पटना: भारत सरकार के उपक्रम बीपीसीएल (भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड) ने बिहार स्वास्थ्य मंत्री और राजद प्रमुख लालू के बेटे तेजस्वी यादव के पेट्रोल पम्प आवंटन का स्पष्टीकरण मांगा है| राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव को पटना बाई पास पर एक पेट्रोल पम्प आवंटित हुआ था| जिसमे कुछ गड़बड़ी सामने आ रही है, जिसके चलते बीपीसीएल ने तेज प्रताप यादव से स्पष्टीकरण माँगा है|
लालू के लाल ने पेट्रोल पम्प लेने के लिए किया था झूठा दावा
तेज प्रताप यादव ने पेट्रोल लेने के लिए कहा था कि उनके पास रिटेल आउटलेट के लिए जमीन है| यह जमीन पटना के चितकोहरा में नेशनल हाईवे 30 के किनारे प्लाट संख्या 1614 और 1616 है| यह जमीन 43.535 डिसमिल है, जो कि ए. के. इन्फ़ोसिस्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर है| जबकि 28 अप्रैल 2017 को चंद्रशेखर ने यह दावा किया है कि आवंटन के समय तेजस्वी यादव के नाम कोई जमीन नहीं थी| उन्होंने पेट्रोल पम्प लेने के लिए झूठे दस्तावेज दिए थे| वह उस समय न तो ए. के. इन्फ़ोसिस्ट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक थे और न ही यह जमीन लीज पर ली गई थी|
इसी शिकायत के चलते बीपीसीएल के क्षेत्रीय प्रबंधक ने 29 मई को तेजस्वी प्रताप यादव को नोटिस जारी किया है| नोटिस में कहा गया है कि आवेदन के समय तेजस्वी यादव ने अपने भाई और ए. के. इन्फ़ोसिस्ट के मालिक तेज प्रताप यादव के द्वारा उनके पक्ष में सात जनवरी 2012 को किए गए रजिस्टर्ड लीज डीड 451 दी थी| साथ ही उन्होंने 11 जनवरी 2012 के दो सहमति पत्र (एमओयू) की प्रति भी दी थी। नोटिस में यह भी लिखा है कि जिसे पेट्रोल पम्प आवंटित होता है| उसे दिन-प्रतिदिन डीलर के काम को खुद देखना होता है| अब जब तेजस्वी यादव बिहार के स्वास्थ्य मंत्री के साथ-साथ लघु जल संसाधन और पर्यावरण एवं वन विभाग के मंत्री का पदभार संभाल रहे है| तो वो पेट्रोल पम्प पर अपना समय नहीं दे सकते| जिसके चलते बीपीसीएल को इस पेट्रोल पम्प का आवंटन रद्द करना होगा|