लोन मामले में फंसे कारोबारी विजय माल्या आज ट्वीट करते हुए कहा है कि, “मैं एनडीए और यूपीए के बीच फुटबॉल बनकर रह गया हूं. जिसमें कोई रेफरी नहीं है.”
दरअसल, कुछ दिन पहले भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि कारोबारी विजय माल्या को 9000करोड़ रुपए का लोन दिलाने में पूर्व प्रधानमंत्री सिंह ने मदद की थी. पार्टी ने विजय माल्या के साथ इन दोनों के कथित पत्राचार की जानकारी दी थी साथ ही सभी चिट्ठियां भी मीडिया के सामने पेश की थी. गौरतलब है कि बैंकों से 9000 करोड़ रुपये के लोन डिफाल्ट के मामले में किंग फिशर के मालिक देश छोड़कर पिछले वर्ष ब्रिटेन भाग गए थें.
Media happily being used as the pitch. I am the football. Two fiercely competitive teams NDA versus UPA playing.Unfortunately no Referees.
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) February 3, 2017
बीजेपी ने उस रिपोर्ट में का दावा किया था कि बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या ने लोन के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और तत्कालीन वित्तमंत्री पी.चिदंबरम को 2011 और 2013 में पत्र लिखा था. पत्रों में कथित रूप से विजय माल्या ने किंग फिशर के लिए बैकों के कंसोर्टियम से लोन दिलाने के मामले में तेजी लाने का अनुरोध किया था.बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने सवालिया लहजे में पूछा, “माल्या को इतना बड़ा फंड कहां से मिला? क्या डूबते जहाज (कांग्रेस) ने डूबती एयरलाइंस (किंगफिशर) की मदद की.” पात्रा ने यह भी कहा कि पिछला लोन माल्या ने नहीं चुकाया था फिर भी उन्हें बार-बार क्यों लोन दिया गया.