आज कंप्यूटर का युग है। कंप्यूटर इस शताब्दी के प्रमुख आविष्कारों में से एक है। लम्बी लम्बी गिनतियां, हिसाब किताब और सोच विचार जिन्हें करने में इंसान अपनी पूरी ऊर्जा लगा देता था, आज कंप्यूटर द्वारा कुछ मिनटों में हो जाते हैं। कंप्यूटर को मशीनी मस्तिष्क कहा जाता है।
कंप्यूटर के बिना किसी भी क्षेत्र में प्रगति और विकास करना सम्भव नहीं है। पुस्तकालय, कार्यालय, बैंकों, फैक्ट्रियों आदि में कंप्यूटर का प्रयोग किया जाता है। आज डाकघर, रेलवे स्टेशन, सिनेमा हाल, मौसम कार्यालय, चिकित्सा क्षेत्रों सभी जगह कंप्यूटर पर काम किया जा रहा है।
बच्चे कंप्यूटर के माध्यम से इण्टरनेट पर नयी से नयी जानकारी प्राप्त करते हैं। कंप्यूटर पर कई तरह के खेल भी खेले जा सकते हैं।
कंप्यूटर एक विद्युत संचालित उपकरण है। इसमें बहुत अधिक मात्रा में सामग्री एवं आंकड़े संचित कर सकते हैं।
विद्यार्थियों के लिये कंप्यूटर विशेष रूप से उपयोगी है। कंप्यूटर पर विद्यार्थी ग्राफिक एवं डिजाइनिंग सीख सकते हैं। प्रत्येक विद्यार्थी के लिये कंप्यूटर की शिक्षा जरूरी हो गयी है। विद्यालयों में सहस्रों परीक्षार्थियों की अंकतालिका, रोल नम्बर, फीस तथा पर्चों की जांच कंप्यूटर द्वारा की जाती है।
भारत में कंप्यूटर सन् 1961 में आया था। पहले पहले हम जापान, रूस, अमेरीका, आदि अनेक उन्नत देशों से कंप्यूटर आयात करते थे। लेकिन हमारे देश में भी अब इसका निर्माण हो रहा है। हमारे यहां कंप्यूटर विज्ञान का प्रचार प्रसार भी बहुत बढ़ गया है। भारतीय कंप्यूटर इंजीनियरों का पूरे विश्व में सम्मान किया जाता है।
कंप्यूटर द्वारा काम करना सरल और तीव्र हो गया है, लेकिन कंप्यूटर भी कभी कभी बड़ी बड़ी भूलें करता है। आजकल कंप्यूटर वायरस से भी अधिक प्रभावित हो रहे हैं। फिर भी कंप्यूटर के बिना आधुनिक जीवन की कल्पना करना मुश्किल है।