जादवपुर / जम्मू: जेएनयू में देश विरोधी नारे लगने का विवाद थमता नहीं नजर आ रहा. जेएनयू के बाद यह विवाद देश के अन्य शिक्षण संस्थानों में असर दिखने लगा है. आज जेएनयू प्रकरण को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ जादवपुर और जम्मू यूनिवर्सिटी में धरने प्रदर्शन हुए. जादवपुर में छात्र प्रदर्शन के दौरान अफज़ल गुरु समर्थक नारे भी लगे.
9 फरवरी को वामपंथी छात्र संगठनों द्वारा बुलाये गए गोष्ठी में अनेकों छात्रों द्वारा भारत विरोधी और पाकिस्तान समर्थक नारों के लगने के बाद से देश की राजनीति में उबाल आया हुआ है. जहाँ भाजपा और उसके घटक एबीवीपी जैसे संगठन इस घटना को देशद्रोह करार देकर ऐसे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं, वहीँ वामपंथी दलों और अन्य विपक्षी दलों जैसे आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने इसे अभिव्यक्ति की स्वंतंत्रता पर हमला बताते हुए केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस की कड़ी आलोचना की है.
पिछले कुछ दिनों से मीडिया में छाये हुए इस इशू की आग अब देश के अन्य शैक्षणिक संस्थानों तक फैलने लगी है. आज पश्चिम बंगाल की प्रतिष्ठित जादवपुर यूनिवर्सिटी में जेएनयू में सरकार की दखलंदाजी और एबीवीपी के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी हुई. खबर है कि जादवपुर में भी देश विरोधी नारेबाजी हुई और अफज़ल गुरु के समर्थन में नारे लगे.
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वहीँ आज जम्मू यूनिवर्सिटी में भी कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई और एबीवीपी के बीच झड़प की नौबत आ गई. एनएसयूआई ने आज जम्मू यूनिवर्सिटी के बाहर जेएनयू की घटना के खिलाफ प्रदर्शन किया तो एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने भी जवाबी प्रदर्शन किया. इसी दौरान जबरदस्त नारेबाजी हुई और दोनों गुटों के बीच झड़प भी हो गई.