नई दिल्ली। भाजपा बिहार चुनाव क्या हारी है, उसके अनुशासित पार्टी होने के दावे की कलाई खुल गई है । कीर्ति आज़ाद, शत्रुघ्न सिन्हा और अब वरिष्ठ पार्टी नेता यशवंत सिन्हा ने पार्टी नेतृत्व को आड़े हाथो लिया है । अभी अभी यशवंत सिन्हा का बयान पीटीआई के हवाले से आया था जिसमें यशवंत सिन्हा ने कथित तौर पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियों की आलोचना की है ।
अब उनके बेटे और केंद्र सरकार में वित्त राजयमंत्री जयंत सिन्हा यशवंत सिन्हा और नरेंद्र मोदी, दोनों के बचाव में उत्तर आये हैं । मोदी सरकार में वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने यशवंत सिन्हा के उस कथित बयान का खंडन किया है । जयंत ने ट्वीट करके इस बयान को लेकर न्यूज एजेंसी पीटीआई पर बयान को ठीक तरह से न प्रस्तुत करने का आरोप लगाया है।
जयंत सिन्हा ने अपने ट्वीट में लिखा, “मैंने अपने पिता श्री यशवंत सिन्हा जी जो कि गोवा में हैं उनसे बात की है। पीटीआई की खबर में उनकी बात का पूरी तरह गलत मतलब निकाला गया है। उनका बयान टेप पर है और यह साबित हो जाएगा।”
पाठकों की जानकारी के लिए बता दें कि पीटीआई ने रिपोर्ट जारी की थी कि वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि आज सरकार और पार्टी में संवादहीनता की स्थिति बन गई है और यही स्थिति रही तो इस सरकार का हाल इंदिरा गांधी की उस कांग्रेस सरकार की तरह हो सकता है जिसे आपातकाल के बाद हार का मुंह देखना पड़ा था।
लेकिन अगर गौर से देखा जाये तो ऐसा लगता है कि पीटीआई में छपी खबर में सत्य का कुछ अंश जरूर है क्यूंकि यशवंत सिन्हा ने कहा है कि ऐसी सरकार १९ महीने भी नहीं टिक पायेगी । इसका सीधा सन्दर्भ इंदिरा गांधी द्वारा लगाई गई इमरजेंसी से जोड़ा जा सकता है क्यूंकि इमरजेंसी की अवधि भी १९ महीने ही थी ।
इसी बीच पार्टी के सलेमपुर, उत्तर प्रदेश से सांसद, रविन्द्र कुशवाहा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा को पार्टी से निष्कासित करने की मांग कर डाली है। उन्होंने कहा कि यशवंत सिन्हा अपने बेटे जयंत सिन्हा को दिए गए वित्त राजयमंत्री के पद से संतुष्ट नहीं और अपने पुत्र के लिए मंत्रिमंडल में बड़ी जिम्मेदारी चाहते हैं इसी लिए ऐसे अनर्गल आरोप लगा रहे हैं ।