Koun Sa Kaam Subah Sabse Pehle karne Se Prasanna Hoti Hai Lakshmi Ji
शास्त्रों में महालक्ष्मी की कृपा पाने के विभिन्न उपाय दर्ज हैं। मां लक्ष्मी को किस मंत्र, किस उपाय एवं किस प्रकार के कर्मों से खुश किया जा सकता है, यह सभी बातें हमारे शास्त्र हमें बताते हैं।
देवी लक्ष्मी के केवल मंत्र ही नहीं, बल्कि उनके श्रृंगार के सामान एवं उनके विभिन्न आभूषणों को भी पूजनीय माना जाता है। मां देवी द्वारा धारण किए गए सिंदूर को पवित्र माना जाता है। उनके पद्म चिह्न की पूजा की जाती है।
कहते हैं जिस घर के मंदिर में मां लक्ष्मी के पद्म चिह्नों की नियमित पूजा होती है, वहां धन का वास जरूर होता है। घर को आर्थिक रूप से नज़र ना लगे इसके लिए लोग घर के दरवाज़े पर मां लक्ष्मी का चरण चिह्न बनाते हैं। ऐसा माना जाता है कि ये पद्म चिह्न घर पर कोई आर्थिक संकट नहीं आने देते।
एक मान्यता के अनुसार मां लक्ष्मी जिस घर में शुभ चिह्नों को अंकित देखती हैं खुशी से उस घर में निवास करती हैं और दरिद्रता उस घर से सदा-सदा के लिए विदा ले लेती है।
आज हम आपको ज्योतिष शास्त्र में बताया गया मां लक्ष्मी का एक उपाय बताएंगे, जो घर को आर्थिक रूप से दुरुस्त भी बनाएगा और भविष्य में कभी कंगाली का सामना नहीं करना पड़ेगा।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार लक्ष्मी के चरण चिह्नों से अशुभ ग्रहों का बुरा प्रभाव भी कम होता है। वास्तुशास्त्री भी इसे बहुत शुभ मानते हैं। महालक्ष्मी के चरण चिह्न फर्श पर दरवाजे के बाहर की ओर बनाने चाहिए। लेकिन कैसे बनाएं महालक्ष्मी के चरण चिह्न और इसे बनाते हुए किन बातों का ध्यान रखें, जानिए आगे….
यदि आपको स्वयं अपने हाथों से पद्म चिह्न बनाने ना आए, तो बाजार से बने बनाए लक्ष्मी चरण चिह्न स्टीकर ले आएं। और इन्हें घर के दरवाज़े के बाहरी ओर लगाएं, ताकि घर में आने वाले सदस्य की इस पर नज़र पड़े।
ऐसा माना जाता है कि महालक्ष्मी को लाल रंग बहुत प्रिय होता है। अत: कुमकुम से प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में मुख्य दरवाजे पर लक्ष्मी जी के प्रतीक चरण चिह्न बनाएं। लाल गुलाब के फूलों से उन्हें सजाएं।
लाल रंग की रंगोली और आलते से भी चरण चिह्न बनाए जा सकते हैं। यदि आप उनकी पूजा करें, तो उनको लाल रंग की चीज़ें अर्पित करें जैसे कि कुमकुम, लाल गुलाब, इत्यादि।