस्तार से पढ़ना चाहें तो नीचे दिये गए लिंक (बहुब्रीहि समास की परिभाषा – ) पर जा कर पढ़ सकते हैं।

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बहुब्रीहि समास की परिभाषा –

बहुब्रीहि समास [ सूत्र-अनेकमन्य पदार्थे ]-जिस समास में दोनों पद प्रधान न होकर कोई अन्य पद की प्रधानता होती है। उसे बहुब्रीहि समास कहते है। जैसे-दशानन-दस है मुख जिसके अर्थात् रावण

बहुब्रीहि समास के उदाहरण –

समानाधिकरण बहुब्रीहि समास के उदाहरण नीचे दिये गए हैं। विद्यार्थियों को इनका लिख लिख कर अभ्यास करना चाहिए।

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समास (समस्त पद) – समास-विग्रह
त्रिनेत्र – तीन है नेत्र जिसके अर्थात् शंकर
एकदंत – एक है दाँत जिसके अर्थात् गणेश
यशोधन – यश ही है धन जिसका अर्थात् विशेष व्यक्ति
गोपाल – गौ का पालन करता है जो
चतुरानन – चार हैं आनन (मुंह) जिसके अर्थात ब्रह्मा
त्रिवेणी – तीन वेणिया मिलती है जहाँ अर्थात् प्रयाग
दिगम्बर – दिक् (दिशाए) है अम्बर (वस्त्र) जिसका
पकज – पंक (कीचड़) में जन्म लेने वाला अर्थात कमल
वज्रदेह – वज्र है देह जिसकी (दुर्योधन)
सुलोचना – सुन्दर है लोचन जिसका अर्थात् मेघनाथ की पत्नी

समास की परिभाषा :

समास का तात्पर्य होता है-‘संक्षिप्तीकरण’ और इसका शाब्दिक अर्थ होता है छोटा रूप। अथार्त जब दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर जो नया और छोटा शब्द बनता है उस शब्द को समास (Samas) कहते हैं। समास रचना में दो पद होते हैं। प्रथम पद को ‘पूर्वपद ‘ कहा जाता है और द्वितीय पद को ‘उत्तरपद ‘ कहा जाता है। इन दोनों से जो नया शब्द बनता है वो”समस्त पद” या” सामासिक शब्द” कहलाता है।

समास-विग्रह क्या होता है?

जब समस्त पद के सभी पद अलग-अलग किये जाते हैं उसे समास-विग्रह (Samas Vigrah) कहते हैं। समास-विग्रह सामासिक पद के शब्दों के मध्य संबंध को स्पष्ट करने के लिए किया जाता है।

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परीक्षा में सहस्रानन समस्त पद को लेकर कई प्रकार से प्रश्न पूछा जा सकता है जैसे कि सहस्रानन में कौन सा समास है? सहस्रानन शब्द में कौन सा समास होगा? सहस्रानन में कौन सा समास होता है? सहस्रानन में कौन सा समास है बताइये सहस्रानन का समास विग्रह बताइए सहस्रानन का समास विग्रह क्या है? सहस्रानन का समास विग्रह क्या होगा? आदि।

समास – परिभाषा, भेद, उदाहरण, समास-विग्रह

समास अभ्यास प्रश्न (Samas Worksheet)

समास में किन पदों का होना आवश्यक है ?
महादेव में कौन सा समास है
राष्ट्रपति में कौन सा समास है
“हरफनमौला”,में कौन सा समास है?
महाराजा में कौन सा समास है
घुड़सवार में कौन सा समास है
हिमालय में कौन सा समास है
मित्र मंडली सामाजिक पद में कौन सा समास है
कौन सा समास है?
घुड़सवार में कौन सा समास है
एकाएक का समास विग्रह
समास विग्रह से क्या तात्पर्य है
हिमालय का समास विग्रह
पर्वतारोही का समास विग्रह
मुंहतोड़ का समास विग्रह
प्रतिदिन का समास विग्रह

25 Important परीक्षा में पूछे जाने वाले सामासिक शब्द के उदाहरण:

सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में समास संबंधी प्रश्न पूछे जाते हैं जिनमें मार्क्स लाना आसान होता है किन्तु सही जानकारी और अभ्यास के अभाव में अक्सर विद्यार्थी समास के प्रश्न में अंक लाने में कठिनाई अनुभव करते हैं। हमने प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले समास के उदाहरण और समास-विग्रह के महत्वपूर्ण सामासिक पदों का संकलन किया है जिनका अभ्यास करके आप पूर्ण अंक प्राप्त कर सकते हैं।

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