इस ब्रहमांड में अनेकों हैरत अंगेज करने वाली वस्तुएं हैं. जो भिन्न प्रकार से सामने आकर किसी को भी असमंजस में डाल देती हैं. प्राकृति ने ऐसी अनेक चीजों को बनाया है. उसमें इंसानी दिमाग भी आता है जो अनेकों प्रकार के कारनामे कर डालता है. जिसके बारे में किसी ने अपेक्षा भी नहीं की होगी.
हम इस वक्त इन्सान के दिमाग की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि हाल ही में हैदराबाद के अगस्त्य जायसवाल ने अपनी विलक्षण प्रतिभा से सबको चौका दिया है और उसने महज 11 वर्ष की उम्र में 12वीं कक्षा की परीक्षा दी है. अगस्त्य जायसवाल हैदराबाद के युसूफगुडा में सेंट मैरी जूनियर स्कूल के छात्र है तथा इंटरमीडिएट में इन्होंने अपने विषयों में नागरिक शास्त्र, अर्थशास्त्र एवं वाणिज्य का चयन किया था. युवक ने अपनी 12वीं कक्षा की परीक्षा हैदराबाद के ही जुबली हिल्स इलाके में चैतन्य जूनियर कलाशाला में दी.
अगस्त्य जायसवाल के बारे में आपको बतादें कि वो अपनी अद्भुत प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले अपने परिवार में पहले शक्स नहीं है. बल्कि उनकी बहन नैना जायसवाल जो की अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं उन्होंने भी बेहद ही कम उम्र में पूरी दुनिया को अपननी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. नैना ने केवल 13 साल के उम्र में ही स्नातक की पढ़ाई पूरी कर ली थी. इसके बाद उन्होंने पीएचडी (डॉक्टरेट) उपाधि के लिए एनरोल किया था. नैना इस उपाधि के लिए एनरोल करने वाली सबसे कम उम्र की विद्यार्थ के रूप में जानी जाती है.
नैना यही नहीं रुकी इसके बाद उनहोंने राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर की उपाधि उस्मानिया यूनिवर्सिटी से उस समय हासिल किया जब वो महज 15 साल की थी. नैना कहती हैं कि वो ऐम्बिडेक्स्ट्रस(आसानी से दोनों हाथों का उपयोग करना) है. उन्हें A से Z तक टाइप करने में केवल 2 सेकंड का वक्त लगता है. उनकी रूचि पियानो बजाने और गाना गाने में है. साथ ही उन्हें रामायण के 108 छंद भी कंठस्त है.