Sadak ke mod Akbar Birbal ki kahani
एक बार फारस के राजा ने अकबर (Akbar) को एक अजीब सा पत्र भेजा। इस पत्र में उसने अकबर (Akbar) से पूछा, ”बताइये आपके राज्य में हर सड़क में कितने मोड़ हैं?“ अकबर (Akbar) इस सवाल से हैरान हो गया। उसका राज्य बड़े राज्यों में से एक था। अपने दरबार के मंत्रियों को भेजकर सड़क के मोड़ों की गिनती करवाना संभव नहीं था।
फिर भी सम्राट ने अपने प्रधानमंत्री टोडरमल को बुलाया और यह काम पूरा करने को कहा। टोडरमल ने बदले में अपने आदमियों को भेजकर राज्य में सड़कों के मोड़ों को गिन कर आने को कहा।
अगले दिन बीरबल (Birbal) ने देखा कि अकबर (Akbar) किसी चीज की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं। बीरबल (Birbal) ने कहा, ”जहांपनाह! आप चिंतित दिख रहे हैं। क्या कुछ परेशानी है?“
अकबर (Akbar) ने कहा, ”हां बीरबल! मैं टोडरमल की प्रतीक्षा कर रहा हूं। उसे मैंने अपने राज्य में सभी सड़कों के मोड़ गिन कर लाने को कहा है।“ फिर उन्होनें बीरबल (Birbal) को फारस के राजा द्वारा भेजे गए पत्र के बारे में बताया।
बीरबल (Birbal) ने जैसे ही सारी बात सुनी, वैसे ही वह जोर से हंस पड़ा। बीरबल (Birbal) को हंसता हुआ देखकर अकबर (Akbar) हैरान हो गए। बीरबल (Birbal) ने कहा, ”महाराज मैं आपको अपने राज्य की ही नहीं, बल्कि दुनिया के किसी भी शहर की सड़क के मोड़ों की सही संख्या बता सकता हूं।“
अकबर (Akbar) की आंखें खुली की खुली रह गयीं। उसने कहा, ”मुझे उम्मीद है कि तुम मजाक नहीं कर रहे होगे। मैंने कई आदमियों को राज्य की सड़कों के मोड़ गिनने को भेजा है और तुम कह रहे हो कि तुम यह पहले से ही जानते हो?“
बीरबल (Birbal) ने कहा, ”जहांपनाह! मैं कोई मजाक नहीं कर रहा। दुनिया की सड़कों के केवल दो ही मोड़ होते हैं। एक दायीं ओर और दूसरा बायीं ओर।“ यह सुनकर सम्राट जोर से हंस पड़े। यह तो बहुत ही आसान सा जवाब था और मैंने इसके बारे में सोचा ही नहीं। उन्होनें बीरबल (Birbal) को सुन्दर से उपहार दिया और शाही कवि को फारस के राजा के पास इसका जवाब भेजने को कहा।