वही आरोप यह भी है कि मिटटी देने वाली और उस मॉल को बनाने वाली कंपनी आरजेडी विधायक सैय्यद अबु दौजाना की है| इस कम्पनी को बिहार सरकार ने बिना किसी टेंडर के मिट्टी भरने का ठेका दिया| जिससे लालू परिवार को सीधे-सीधे 90 लाख रूपए का निजी फायदा हुआ है| बिहार सरकार के मुख्य सचिव ने जांच के आदेश दे दिए है| अब देखना होगा कि क्या बिहार में निष्पक्ष जांच होगी| अगर जांच में दोषी पाया गया तो किसे सजा होगी और कितनी?