बिजनौर : चलती ट्रेन में GRP के एक सिपाही द्वारा एक अल्पसंखकयक महिला के साथ छेड़छाड़ और रेप के मामले में नाटकीय मोड़ आया है. महिला ने बयान में रेप की घटना से इंकार किया है साथ ही महिला की मेडिकल रिपोर्ट में भी रेप जैसी किसी घटना की पुष्टि नहीं हुई है. हालाँकि मंगलवार को दर्ज कराये गए FIR में महिला ने अपने साथ रेप होने की बात कही थी.
उत्तरप्रदेश के बिजनौर में रेलवे के एक सिपाही वाले द्वारा चलती ट्रैन में एक मुस्लिम महिला के साथ बलात्कार की खबर आने के बाद माहौल काफी गर्म हो गया था जिसके बाद सिपाही को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.
लोगों ने सिपाही पर यह आरोप लगाया था कि उसने महिला के बीमार होने का गलत फायदा उठाया और उसे ट्रेन के विकलांग वाले डब्बे में ले जा कर उसके साथ रेप किया.
GRP नजीबाबाद के SHO और इस मामले के विवेचनाधिकारी विजय कुमार सिंह के मुताबिक महिला की मेडिकल जांच में रेप की पुष्टि नहीं हुई हैं बल्कि उसके गर्भवती होने की जानकारी मिली है। महिला ने कोर्ट में भी बयान दिए है जिसमें रेप नहीं होने की बात कही है।
हालाँकि अब महिला ने बयान देकर कहा है कि वह बीमार थी और जिस डब्बे में चढ़ी उसमें जगह नहीं थी इसपर सिपाही ने मेरी हालत देखकर दिव्यांग कोच में लिटा दिया। मैं सीट पर लेट गई। मेरी हालत बेहोशी जैसी थी।.
SHO का कहना है कि चूंकि सिपाही पर FIR दर्ज कर ली गयी है इसलिए उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. बयानों के आधार पर आगे जांच की जाएगी.