दशहरा हिन्दुओं का मुख्य पर्व है। दीपावली से बीस दिन पूर्व यह त्योहार मनाया जाता है। आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की ‘दशमी’ को यह त्योहार आता है।
दशहरे को विजयादशमी भी कहते हैं। इसी दिन राम ने रावण का वध किया था। यह त्योहार राम की रावण पर विजय, धर्म की अर्धम पर और अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है।
सम्पूर्ण भारत में दशहरा उत्साह के साथ मनाया जाता है। गांवों और शहरों में भगवान राम की लीलायें होती हैं। विजय दशमी के दिन राम और रावण के युद्ध के दृश्य का मंचन देखने योग्य होता है। इस दिन रावण, मेघनाथ और कुभंकर्ण के पुतले जलाये जाते हैं और आतिशबाजियां भी छोड़ी जाती हैं। इस दिन भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, भरत, हनुमान आदि की झांकियां भी निकाली जाती हैं।
विजय दशमी का त्योहार बंगाल में दुर्गा पूजा के रूप में मनाया जाता है। मां दुर्गा ने इसी दिन महिषासुर नामक राक्षस का वध किया था तब से बंगाल में नवरात्रों में दुर्गा की पूजा अर्चना की जाती है। स्थान स्थान पर संगीत नृत्य के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं एवं दशहरे के दिन दुर्गा मां की प्रतिमा को नदी या तालाब में विसर्जित किया जाता है।
हिमाचल प्रदेश में कुल्लू में भी दशहरे पर बड़े भारी मेले का आयोजन होता है। मैसूर का दशहरा भी बहुत प्रसिद्ध है। बच्चों को यह त्योहार विशेष प्रिय है।