लखनऊ : मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार आजमगढ़ पहुंची योगी आदित्यनाथ ने दबे शब्दों में यह स्वीकार किया कि उनके राज में अपराध बढ़ गए हैं.
उन्होंने कहा कि पुलिस को तो हमने पूरी छूट दे रखी है पर इसके बावजूद अपराध बढ़ रहे हैं जो कि चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि इस पर रोक लगाने की सख्त आवशयकता है.
महिलाओं की सुरक्षा पर भी योगी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा में सेंध लगाने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाही होनी चाहिए. यदि इसमें कोई लापरवाही पायी जाती है तो सम्बंधित अधिकारी जिम्मेवार माने जाएंगे तथा उनके खिलाफ कार्रवाही की जाएगी.
हालाँकि उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध को ले कर योगी कुछ खास नहीं बोल पाए. उन्होंने इतना ही कहा की पुलिस को खुली छूट दी गयी है और अपराधियों से निपटने के लिए आगे भी कड़े कदम उठाए जाएंगे.
क्या कहते हैं आंकड़े
राज्य पुलिस द्वारा जारी आंकड़े बहुत ही गंभीर चित्र प्रस्तुत करते हैं 15 मार्च और 15 अप्रैल के बीच इस वर्ष, बलात्कार ने पिछले एक साल में चार गुना वृद्धि की, हत्याएं दोगुनी हो गईं और डकैतों में कई गुना बढ़ गया।
2016 में, इसी अवधि में, इस साल 179 बालात्कार की घटनाएं हुईं जहां पिछले साल यह संख्या सिर्फ 41 थी
और डकैतियों में तीन से 20 की बढ़ोतरी हुई थी।
हत्याएं 101 से बढ़कर 240 और डकैतियों की संख्या 67 से बढ़कर 273 हो गई है
मालूम हो कि योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद उत्तर प्रदेश में लूट, डकैती और बलात्कार कि घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है जिसपर सरकार अब तक अंकुश लगाने में असमर्थ रही है.