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ईस भजनु सारथी-सुजाना, विरति-वर्म संतोष कृपाना में कौनसा अलंकार है?

ईस भजनु सारथी-सुजाना , विरति-वर्म संतोष कृपाना में कौनसा अलंकार है?

ईस भजनु सारथी-सुजाना , विरति-वर्म संतोष कृपाना में कौनसा अलंकार है? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिये।

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ईस भजनु सारथी-सुजाना , विरति-वर्म संतोष कृपाना में रूपक अलंकार है। इस पंक्तियों में जीवन रूपी रथ को चलाने के लिए ईश्वर भजन को सारथी के रूप में स्वीकार किया गया है जो अत्यंत चतुर है। वैराग्य ढाल है तथा संतोष तलवार है।

दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि इसमे उपमेय ईश्वर भजन पर मोक्ष प्राप्ति के उपमान को आरोपित किया गया है इसलिए रुपक अलंकार है। इसी प्रकार वैराग्य को ढाल तथा संतोष को तलवार के रूप में स्वीकार किया गया है।

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इस उदाहरण में जहां जहां पर उपमेय और उपमान आए हैं, वो हमने विद्यार्थियों की सहायता के लिए नीचे लिख दिये हैं:-

उपमेय – उपमान

ईश्वर भजन –चतुर सारथी

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वैराग्य – ढाल

संतोष – तलवार

जहां किन्हीं दो व्यक्ति या वस्तुओं में इतनी समानता हो कि दोनों में अंतर करना मुश्किल हो जाए वहां रूपक अलंकार होता है।

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अथवा जहां उपमेय उपमान का रूप धारण कर ले वहां रूपक अलंकार होता है। रूपक अलंकार अर्थालंकार का एक प्रकार है।

ईस भजनु सारथी-सुजाना , विरति-वर्म संतोष कृपाना में रूपक अलंकार से संबन्धित प्रश्न परीक्षा में कई प्रकार से पूछे जाते हैं। जैसे कि – यहाँ पर कौन सा अलंकार है? दी गई पंक्तियों में कौन सा अलंकार है? दिया गया पद्यान्श कौन से अलंकार का उदाहरण है? पद्यांश की पंक्ति में कौन-कौन सा अलंकार है, आदि।

ईस भजनु सारथी-सुजाना , विरति-वर्म संतोष कृपाना पंक्तियों में रूपक अलंकार के अलावा और कौन सा अलंकार उपस्थित है?

सारथी –सुजाना में अनुप्रास अलंकार , विरति वर्म में अनुप्रास अलंकार, ईश्वर भजन को सारथी के रूप में स्वीकारने के कारण मानवीकरण अलंकार

Important Alankar in Hindi अलंकार के उदाहरण एवं हिन्दी अलंकार पर प्रश्न जो परीक्षा में पूछे जा सकते हैं।

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