पंजाब: आगामी पंजाब विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी एक प्रमुख दावेदार है यह तो सभी लोग मान रहे हैं, पर कुछ लोगों का कयास यह है कि आप इस बार पंजाब विधानसभा चुनाव जीत भी सकती है. लेकिन अचानक आप के पंजाब में बढ़ते कदमों को ग्रहण लग सकता है अगर आप भिंडरावाले पर अपना स्टैंड क्लियर नहीं कर पाती है. दरअसल गत १२ फरवरी को आम आदमी पार्टी की और से पंजाब में जरनैल सिंह भिंडरावाले का जन्मदिन मनाने की अपील करते हुए पोस्टर लगाए गए थे जिसकी तमाम विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की थी.
इस पोस्टर में आप के अरविन्द केजरीवाल सहित सभी बड़े नेताओं की तस्वीर दिखाई जा रही है. आप के नेताओं ने इस पोस्टर विवाद से किनारा करते हुए यह तो कहा कि ये पोस्टर आप ने नहीं छपवाए और लगवाए किन्तु ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाही की मांग से भी पार्टी बचती नजर आ रही है.
जमीनी स्तर पर आप के नेता भाजपा अध्यक्ष कमल शर्मा और कांग्रेस अध्यक्ष कप्तान अमरिंदर सिंह पर आरोप तो लगा रही है पर खुल कर कार्रवाही की मांग से बच रही है. लोगों का मानना है कि पार्टी अभी भी भिंडरावाले के प्रति पंजाब के एक तबके में मौजूद सहानुभूति को पंजाब विधानसभा चुनाव में भुनाना चाहती है इसीलिए ऐसा करने से बच रही है.
इसमें कोई शक नहीं की आम आदमी पार्टी की पकड़ पंजाब में जमीनी स्तर तक हो चुकी है. उसके सभी नेताओं की सक्रियता भी यह दिखा रही है कि आप पंजाब विधानसभा चुनावों को लेकर बहुत गंभीर और तैयार है. लेकिन भिंडरावाले के पोस्टर लगने के बाद पंजाब का वह वर्ग सहम गया है जिसने पंजाब में अतिवाद का दौर देखा है जो भिंडरावाले के समय बन गया था. कुछ चुनावी विश्लेषकों का मानना है आप को पंजाब में इस मुद्दे से फायदा काम और नुक्सान ज्यादा हो सकता है.