वाक्यों की अशुद्धियाँ Vakyon ki Ashudhiyan
किसी विचार अथवा भाव को स्पष्ट एवं पूर्णतः के साथ व्यक्त करने वाला पद समूह वाक्य कहा जाता है। शब्द शुद्धि के साथ वाक्य शुद्धि का भी भाषा में महत्त्वपूर्ण स्थान होता है। वाक्य में अशुद्धि हो तो वाक्य का अर्थ तो बदलता ही है, साथ ही भाषा का सौन्दर्य चला जाता है। मुख्य रूप से वाक्य में अशुद्धि के कारण हैं >> वाक्य में अनावश्यक शब्द प्रयोग से, अनुपयुक्त शब्द के प्रयुक्त होने से, सही क्रम या अन्विति न होने से, लिंग, वचन, कारक का सही प्रयोग नहीं होने से एवं सही सर्वनाम एवं क्रिया का प्रयोग न होने से।
वाक्य अशुद्धियाँ (Vakyon ki Ashudhiyan)–
वाक्य में अशुद्धियाँ प्रायः वर्तनी और व्याकरण की ही अधिक होती हैं तथा वर्तनी की अशुद्धियाँ भी मात्रा और वर्णों से सम्बन्धित होती हैं।
वाक्य में अशुद्धियाँ कहाँ-कहाँ और किस प्रकार की होती हैं, इसे यहाँ पर विस्तार से समझाया गया है:
संज्ञा सम्बन्धी वाक्य अशुद्धियाँ –
कई बार संज्ञा पद का उल्लेख करके उसका पुनः अनावश्यक पद के रूप में उल्लेख हो जाने से वाक्य बोझिल हो जाता है और उसकी प्रभावोत्पादकता में कमी आ जाती है।
अशुद्ध वाक्य >> शुद्ध वाक्य
- ’भारतीय नारी’ नामक शीर्षक निबंध अच्छा है। >> ’भारतीय नारी’ शीर्षक निबंध अच्छा है।
- आज आसमान ऊँचाई में बादल हैं। >> आज आसमान में बादल है।
- घूस लेने से मना करना ऐसे दृष्टान्त के उदाहरण कम मिलते हैं। >> घूस लेने से मना करना ऐसे दृष्टान्त कम मिलते हैं।
- दुविधाग्रस्त दीपक से अध्यापक ने कहा कि तुम गीता की पुस्तक पढ़ो। >> दुविधाग्रस्त दीपक से अध्यापक ने कहा कि तुम गीता पढ़ो।
- देश में अराजकता की समस्या बढ़ रही है। >> देश में अराजकता बढ़ रही है।
- पंडित जी ने कहा कि शुभ कार्य में संकट भी आते ही हैं। >> पंडित जी ने कहा कि शुभ कार्य में बाधाएँ भी आती ही हैं।
- परीक्षा दो तारीख के दिन सम्पन्न होगी। >> परीक्षा दो तारीख को सम्पन्न होगी।
- भूमिहीन कृषक रामासरे जीता है। >> भूमिहीन कृषक राम के आसरे जीता है।
- महात्मा के दर्शन से मेरा मन गदगद हो गया। >> महात्मा के दर्शन से मैं गद्-गद् हो गया।
- मैं सोमवार के दिन आपके गाँव आऊँगा। >> मैं सोमवार को आपके गाँव आऊँगा।
- राजू के पिताजी ने उसे समझाया कि वहाँ प्रतिदिन जाने में तुम्हारी क्या अच्छाई है। >> राजू के पिताजी ने उसे समझाया कि वहाँ प्रतिदिन जाने में तुम्हारी क्या भलाई है।
- लगभग 2 वर्षों तक भारत के गले में गुलामी की बेङियाँ पड़ी रहीं। >> लगभग 2 वर्षों तक भारत के पैरों में गुलामी की बेङिया पड़ी रहीं।
- लालबहादुर शास्त्री जी ख्यातिप्राप्त प्रसिद्ध नेता थे। >> लालबहादुर शास्त्री जी ख्यातिप्राप्त नेता थे।
- वह पशु क्यों रेंकते हैं। >> गधा क्यों रेंकता है।
- विकास ने रमेश से कहा कि जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कथा सुनी है ? >> विकास ने रमेश से पूछा कि जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत सुनी है?
- विवेक के हाठ उठाते हुए कहा कि आपके प्रश्न का समाधान मेरे पास है। >> विवेक ने हाथ उठाते हुए कहा कि आपके प्रश्न का उत्तर मेरे पास है।
- शिमला के दृश्यावलियाँ सुन्दर हैं। >> शिमला के दृश्य सुन्दर हैं।
- सर टामसरो ने जहाँगीर को उपहार भेंट किया गया। >> सर टामसरो ने जहाँगीर को उपहार दिया।
- सेठ रामलाल ने दान दिया यह उनकी अनुकम्पा और कृपा है। >> सेठ रामलाल ने दान दिया यह उनकी अनुकम्पा है।
- सेना के मोर्चा संभालते ही गोलियाँ की बाढ़ आ गई। >> सेना के मोर्चा संभालते ही गोलियाँ की बौछार आ गई।
- सैनिक की छुट्टी की मंजूरी स्वीकृत हो गई। >> सैनिक की छुट्टी की प्रार्थना स्वीकृत हो गई।
- स्टेशन पर चाय-काफी की दुकान है। >> स्टेशन पर चाय और काफी की दुकान है।
- हरिनारायण को सफल होने में निराशा है। >> हरिनारायण को सफल होने की आशा नहीं है।
सर्वनाम सम्बन्धी अशुद्धियाँ –
सर्वनाम के सही रूप में प्रयोग न होने से भी वाक्य अशुद्ध हो जाता है। संज्ञा में जो लिंग, वचन व पुरुष होता है उसके सर्वनाम में भी वही लिंग वचन व पुरुष प्रयुक्त होना चाहिए।
अशुद्ध वाक्य – शुद्ध वाक्य
- उसने जल्दी घर जाना था। >> उसे जल्दी घर जाना था।
- किरण और उसकी बहिन पढ़ने के लिए विद्यालय गई हैं। >> किरण और उसकी बहिन पढ़ने के लिए विद्यालय गई हैं।
- जिन्होंने करना है, वे पाप भी करगे रहेंगे। >> जिन्हें करना है, वे पाप भी करके रहेंगे।
- तेरे को यहाँ किसने बुलाया है ? >> तुझे यहाँ किसने बुलाया है ?
- मेरे को आज किताबें और कापियाँ चाहिए। >> आज मुझे भी पुस्तकें और कापियाँ चाहिए।
- यह पुष्प इसकी सुगन्ध से महक रहा है। >> यह पुष्प अपनी सुगन्ध से महक रहा है।
- वह उसके गाँव से आज ही आया। >> वह अपने गाँव से आज ही आया।
- वह तो गया किन्तु वह उसकी पुस्तक नहीं ले गया। >> वह तो गया किन्तु अपनी पुस्तकें नहीं ले गया।
- वह लोग जा रहे हैं। >> वे लोग जा रहे हैं।
विशेषण सम्बन्धी अशुद्धियाँ –
विशेषण संज्ञा व सर्वनाम की विशेषता को व्यक्त करने वाला शब्द भेद है इसलिए विशेष्य के लिंग, वचन विशेषण में भी प्रयुक्त होने चाहिए। कई बार वाक्यों में विशेषण का लिंग और वचन संज्ञा और सर्वनाम के लिंग और वचन से भिन्न होने के कारण अशुद्धि हो जाती है।
अशुद्ध वाक्य – शुद्ध वाक्य
- अब महँगाई भारी मात्रा में बढ़ रही है। >> अब महँगाई बहुत बढ़ गई है।
- अल्पायु में भी समग्र ज्ञानी है। >> अल्पायु में भी वह पूर्ण ज्ञानी है।
- आगामी दुर्घटना कहकर नहीं आती है। >> भावी विपत्ति कहकर नहीं आती है।
- आम नितांत खट्टे हैं इनको और पकने दो। >> आम खट्टे हैं इनको और पकने दो।
- इतना भारी दुःख उसने कैसे सहा ? >> उसने इतना बड़ा दुःख कैसे सहन किया ?
- उनका का काम वास्तव में श्रेष्ठतम है। >> उनका काम वस्तुतः श्रेष्ठ है।
- घातक विष, सुन्दर शोभा, बुरी कुदृष्टि। >> विष, शोभा, कुदृष्टि।
- छात्रों ने शिकायत की सवाल पूरा गलत था। >> छात्रों ने शिकायत की कि पूरा सवाल गलत था।
- झूठ, चोरी आदि मैं ऐसी बातों से घृणा करता हूँ। >> मैं झूठ, चोरी आदि बातों से घृणा करता हूँ।
- तुम लोग अपना लेख लिखो। >> तुम लोग अपना-अपना लेख लिखो।
- थोड़े स्वप्न यथार्थ होते हैं। >> कुछ स्वप्न यथार्थ होते हैं।
- नीलाकाश अति स्वच्छ है। >> आकाश अति स्वच्छ है।
- पीड़ा होते हुए भी महावीर ने बहुत अधिक धैर्य रखा। >> पीड़ा होते हुए भी महावीर ने बहुत धैर्य रखा।
- पोलियो के निवारण हेतु सात दिवसीय कार्यक्रम आयोजित होगा। >> पोलियो के निवारण हेतु सात दिन का कार्यक्रम आयोजित होगा।
- प्रशिक्षक ने कहा कि अवसर केवल एक बार मिलता है। >> प्रशिक्षक ने कहा कि अवसर केवल एक बार मिलता है।
- बहुत स्वस्थ होने पर खेलना चाहिए। >> पूर्ण स्वस्थ होने पर खेलना चाहिए।
- भीमकाय वृक्ष एक ही क्षण में गिर पड़ा। >> विशाल वृक्ष एक ही क्षण में गिर पड़ा।
- मोहन कल सारी रातभर जागता रहा। >> मोहन कल रातभर जागता रहा।
- मौर्यकालीन समय में लोग सुखी थे। >> मौर्यकाल में लोग सुखी थे।
- रिश्तेदारों को बहुत बार बुलाया। >> रिश्तेदारों को अनेक बार बुलाया।
- रुष्ट होते हुए भी आचार्य अत्यन्त कोमल वाणी में बोले। >> रुष्ट होते हुए भी आचार्य अत्यन्त मधुर वाणी में बोले।
- विदेशी जहाज को गम्भीर क्षति पहुँची। >> विदेशी जहाज को भारी क्षति पहुँची।
- सब ने अपने कपड़े पहिने। >> सब ने अपने-अपने कपड़े पहिने।
- हाथी दीर्घ काय पशु है। >> हाथी एक विशालकाय पशु है।
शब्दों की अशुद्धियाँ भी वाक्य की अशुद्धियों की तरह ही महत्वपूर्ण होती हैं। शब्द अशुद्धि शोधन की सम्पूर्ण जानकारी के लिए विद्यार्थी निम्न लेख पढ़ें:
शब्दों की अशुद्धियाँ Shabdon ki Ashudhiyan
क्रिया सम्बन्धी अशुद्धियाँ –
सही क्रिया रूप प्रयुक्त न होने पर भी वाक्य अशुद्ध हो जाता है। क्रिया पद का सही प्रयोग न होने से वाक्य का आशय अस्पष्ट हो जाता है। क्रिया सम्बन्धी अशुद्धियों के कुछ उदाहरण प्रस्तुत किए जा रहे हैं।
अशुद्ध वाक्य >> शुद्ध वाक्य
- अच्छे बच्चों को माता-पिता की आज्ञा माननी चाहिए। >> अच्छे बच्चों को माता-पिता की आज्ञा का पालन करना चाहिए।
- अब्राहम लिंकन देवता था। >> दास समुदाय के लिए अब्राहम लिंकन देवता के समान थे।
- अशुद्ध- कबड्डी खेलने लड़के रोज जाया किए थे। >> लड़के रोज कबड्डी खेलने जाया करते थे।
- कुणाल साँप देखा और भाग लिया। >> कुणाल साँप को देखते ही भाग गया।
- कृपया गंदगी न करें। >> अशुद्ध- कबड्डी खेलने लड़के रोज जाया किए थे।
- क्या उस प्रश्न का हल करने आवश्यकता हैं ? >> क्या उस प्रश्न के हल की आवश्यकता है ?
- गणेश यहाँ आए बिना नहीं रह सकता है। >> गणेश यहाँ आए बिना नहीं रह सकता।
- गाँव के प्रधानाध्यापक के पदोन्नति पर जाने पर गाँव वालों ने उन्हें अभिनन्दन-पत्र प्रदान किया। >> गाँव के प्रधानाध्यापक की पदोन्नति होने पर गाँव वालों ने उन्हें अभिनन्दन-पत्र भेंट किया।
- चालक ने पूछा कि यह सड़क कहाँ जाती है ? >> चालक ने पूछा कि इस सड़क से कहाँ पहुँचा जा सकता है ?
- छात्रों ने गुरु जी को अभिनन्दन-पत्र प्रदान किया। >> छात्रों ने गुरु जी को अभिनन्दन-पत्र भेंट किया।
- जगदीश चन्द ने वसु ने टेलीफोन की उत्पत्ति की थी। >> जगदीश चन्द वसु ने टेलीफोन का आविष्कार किया था।
- जब से जोधपुर से आया हूँ मैं बीमार हूँ। >> जोधपुर से लौटने के बाद मैं लगातार बीमार हूँ।
- जेम्सवाट ने भाप के इंजन की खोज की। >> जेम्सवाट ने भाप के इंजन का आविष्कार किया।
- तेज तूफान के बावजूद जहाज समुद्र तैर ही गया। >> तेज तूफान के बावजूद जहाज समुद्र पार कर ही गया।
- पानी तेल से भारी है। >> पानी का घनत्व तेल से अधिक है।
- बिना अभ्यास के कोई प्रवीण नहीं हो सकता। >> बिना अभ्यास किए, कोई प्रवीण नहीं हो सकता।
- यदि तुम अधिक खाओगे तो बीमार पड़ जाओगे। >> अधिक खाने से तुम बीमार पड़ जाओगे।
- यद्यपि वह गरीब है, किन्तु संतुष्ट है। >> गरीब होने पर भी वह सन्तोषी है।
- यात्री खाने के सस्ते भोजनालय में गए। >> यात्री उस भोजनालय में गए जहाँ खाना सस्ता था।
- युग की माँग का यह बीड़ा कौन चबाता है ? >> कृपया गंदगी मत कीजिए।
- योजना आयोग देश की उन्नति कर रहा है। >> योजना आयोग देश की उन्नति में सहयोग कर रहा है।
- रात अन्धेरी है, लालटेन ले लो। >> बाहर अन्धेरी है इसलिए लालटेन ले लो/लेकर चली।
- रामू ने आम तोड़ा और भाग गया। >> रामू आम तोड़ कर भाग गया।
- वह आज दूध निकालकर गायों को चराने का काम करेगा। >> वह आज दूध दुहकर गायें चराएगा।
- वह ग्रंथ विद्क्तापूर्ण लिखा है। >> वह ग्रंथ विद्वतापूर्ण है।
- स्त्रियों का कल्याण उन्हें सुविधा प्रदान करने से हो सकता है। >> स्त्रियों का कल्याण उनका आर्थिक और सामाजिक स्तर सुधारने से हो सकता है।
कर्ता कारक सम्बन्धी अशुद्धियाँ –
वाक्य में प्रयुक्त कारक के अनुसार उचित विभक्ति न लगने से, अनावश्यक विभक्ति लगने से भी वाक्य अशुद्ध हो जाता है।
अशुद्ध वाक्य >> शुद्ध वाक्य
- असम की दानादार चाय प्रसिद्ध है। >> शुद्ध- असम की दानेदार चाय प्रसिद्ध है।
- उस छोटी बच्ची ने रोया। >> वह छोटी बच्ची रोयी।
- कल का क्या भरोसा आयु क्षणभंगुर है। >> कल का क्या भरोसा जीवन क्षणभंगुर है।
- कल से आज तक मैं सारी पुस्तक पढ़ डाली। >> कल से आज तक मैंने सारी पुस्तक पढ़ डाली।
- कवि कवि सम्मेलन अच्छी कविता सुनाई। >> कवि ने कवि सम्मेलन में अच्छी कविता सुनाई।
- चिकित्सक ने कहा कि अधिक बात मत करो। >> चिकित्सक ने कहा कि अधिक बातें मत करो।
- चैथे प्रश्न में तुम सबों ने यह भूल की। >> चैथे प्रश्न में तुम सबने यह भूल की।
- तीन गाय और दो भैंसों ने कालूनाथ का सारा खेत उजाड़ दिया। >> तीन गायों और दो भैंसों ने कालूनाथ का सारा खेत उजाड़ दिया।
- तुम दो या न दो, मैंने तुम्हारा साथ देना है। >> तुम दो या न दो, मुझे तुम्हारा साथ देना है।
- तुम्हारे करने पर भी हमारे को तुम्हारी सहायता नहीं चाहिए। >> तुम्हारे कहने पर भी हमें तुम्हारी सहायता नहीं चाहिए।
- बिमारी में भी परीक्षा देकर आया है शायद वह अवश्यक पास हो जाए। >> बीमारी में भी परीक्षा देकर आया है, सम्भवतः वह पास हो जाए।
- मैं लेख लिखा। >> मैंने लेख लिखा।
- राकेश को छुपते हुए मैं अपनी आँखों से देखा। >> मैंने अपनी आँखों से राकेश को छुपते हुए देखा।
- राम ने पुस्तक पढ़कर घर गया। >> राम पुस्तक पढ़कर घर गया।
- वह कहा कि मैं स्कूल में पढ़ आया। >> उसने कहा कि मैं स्कूल में पढ़ आया।
- श्याम ने कृष्ण को देखकर बहुत हँसा। >> श्याम कृष्ण को देखकर बहुत हँसा।
कर्म कारक सम्बन्धी अशुद्धियाँ –
वाक्य में कर्म पर अधिक बल देने के लिए को’ चिह्न का प्रयोग किया जाता है।
अशुद्ध वाक्य >> शुद्ध वाक्य
- इलाहाबादी आम जिसने भी खाए है, प्रशंसा की है। >> इलाहाबादी आम जिसने भी खाए हैं, उनकी प्रशंसा की है।
- इस कार्य में रमेश ने सफलता को प्राप्त नहीं किया। >> रमेश ने इस कार्य में सफलता प्राप्त नहीं की।
- इस पाठ को पढ़ो। >> यह पाठ पढ़ो।
- उद्योगी व्यक्ति समय को नष्ट नहीं करते। >> उद्योगी व्यक्ति समय नष्ट नहीं करते।
- उसको तो देर से आने की आदत है। >> उसे तो देर से आने की आदत है।
- उसको तो समझ में आता नहीं। >> उसे तो समझ में आता नहीं।
- कश्मीर सीमा पर सरकार आतंक को कभी सहन नहीं करेगी। >> कश्मीर में सरकार आतंकवाद कभी सहन नहीं करेगी।
- दीनानाथ प्रतिदिन पाठशाला को जाता है। >> दीनानाथ प्रतिदिन पाठशाला जाता है।
- महात्मा गाँधी जी ने हरिजन को सम्बल दिया। >> महात्मा गाँधी जी ने हरिजनों को संबल दिया।
- मुझे बहुत पुस्तकों को पढ़ना पड़ता है। >> मुझे बहुत पुस्तकें पढ़नी पड़ती हैं।
करण कारक सम्बन्धी अशुद्धियाँ –
जहाँ साधन रूप में प्रयुक्त करण का प्रयोग होता है वहाँ ’से’ चिह्न का प्रयोग होता है, लेकिन करण पद के सामने वाले शब्द के साथ समास हो जाने पर ’से’ चिह्न लुप्त हो जाता है।
अशुद्ध वाक्य >> शुद्ध वाक्य
- अपनी गरज को नाक रगड़ता फिरता है। >> अपनी गरज से नाक रगड़ता फिरता है।
- जल्दी करो नल में से पानी भर लो। >> जल्दी करो, नल से पानी भर लो।
- तीन दिन से वह बस के साथ ही यात्रा कर रहा है। >> तीन दिन से वह बस से यात्रा कर रहा है।
- प्रिय शिष्य आनन्द ने गौतम बुद्ध की दीक्षा ली। >> प्रिय शिष्य आनन्द ने गौतम बुद्ध से दीक्षा ली।
- यह अवतरण ’सूर के पद’ का लिया गया है। >> यह अवतरण ’सूर के पद’ से लिया गया है।
- यह सरकारी कार्यालय ईंट और चूने का है। >> यह सरकारी कार्यालय ईंट और चूने से बनाया गया है।
- सुनील ने चिढ़ते हुए कहा कि मुझे फूल मत मारो। >> सुनील ने चिढ़ते हुए कहा कि मुझे फूल से मत मारो।
सम्प्रदान कारक सम्बन्धी अशुद्धियाँ –
सम्प्रदान कारक का चिह्न ’के लिए’ है, किन्तु हिन्दी में इसके लिए ’को’ चिह्न भी मान्य है। वाक्य का आकार अनावश्यक लम्बा न हो इसलिये चतुर्थी या सम्प्रदान के अर्थ में बहुधा ’को’ चिह्न का प्रयोग होता है तथापि ’के लिये’ सर्वथा वर्जित नहीं है, अपितु जहाँ वाक्य स्वरूप या शब्द समन्वय जिस चिह्न (के लिए/को) से अच्छा प्रतीत होता हो तो वहाँ उसका प्रयोग होना चाहिए।
अशुद्ध वाक्य >> शुद्ध वाक्य
- कुछ लोग खाने को जीते हैं, और कुछ जीने को खाते हैं। >> कुछ लोग खाने के लिए जीते हैं और कुछ जीने के लिए खाते हैं।
- कृपया आप मेरे लिए क्षमा दें। >> कृपया आप मुझे क्षमा करें।
- गाँधी जी ने देश के लिए स्वतंत्रता दिलाई। >> गाँधी जी ने देश को स्वतंत्रता दिलाई।
- दरगाह शरीफ का दरवाजा सबको खुला रहता है। >> दरगाह शरीफ का दरवाजा सबके लिए खुला रहता है।
- पंचवर्षीय योजना में कृषि-सुधार पर बहुत महत्त्व दिया गया है। >> पंचवर्षीय योजना में कृषि-सुधार को बहुत महत्त्व दिया गया है।
- पिता ने पुत्र के लिए एक रुपया दिया। >> पिता ने पुत्र को एक रुपया दिया।
- पुजारी जी ने भक्तों के लिए भजन सुनाया। >> पुजारी जी ने भक्तों के लिए भजन सुनाया।
- ललिता ने अपनी सहेली के लिए निमंत्रण-पत्र दिया। >> ललिता ने अपनी सहेली को निमंत्रण-पत्र दिया।
अपादान कारक सम्बन्धी अशुद्धियाँ –
जिस वस्तु से कोई वस्तु अलग होती है वहाँ अपादान कारक के चिह्न ’से’ का प्रयोग होता है। इसी प्रकार एक वस्तु या अनेक वस्तुओं से दूसरी वस्तु की तुलना करने के लिए ’भी’ चिह्न का प्रयोग होता है। ऐसे स्थल पर ’से’ का प्रयोग न करने से या इसका अन्यत्र प्रयोग करने से भी वाक्य अशुद्ध हो जाते हैं।
अशुद्ध वाक्य >> शुद्ध वाक्य
- करोड़ी ने बैंक में चैक भँजा लिया। >> करोड़ी ने चैक भँजाकर बैंक से धनराशि ले ली।
- घर में अत्यंत दुःखी होकर पवन वहाँ आ गया। >> अत्यन्त दुःखी होकर पवन घर से यहाँ आ गया।
- घासी गाँव का दूध लाकर लोगों को बेचता है। >> घासी गाँव से दूध लाकर लोगों को बेचता है।
- घुड़सवारी सीखते हुए मनोज घोड़े पर से गिर पड़ा। >> घुड़सवारी सीखते हुए मनोज घोड़े से गिर पड़ा।
- चंचल मन के होते हुए संसार में विरक्त होना कठिन है। >> चंचल मन के होते हुए संसार से विरक्त होना कठिन है।
- छुट्टी की घण्टी बजते ही छात्र नौ दो ग्यारह हो गए। >> छुट्टी की घण्टी बजते ही छात्र स्कूल से भाग गए।
- दौड़ की प्रतियोगिता में उन सभी में मैं ही पहले पहुँचा। >> दौड़ की प्रतियोगिता में उन सब में से मैं ही पहले पहुँचा।
- बैंगलोर से चलकर दिल्ली-मेल जयपुर आ गया। >> बैंगलोर से चलकर रेलगाड़ी जयपुर आ गई।
- वह आज सवेरे का ऊब रहा है। >> वह आज सुबह से ऊब आ रहा है।
- वहाँ का घी शुद्ध होता है। >> वहाँ से लाया हुआ घी शुद्ध होता है।
सम्बन्ध कारक सम्बन्धी अशुद्धियाँ –
जहाँ पर दो वस्तुओं या अधिक वस्तुओं का परस्पर सम्बन्ध करने वाले चिह्न ’का’, ’के’, ’की’, रा, रे, री, ना, ने, नी आदि का प्रयोग होता है, लेकिन इन चिह्नों के सामने यदि दूसरा पद समास के योग्य हो तो उक्त चिह्न का लोप हो जाता है। इसके अतिरिक्त उक्त सम्बन्ध को व्यक्त करने वाले चिह्नों का जहाँ प्रयोग नहीं होता है वहाँ सम्बन्ध कारक सम्बन्धी अशुद्धि भी मानी जाती है।
अशुद्ध वाक्य >> शुद्ध वाक्य
- उत्तम स्वास्थ्य संतुलित भोजन में है। >> उत्तम स्वास्थ्य के लिए सन्तुलित भोजन आवश्यक है।
- गधे के आगे नृत्य करना मूर्खतापूर्ण बात है। >> गधे के आगे नृत्य करना मूर्खता की बात है।
- गाँव में यह पानी का कुआँ कैसे सूख गया ? >> गाँव में यह कुआँ कैसे सूख गया ?
- धूम्रपान, मद्यपान आदि अपने ऐसी बातों से दूर रहते हैं। >> मैं धूम्रपान, मद्यपान आदि दुर्गुणों से दूर रहता हूँ।
- निम्नलिखित पद में वचन-अशुद्धि है। >> निम्नलिखित पद में वचन की अशुद्धि है।
- पिताजी ने टिल्लू को फटकारा कि तुमका यहाँ क्या काम हैं ? >> पिताजी ने टिल्लू को फटकारा कि तुम्हारा यहाँ क्या काम है ?
- भारतभ्रमण हेतु अपना ’टिफिन-कैरियर’ लेकर हम चल दिए। >> भारतभ्रमण हेतु हम अपनी भोजन की सामग्री लेकर चल दिए।
- यह पानी का कुआँ है। >> यह कुआँ है।
- यह विदेश का आदमी यहाँ कैसे आ गया ? >> यह विदेशी यहाँ कैसे आ गया ?
- यहाँ गाँव के विद्यालयों के छात्र हैं। >> यहाँ ग्रामीण विद्यालयों के छात्र हैं।
- राम श्याम के गाँव अलग-अलग है। >> राम का और श्याम का गाँव अलग-अलग है।
- सफेद संगमरमर के ताजमहल की सौन्दर्य अवर्णनीय है। >> सफेद संगमरमर के ताजमहल का सौन्दर्य अवर्णनीय है।
- सर्वविदित है कि परिवर्तन का नियम संसार है। >> सर्वविदित है कि परिवर्तन संसार का नियम है।
अधिकरण कारक सम्बन्धी अशुद्धियाँ –
जहाँ पर आधार अर्थ को व्यक्त किया जाता है वहाँ ’में, पर’ आदि चिह्नों का प्रयोग होता है। यदि चिह्नों के सामने समास के योग्य पद होता है तो वहाँ पर समास हो जाने से अधिकरण सम्बन्धी चिह्नों का प्रयोग नहीं होता है, परन्तु जहाँ आवश्यक होते हुए भी उक्त चिह्नों का प्रयोग नहीं किया जाता है तो वहाँ अधिकरण कारक सम्बन्धी अशुद्धि होती है।
संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण के विभक्ति रूपों से सम्बन्धित अशुद्धियाँ –
- अशुद्ध वाक्य >> शुद्ध वाक्य
- अधिकारी ने कहा कि अधिसूचना ऐसा नहीं कहती। >> अधिकारी ने कहा कि अधिसूचना में ऐसा नहीं कहा गया है।
- आज बजट के ऊपर बहस होगी। >> आज बजट पर बहस होगी।
- आदर्श वाक्य है कि माता-पिता से आस्था रखो। >> आदर्श वाक्य है कि माता-पिता में आस्था रखो।
- आपका कुत्ता भाग गया, कहाँ से आएगा? >> आपका कुत्ता भाग गया, अब वह कहाँ से आएगा ?
- आलसी ने भगवान से कहा कि मैं चाहता हूँ कि मुझे सुख मिले। >> आलसी ने भगवान से कहा कि मैं चाहता हूँ कि मैं सुखी रहूँ।
- इतनी रात गए कुँए में कौन पानी भर रहा है ? >> इतनी रात गए कुँए पर कौन पानी भर रहा है ?
- कन्हैया हलवाई की मिठाई में मक्खियाँ बैठ रही है। >> कन्हैया हलवाई की मिठाई पर मक्खियाँ बैठ रही है।
- कबीर ने कहा कि अकेला वही दुःखी हूँ। >> कबीर ने कहा कि अकेला मैं ही दुःखी हूँ।
- कल सांय से ही चिङिया पेड़ में है। >> कल सांय से ही चिङिया पेड़ पर है।
- कृष्ण और राम अपने घर गए। >> कृष्ण और राम अपने-अपने घर गए।
- खस से निर्मित इत्र के भीतर सुगंध है। >> खस से निर्मित इत्र में सुगंध है।
- गायत्री अपना पढ़ती है और घर का काम भी करती है। >> गायत्री पढ़ती है और अपने घर का काम भी करती है।
- गौतम बुद्ध की मूर्ति में एक आभा नृत्य करती दिखाई देती है। >> गौतम बुद्ध की मूर्ति में एक आभा प्रतिभासित होती है।
- घर कौन है? मुझे कुछ पूछना है। >> घर पर कौन है? मुझे उनसे कुछ पूछना है।
- चार लड़कियाँ और दो बालकों का ध्यान रखना। >> चार लड़कियों और दो बालकों का ध्यान रखना।
- डाक बंगले के कमरे में दो दरवाजे थे, दोनों बन्द थे। >> डाक बंगले के कमरे में दो दरवाजे थे और वे दोनों बन्द थे।
- दुकानदार ने कहा कि खाना-कपड़ा का पैसा कौन देगा ? >> दुकानदार ने कहा कि खाने-कपड़े का पैसा कौन देगा ?
- पक्षी ने घोंसला वृक्ष पर बनाया। >> पक्षी ने वृक्ष पर अपना घोंसला बनाया।
- भिक्षुओं का यह मानना है कि उससे मांगो, जो धन रखता हो। >> भिक्षुओं का यह मानना है कि जिसके पास धन हो, उससे माँगो।
- मुगलगार्डन राष्ट्रपति भवन पर है। >> मुगल गार्डन राष्ट्रपति भवन में है।
- मैं प्रार्थना करता हूँ कि आपका घर शान्त रहे। >> मैं प्रार्थना करता हूँ कि आपके घर में शान्ति रहे।
- यथार्थ मानव धर्म का विश्वास रखता है। >> यथार्थ मानव धर्म पर विश्वास रखता है।
- संजय सुस्त है, काम नहीं करता है। >> संजय सुस्त है, कोई काम नहीं करता है।
- सभी को परस्पर एक दूसरे से मिलकर रहना चाहिए। >> सभी को परस्पर मिलकर रहना चाहिए।
- सम्राट् देश में शासन करता है। >> सम्राट् देश पर शासन करता है।
- सेठ भिखारी को पीट रहा था मैंने और आपने वह सब देखा। >> सेठ भिखारी को पीट रहा था, आपने और मैंने वह सब देखा।
- स्लेट का परीक्षा परीणाम सुनकर गीता को ऐसा धक्का लगा कि गिर पड़ी। >> स्लेट का परीक्षा परिणाम सुनकर गीता को ऐसा धक्का लगा कि वह गिर पड़ी।
- स्वयं को दोषों को छुपाना तथा दूसरे के दोष निकालना सरल है। >> स्वयं के दोषों को छुपाना तथा दूसरों के दोष निकालना सरल है।
लिंग, वचन तथा क्रिया सम्बन्धी अशुद्धियाँ –
वाक्यों में विशेष्य जिस-जिस लिंग का होता है उसके लिए प्रयुक्त विशेषण भी उसी लिंग का होना चाहिए। हिन्दी भाषा मे अन्य भाषाओं की अपेक्षा क्रिया भी कर्ता या विषय के लिंग के अनुसार ही प्रयुक्त होती है, जैसे – बालक जा रहा है और बालिका जा रही है। ’बालक’ शब्द पुल्लिंग है इसलिए ’जा रहा है’ यह क्रिया पद का प्रयोग किया गया, जबकि ’बालिका’ शब्द स्त्रीलिंग है इसलिए ’जा रही’ क्रिया पद उसके साथ जुड़ गया। अतः हिन्दी में कर्ता या विषय के अनुकूल क्रिया पद के प्रयोग का ध्यान रखना आवश्यक है। जहाँ लिंग, वचन का तथा उनके अनुकूल क्रिया पद का प्रयोग नहीं होता है वहाँ लिंग, वचन तथा क्रिया सम्बन्धी अशुद्धियाँ हो जाती हैं।
अशुद्ध वाक्य >> शुद्ध वाक्य
- अंको की औसत अच्छी है। >> अंको का औसत अच्छा है।
- अन्ततोगत्वा उसका प्राण उड़ गया। >> अन्ततोगत्वा उसके प्राण निकल गए।
- इतनी पुस्तकें सभी को नहीं मिलेंगे। >> इतनी पुस्तकंे किसी को नहीं मिलेंगी।
- उसकी आँख से आँसू बह रहा था। >> उसकी आँखों से आँसू बह रहे थे।
- ओह! उन सबकी सारा आकृति विकृति हो गए। >> ओह! उन सबकी सारी आकृतियाँ विकृत हो गई है।
- कमल की घड़ी में अभी तीन बजा है। >> कमल की घड़ी में अभी तीन बजे हैं।
- कृष्ण गाय चराने जाता है और मधु गाय दोहने जाता है। >> कृष्ण गाय चराने जाता है और मधु गाय दुहने जाती है।
- घाटियों में अभ्यास हेतु स्काउटों के दल आए हैं। >> घाटियों में अभ्यास हेतु स्काउटों के दल आया है।
- जन्तु विज्ञानी डाॅल्फिन का शिकार पसन्द नहीं करता। >> जन्तु विज्ञानी डाॅल्फिन का शिकार पसन्द नहीं करते।
- ताजमहल बीस वर्ष में बना था। >> ताजमहल बीस वर्षों में बना था।
- दशरथ की आज्ञा से राम और सीता वन को गई। >> दशरथ की आज्ञा से राम और सीता वन को गए।
- पत्र डाल कर हम अभी आई। >> पत्र डाल कर हम अभी आए।
- पारलौकिक ज्ञान प्राप्त करनी कठिन है। >> पारलौकिक ज्ञान प्राप्त करना कठिन है।
- पुरुषोत्तम और करीम खाँ पुराना समय देखे हैं। >> पुरुषोत्तम और करीम खाँ ने पुराना समय देखा है।
- पूर्वाह्न दोपहर से पहले की समय होती है। >> शुद्ध -पूर्वाह्न दुपहर से पहले का समय होता है।
- प्रत्येक छात्र अनुपस्थिति दण्ड देनी होगी। >> प्रत्येक छात्र को अनुपस्थिति दण्ड देना पड़ेगा।
- प्रसन्न होकर गृहपति ने उपहार में कंगन दी >> प्रसन्न होकर गृहपति ने उपहार में कंगन दिए।
- बस पुल से गिर गई, हमें यह समाचार देर से मिली। >> बस पुल से गिर गई, हमें यह समाचार देर से मिला।
- मोहन! थोड़ी देर हमारे वस्तुओं का ध्यान रखना। >> मोहन! थोड़ी देर हमारी वस्तुओं का ध्यान रखना।
- यह कार्य इतना आसान नहीं है, इसमें देरी लग सकता है। >> यह कार्य इतना आसान नहीं है इसमें देरी लग सकती है।
- योजनाकाल में शेष धन दूसरी परियोजनाओं पर व्यय होंगे। >> योजनाकाल में शेष धन दूसरी परियोजनाओं पर व्यय होगा।
- रमेश की गंेद से शीशा टूट कर गिर पड़ी। >> रमेश की गंेद से शीशा टूट कर गिर पड़ा।
- राजनीतिज्ञों के हस्तक्षेप से खेल पर बुरे असर पड़ रहे है। >> राजनीतिज्ञों के हस्तक्षेप से खेल पर बुरा असर पड़ रहा है।
- वहाँ मत जाओ यह बात तुमसे पहले ही कहा गया था। >> वहाँ मत जाओ, यह बात तुमसे पहले भी कही गई थी।
- विद्यालय में कई विषय पढ़ना पढ़ता है। >> विद्यालय में कई विषय पढ़ने पढते है।
- विद्यालय में दस छात्र और एक छात्रा कक्षा में बैठ है। >> विद्यालय में दस छात्र और एक छात्रा कक्षा में बैठे हैं।
- वे धन्य होते हैं जो सबका भला करता है। >> वे धन्य होते हैं जो सबका भला करते हैं।
- साम्प्रदायिक दंगों के हालातों में चुनाव सम्भव नहीं है। >> साम्प्रदायिक दंगों के इन हालात में चुनाव सम्भव नहीं है।
- सुगंधित लाल रंग के गुलाब अधिक पसन्द किया जाता है। >> लाल रंग के सुगंधित गुलाब अधिक पसन्द किए जाते हैं।
- सुन, वह लड़की मधुर गीत गा रहा है। >> सुन, वह लड़की मधुर गीत गा रहा है।
वचन सम्बन्धी अशुद्धियाँ –
मुख्यतया होने वाली अशुद्धियों के संशोधन सहित अभ्यास हेतु कुछ उदाहरण प्रस्तुत किए जा रहे हैं।
अशुद्ध वाक्य >> शुद्ध वाक्य
- आज के लोगों का व्यक्तित्व पहले के लोगों जैसा महान् नहीं है। >> आज के लोगों का व्यक्तित्व पहले के लोगों जैसा महान् नहीं है।
- हम दोनों की स्थिति समान है। >> हम दोनों की स्थितियाँ समान है।
- तुम्हें अपनी शिक्षा पर अहंकार होना चाहिए। >> तुम्हें अपनी शिक्षा पर गर्व होना चाहिए।
- समादरणीय प्रधानाध्यापिका जी कहाँ हैं ? >> समादरणीया प्रधानाध्यापिका जी कहाँ हैं?
- देशभक्त बड़ी-बड़ी यातनाओं के सहते हैं। >> देशभक्त बड़ी-बड़ी यातनाओं को सहते हैं।
- मुझे मेला में जाना है। >> मुझे मेले में जाना है।
- वह बालक जन्मते ही मर गया। >> वह बालक जन्म लेते ही मर गया।
- यह महिला विद्वान है। >> यह महिला विदुषी है।
- उसकी सौन्दर्यता कभी कम न होगी। >> उसका सौन्दर्य कभी कम न होगा।
- तब शायद यह काम अवश्य हो जाएगा। >> तब शायद यह काम हो जाएगा।
- सुभद्रा कुमारी चैहान बड़ी जीवंत कवि थीं। >> सुभद्रा कुमारी चैहान बड़ी जीवंत कवयित्री थीं।
- सप्रमाण सहित उत्तर दीजिए। >> प्रमाण सहित उत्तर दीजिएए अथवा सप्रमाण उत्तर दीजिए।
- मेरे घर में केवल मात्र एक चारपाई है। >> मेरे घर में केवल एक चारपाई है।
- कामायनी के लेखक जयशंकरप्रसाद है। >> कामायनी के रचयिता जयशंकरप्रसाद है।
- मनुष्य को संकट में धैर्यता रखनी चाहिए। >> मनुष्य को संकट में धैर्य रखना चाहिए।
- सीता राम की स्त्री थी। >> सीता राम की पत्नी थी।
- गाँधीजी के असामयिक निधन से देश में दुःख छा गया। >> गाँधीजी के असामयिक निधन से देश में शोक छा गया।
- यहाँ शुद्ध गाय का दूध मिलता है। >> यहाँ गाय का शुद्ध दूध मिलता है।
- मोतियों का यह हार अमूल्य है। >> मोतियों का यह हार बहुमूल्य है।
- लोकसभा की बक-झक से मेरे कान भर गए थे। >> लोकसभा की बक-झक से मेरे कान पक गए थे।
- श्याम आज ही कलकत्ता से वापस लौटा है। >> श्याम आज ही कलकत्ता से लौटा है।
- यद्यपि तुम अविश्वसनीय हो, परन्तु मैं तुन्हें अवसर देता है। >> यद्यपि तुम अविश्वसनीय हो, तथापि मैं तुम्हें अवसर देता हूँ।
- बलराम को यहाँ आने के लिए बोल दो। >> बलराम को यहाँ आने के लिए कह दो।
- कैलाश की अभद्रता से मैं क्षुब्धित हूँ। >> कैलाश की अभद्रता से मैं क्षुब्ध हूँ।
- महादेवी वर्मा हिन्दी की प्रसिद्ध कवि है। >> महादेवी वर्मा हिन्दी की प्रसिद्ध कवयित्री है।
- वृक्षों पर कोयल बोल रही है। >> वृक्ष पर कोयल बोल रही है।
- ऋणी, मुनी और गुरु देश की वास्तविक धरोहर हैं। >> ऋषि, मुनी और गुरु देश की वास्तविक धरोहर है।
- कई सौ वर्ष तक भारत के गले में पराधीनता की बेङियाँ पड़ी रहीं। >> कई सौ वर्षों तक भारत के पाँवों में पराधीनता की बेङियाँ पड़ी रहीं।
- ये सुन्दर चित्र मोनालिसा का है। >> यह सुन्दर चित्र मोनालिसा का है।
- मैंने प्रथम श्रेणी में परीक्षा पास किया है। >> मैंने प्रथम श्रेणी में परीक्षा पास की है।
- उज्जवल चरित्र के लिए मानसिक दृढ़ता आवश्यक है। >> उज्ज्वल चरित्र के लिए मानसिक दृ़ढ़ता आवश्यक है।
- मधुर स्वर में नीता ने चार कविता सुनाए। >> मधुर स्वर में गीता ने चार कविताएँ सुनायीं।
- परीक्षा की तैयारी हेतु मैं, तुम और वह पढ़ रहा है। >> परीक्षा की तैयारी हेतु मैं तुम और वह पढ़ रहे हैं।
- कृपया कल घर पधारने की कृपा करें। >> कृपया कल घर पधारें।
- एक गीतों का किताब ले आइएगा। >> गीतों की एक किताब ले आईएगा।
- अम्मा ने इतनी सुन्दर कथा सुनी कभी थी नही। >> अम्मा ने इतनी सुन्दर कथा कभी नहीं सुनी थी।
- हिमालय बहुत उच्च पर्वत है। >> हिमालय बहुत ऊँचा पर्वत है।
- विद्या-प्राप्ति विद्यार्थियों का लक्ष्य होना चाहिए। >> विद्यार्थियों का लक्ष्य विद्या-प्राप्ति होना चाहिए।
- अभी तुम्हें बहुत-सी बातें सीखना है। >> अभी तुम्हें बहुत-सी बातें सीखनी है।
- राजनैतिक शरण देकर आतंकवादी पालना, सौंप पालने के समान है। >> राजतंत्र की अपेक्षा प्रजातंत्र की महत्त्वता स्वयंसिद्ध है।
- राजतंत्र की अपेक्षा प्रजातंत्र की महत्त्वता स्वयंसिद्ध है। >> राजतंत्र की अपेक्षा प्रजातंत्र का महत्त्व स्वयंसिद्ध है।
- होटल में भोजन के पश्चात् मेरे को पेट में दर्द हो रहा है। >> होटल में भोजन के पश्चात् मेरे पेट में दर्द हो रहा है।
- यह घटना जब मैं आठ वर्ष का बालक था, उस समय की है। >> यह घटना उस समय की है जब मैं आठ वर्ष का बालक था।
- दिपेश ने अपनी माता-पिता का अनादर किया। >> दीपेश ने अपने माता-पिता का अनादर किया।
- गाँधीजी महात्मा थे, क्योंकि उसने विश्व को ही अपना परिवार समझा। >> गाँधीजी महात्मा थे, क्योंकि उन्होंने विश्व को ही अपना परिवार समझा।
- उन्होंने अपने जीवन में बहुत-सा उतार-चढ़ाव देखे था। >> उन्होंने अपने जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव देखे थे।
- वो अभी क्या कर रहे हैं ? >> वे अभी क्या कर रहे हैं ?
- आप अभी कहाँ जा रहे हो ? >> आप अभी कहाँ जा रहे हैं ?
- देवता को एक फूलों की माला अर्पित कर दो। >> देवता को फूलों की एक माला अर्पित कर दो।
- मैं मेरे घर जा रहा हूँ। >> मैं अपने घर जा रहा हूँ।
- निखिल के दादे का क्या नाम है ? >> निखिल के दादा का क्या नाम है ?
- गाय का दूध गरम पीना चाहता हूँ। >> मेरे कान के परदे फटे जा रहे हैं।
- मेरे कान के परदे फटे जा रहे हैं। >> मेरे कानों के परदे फटे जा रहे हैं।
- रोगी कमजोरियों के कारण उठ भी नहीं सकता। >> रोगी कमजोरी के कारण उठ भी नहीं सकता।
- सामाजिक कुरीतियों का एकमात्र कारण अज्ञानता है। >> सामाजिक कुुरीतियों का एकमात्र कारण अज्ञान है।
- वर्तमान युग में राष्ट्रों के बीच शत्रुताएँ हैं। >> वर्तमान युग में राष्ट्रों के बीच शत्रुता है।
- सैनिकों के लिए पत्रों को भेजा जा रहा है। >> सैनिकों के लिए पत्र भेजे जा रहे हैं।
- मार्ग में बीच में आने वाले पेडों को काटा गया। >> मार्ग के बीच में आने वाले पेड़ काटे गए।
- सोभना ने राधा को दही खिलायी। >> शोभना ने राधा को दही खिलायी।
- गुरूजी के आदेश को उसने माना पर तुमने नहीं माने। >> गुरुजी के आदेश को उसने माना, पर तुमने नहीं माना।
- मैंने बाजार से दो किलो अमरूद और एक तरबूज खरीदे। >> मैंने बाजार से दो किलो अमरूद और एक तरबूज खरीदा।
- तब वे स्कूल में एक शिक्षक हुआ करते थे। >> तब वे स्कूल में शिक्षक थे।
- बस खायी में गिर गई। >> बस खाई में गिर गई।
- व्यक्ति की पढ़ायी कभी समाप्त नहीं होती। >> व्यक्ति की पढ़ाई कभी समाप्त नहीं होती।
- कई सचिवालय के कर्मचारियों की गिरफ्तारी हुई। >> कई सचिवालय के कर्मचारियों की गिरफ्तारी हुई।
- प्रफुल्ल भात और मीन पसन्द करता है। >> प्रफुल्ल भात और मछली पसन्द करता है।
- चिकित्सक ने वृद्ध से पूछा कि आपकी आयु क्या है ? >> चिकित्सक ने वृद्ध से पूछा कि आपकी उम्र कितनी है ?
- मेरे को दफ्तर जाना है। >> मुझे दफ्तर जाना है।
- बम एक प्रकार का शस्त्र है। >> बम एक प्रकार का अस्त्र है।
- पुलिस ने रजनीचर को पकड़ा। >> पुलिस ने चोर को पकड़ा।
- यह इतिहासिक घटना है। >> यह ऐतिहासिक घटना है।
- प्रत्येक प्राणी को स्वयं आत्म-निर्भर होना चाहिए। >> प्रत्येक प्राणी को आत्म-निर्भर होना चाहिए।
- राजा से उसे मुँह से माँगा पुरस्कार मिलेगा। >> राजा से उसे मुँह माँगा पुरस्कार मिलेगा।
- राजकीय पुस्तक आलय में बहुत किताबंे हैं। >> राजकीय पुस्तकालय में बहुत किताबें है।
- एक पानी का गिलास दीजिए। >> एक गिलास पानी दीजिए।
- मैं कपड़े नहीं दिए हैं। >> मैंने कपड़े नहीं दिए हैं।
- प्रकाश ने मुझे गाली क्यों दिया ? >> प्रकाश ने मुझे गाली क्यों दी ?
- जल्दबाजी में मैनें पत्र नहीं पढ़ पाया। >> जल्दबाजी में मैं पत्र नहीं पढ़ पाया।
- मैं आपकी प्रतिरक्षा करता रहा। >> मैं आपकी रक्षा करता रहा।
- नीरज ने नीना को कहा। >> नीरज ने नीना से कहा।
- कृष्ण पितांबर धारण करते थे। >> कृष्ण पीतांबर धारण करते थे।
- बहुत मशक्कत के बाद चोरों को पकड़ा गया। >> बहुत मशक्कत के बाद चोर पकड़े गए।
- गोपाल की दोनों गाय सफेद हैं। >> गोपाल की दोनों गायें सफेद हैं।
- डाक्टर ने कहा कि हरेक गायें दूध नहीं देती। >> डाक्टर ने कहा कि हरेक गाय दूध नहीं देती।
- बाग में अमरूद, आम, अनार, अंजीर के पेड़ हैं। >> बाग में अमरूद, आम, अनार और अंजीर के पेड़ हैं।
- पुनीत का स्वास्थ ठीक है। >> पुनीत का स्वास्थ्य ठीक है।
- पवन को उपरोक्त शर्तें स्वीकृत हैं। >> पवन को उपर्युक्त शर्तें स्वीकृत हैं।
- दीपक को पैसे दे देने पर भी वह काहे को आया है। >> दीपक को पैसे दे देने पर भी वह क्यों आया है ?
- महाविद्यालय का देख अरुण बोला कि मैं अगले साल यहाँ पढ़ता था। >> महाविद्यालय को देख अरुण बोला कि मैं पिछले साल यहाँ पढ़ता थ।
- सूर्य प्रतिदिन पश्चिम में डूब रहा है। >> सूर्य प्रतिदिन पश्चिम में डूबता है।
- मेरी सफलता मेरे परिश्रम पर निर्भर करती है। >> मेरी सफलता मेरे परिश्रम पर निर्भर है।
- भारत में कितने असंख्य लोग दुःखी है। >> भारत में असंख्य लोग दुःखी हैं।
- उनके हाथों में बेङियाँ पड़ी थी। >> उनके पैरों में बेङियाँ पड़ी थीं।
- तरुण नवयुवक उत्साही होते हैं। >> नवयुवक उत्साही होते हैं।
- राज्य उसके लिए एक थाती थी। >> राज्य उसके लिए थाती था।
- शायद आज आँधी अवश्य आएगी। >> शायद आज आँधी आएगी।
- यह मेरी पैत्रिक सम्पत्ति है। >> यह मेरी पैतृक सम्पत्ति है।
- समाज के अन्तर्गत भ्रष्टाचार व्याप्त है। >> समाज में भ्रष्टाचार व्याप्त है।
- विख्यात डाकू मानसिंह मारा गया। >> कुख्यात डाकू मानसिंह मारा गया।
- भेडों, बकरियों और गायों का वध अनुचित है। >> पुस्तक में चिन्ह मत लगाओ।
- राजीव ने उत्साह के साथ कष्ट सहन किए। >> राजीव ने धैर्य के साथ शोक सहन किया।
- यह वाक्य अनेक-अनेक भावों को प्रकट करता है। >> यह वाक्य अनेक भाव प्रकट करता है।
- डाकू कुत्ते की मौत मरे। >> डाकू कुत्तों की मौत मरे।
- बस से जाना है तो बस का समय मालूम कर लो। >> बस से जाना है तो उसका समय मालूम कर लो।
- देश की वर्तमान मौजूदा हालत ठीक नहीं है। >> देश की वर्तमान हालत ठीक नहीं है।
- जबरदस्ती से अधिकारी जो चाहे सो कराए। >> अधिकारी जबरदस्ती से जो चाहे सो कराए।
- मेरे प्रस्तोता त्रिपाठी जी हैं। >> मेरे प्रस्तावक त्रिपाठी जी हैं।
- उससे बोल दो कि वह यहाँ से चला जाए। >> उससे कह दो कि यहाँ से चला जाए।
- उसके आँख से आँसू बहता है। >> उसकी आँखों से आँसू बहते हैं।
- शेर को देखकर उसका प्राण सूख गया। >> शेर को देखकर उसके प्राण सूख गए।
- आपके एक-एक वाक्य तुले हुए है। >> आपका एक-एक वाक्य तुला हुआ है।
- यह कार्य आप पर निर्भर करता है। >> यह कार्य आप पर निर्भर है।
- तमाम देश भर में यह बात फैल गयी। >> देश-भर में यह बात फैल गयी।
- इसके बाद वे वापस लौट गए। >> इसके बाद वे लौट गए।
- संसार में असंख्य सूर्य, चन्द्र और ग्रह-नक्षत्र है। >> संसार में अगणित सूर्य, चन्द्र और ग्रह-नक्षत्र हैं।
- संजय पठित व्यक्ति है। >> संजय शिक्षित व्यक्ति है।
- साहित्य और समाज का घोर सम्बन्ध है। >> साहित्य और समाज का घनिष्ठ सम्बन्ध है।
- ईश्वर के अनेकों रूप हैं। >> ईश्वर के अनेक रूप हैं।
- बंदूक के अनेकों रूप है। >> बंदूक के अनेक रूप हैं।
- काम तो कुछ करता नहीं मुकेश तो नाम मात्र का ही अध्यक्ष है। >> काम तो कुछ करता नहीं, मुकेश नाम मात्र का अध्यक्ष है।
- कवि ने अपनी रचना स्वयं आप पढ़कर सुनाई। >> कवि ने अपनी रचना स्वयं पढ़कर सुनाई।
- हम केवल बुद्धिजीवी मात्र हैं। >> हम केवल बुद्धिजीवी हैं।
- मेज पर कागज, कलम, दवात है। >> मेज पर कागज, कलम और दवात है।
- वर्तमान में अनेक ग्रंथों का नागरी में अनुवाद हो रहा है। >> वर्तमान में अनेक ग्रंथों का हिन्दी में अनुवाद हो रहा है।
- तीर्थराज प्रयाग का बड़ा महात्म है। >> तीर्थराज प्रयाग का बड़ा माहात्म्य है।
- पिता का उत्तरदायित्व पुत्र के ऊपर होता है। >> पिता का उत्तरदायित्व पुत्र पर होता है।
- खजाने का रहस्य अपने भाई को प्रकट कर दो। >> खजाने का रहस्य अपने भाई के समक्ष प्रकट कर दो।
- यह कार्य उसकी इच्छानुसार नहीं किया। >> यह कार्य उसने इच्छानुसार नहीं किया।
- ग्यान बिना कर्तव्य का महत्त्व समझ में नहीं आता। >> ज्ञान बिना कर्तव्य का महत्त्व में नहीं आता।
- हँसी और खाँसी दोनों ही झगड़े व उपहास की जड़ हैं। >> हँसी और खाँसी दोनों ही झगड़े व उपहास की जड़ है।
- जैसे भी हो हमने यह काम आज करना है। >> जैसे भी हो, हमको यह काम आज करना है।
- सम्मेलन में मैंने उनका बात किया। >> सम्मेलन में मैंने उनकी बात की।
- सुधीर अथवा अजय कोई आएँगे ही। >> सुधीर अथवा अजय आयेगा ही।
- इस उपलक्ष्य पर तुमको पाँच साड़ी दी जाती है। >> इस उपलक्ष्य पर तुमको पाँच साङियाँ दी जाती है।
Shudh Ashudh for Class 5
Shudh Ashudh for Class 6
Shudh Ashudh for Class 7
Shudh Ashudh for Class 8
Shudh Ashudh for Class 9
Shudh Ashudh for Class 10
वाक्य अशुद्धि के अन्य उदाहरण –
अशुद्ध वाक्य >> शुद्ध वाक्य
- 12 वीं कक्षा में 40 विद्यार्थीगण है। >> बारहवीं कक्षा में चालीस विद्यार्थी हैं।
- अधिक मूल्य सुनते ही ग्राहक उठने लग पड़ा। >> अधिक मूल्य सुनते ही ग्राहक उठने लगा।
- अनिल साक्षात्कार के लिए निज में वहां जाना नहीं चाहता था। >> अनिल साक्षात्कार के लिए स्वयं वहाँ जाना नहीं चाहता था।
- अपने हितों के रक्षार्थ किए गए आन्दोलन को दंगा कहकर पुकारना अनुचित है। >> अपने हितों के रक्षार्थ किए गए आन्दोलन को दंगा कहना अनुचित है।
- अप्रैल माह में हमारी परिक्षा होगी। >> अप्रैल माह में परीक्षा होगी।
- असमंजस की स्थिती में कुछ काम नहीं हो सकता। >> असमंजस की स्थिति में कुछ काम नहीं हो सकता।
- आचार्य से आर्शिवाद लो। >> आचार्य से आशीर्वाद लो।
- आजादी की लड़ाई के समय सत्याग्रही बड़ी-बड़ी यातनाओं सहते रहे। >> आजादी की लड़ाई के समय सत्याग्रही बड़ी-बड़ी यातनाएँ सहते रहे।
- आदेश मिलते ही फूलचन्द दसवें रात को सीमा पर चला गया। >> आदेश मिलते ही फूलचन्द दसवीं रात को सीमा पर चला गया।
- आध्यात्म मानसिक शांति का प्रदाता है। >> अध्यात्म मानसिक शांति का प्रदाता है।
- आम तोड़ने के लिए पंकज सुबह से पेड़ में बैठा है। >> आम तोड़ने के लिए पंकज सुबह से पेड़ पर बैठा है।
- आर.ए.एस. परीक्षा के साक्षात्कार के समय बोर्ड ने राजीव से पूछा कि चारों वेदों का नाम बताओ। >> आर.ए.एस. परीक्षा के साक्षात्कार के समय बोर्ड ने राजीव से पूछा कि चारों वेदों के नाम बताओ।
- इंजीनियर ने कहा कि यह इमारत गिर जाने का संदेह है। >> उच्च वर्ग के लोगों का रहन-सहन का दर्जा ऊँचा होता है।
- इंजीनियर ने ठेकेदार से कहा कि मजदूर खूब काम करता है, क्यांेकि उसे अच्छा पैसा मिले। >> इंजीनियर ने ठेकेदार से कहा कि मजदूर खूब काम करता है ताकि उसे अच्छा पैसा मिले।
- इंजेक्शन लगाते ही रोगी के पसीने की संख्या बढ़ती गई। >> इंजेक्शन लगाते ही रोगी के पसीने की मात्रा बढ़ती गई।
- इस पेड़ की उचाई 1 फुट है। >> इस पेड़ की ऊँचाई 1 फुट है।
- इस स्थान पर परसों एक लड़का और एक लड़की बैठी थीं। >> इस स्थान पर परसों एक लड़का और एक लड़की बैठे थे।
- उसने कहा की मैं सोऊँगा। >> उसने कहा कि मैं सोऊँगा।
- एम.ए. प्रथम वर्ष की परीक्षा देकर शिवलाल ने कहा कि मैं कुछ का कुछ लिख दिया है। >> एम.ए. (प्रथम वर्ष) की परीक्षा देकर शिवलाल ने कहा कि मैंने कुछ का कुछ लिख दिया है।
- ओमप्रकाश ने गौरव से कहा कि मुझे सफल होने की निराशा है। >> ओमप्रकाश ने गौरव से कहा कि मुझे अपने सफल होने की आशा नहीं है।
- कठनाई से जूझ कर मनुष्य उन्नति करता है। >> कठिनाई से जूझ कर मनुष्य उन्नति करता है।
- कमला की माँग में सिन्दुर नहीं था। >> कमला की माँग में सिन्दूर नहीं था।
- कमलेश को सुरेश को और सुनील को कल मैंने साथ-साथ देखा था। >> मैंने कमलेश, सुरेश और सुनील को कल एक-साथ देखा था।
- कमलेश पर तो जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कथा चरितार्थ होती है। >> कमलेश पर तो जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत चरितार्थ होती है।
- कर्जा ले जाने के दुसरे दिन भी वह नहीं आया। >> कर्जा ले जाने के दूसरे दिन भी वह नहीं आया।
- कर्मचारी ने आफिसर से कहा कृपया आज का अवकाश देने की कृपा करें। >> कर्मचारी ने आॅफिसर से कहा कि आज का अवकाश देने की कृपा करें।
- कल रात पास वाले गाँव में डाकुओं ने चैकी लूटी। >> कल रात पास वाले गाँव में डाकुओं ने चैकी लूट ली।
- कवि ने श्रोताओं से कहा कि हिन्दी के प्रचार में अब भी बड़े-बड़े संकट है। >> कवि ने श्रोताओं से कहा कि हिन्दी के प्रचार में अब भी बड़ी-बड़ी बाधाएँ हैं।
- कार्यक्रम से लौट कर धीरज ने बताया कि मैंने उसका गाना और रूप देखा। >> कार्यक्रम से लौट कर धीरज ने बताया कि मैंने उसका गाना सुना और रूप देखा।
- कालीदास का नाम सर्वविदित है। >> कालिदास का नाम सर्वविदित है।
- कालू ने अपना अपराध मानते हुए कहा कि मैं यह स्वीकार करता हूँ। >> कालू ने अपना अपराध मानते हुए कहा कि मैं यह स्वीकार करता हूँ।
- किवदंती के अनुसार सत्यवान की पत्नी सावित्री एक पतिव्रता नारी थी। >> कल रात योगेश ने घर गया और सोया।
- कीट्स की कविताओं में जवानी के मिठास के प्रति मोह है। >> कीट्स की कविताओं में जवानी की मिठास के प्रति मोह है।
- कुम्भ के मेले में हरेक ने टोपियाँ पहन रखी थीं। >> कुम्भ के मेले में हरेक ने टोपी पहन रखी थी।
- कुलदीप कभी अपने समय का दुरूपयोग नहीं करता। >> कुलदीप कभी अपने समय का दुरुपयोग नहीं करता।
- कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि हमारी व्यवस्था की रीढ़ है। >> कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि हमारी व्यवस्था का आधार है।
- कृष्ण की बात सुनकर राधा हँस डाली। >> कृष्ण की बात सुनकर राधा हँस पड़ी।
- क्या जानता है बनाना खाना आपका नौकर ? >> क्या आपका नौकर खाना बनाना जानता है ?
- क्षुब्ध होते हुए गौरी शंकर बोला कि तुम तुम्हारे घर चले जाओ। >> क्षुब्ध होते हुए गौरी शंकर बोला कि तुम अपने घर चले जाओ।
- गाँव में मीठे पानी का एक कूआँ है। >> गाँव में मीठे पानी का एक कुआँ है।
- गीता नुपूर बाँध कर नृत्य करने लगी। >> गीता नूपूर बाँध कर नृत्य करने लगी।
- घर की नींव पड़ते ही सुरेश बोला कि यह काम अच्छा हो पड़ा है। >> घर ही नींव पड़ते ही सुरेश बोला कि यह काम अच्छा बन पड़ा है।
- चंद्रेश ने कहा कि घर से निकल जाने पर कार्य आते हैं प्रायः करके ऐसा होता है। >> चंद्रेश ने कहा कि घर से निकल जाने पर कार्य याद आते हैं, प्रायः करके ऐसा होता है।
- चलचित्र में अभीनेता का काम अच्छा था। >> चलचित्र में अभिनेता का काम अच्छा था।
- चाँदी की उपेक्षा सोना श्रेष्ठ है। >> चाँदी की अपेक्षा सोना श्रेष्ठ है।
- छात्रों के व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास हेतु परीक्षा की प्रणाली बदलना चाहिए। >> छात्रों के व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास हेतु परीक्षा की प्रणाली बदलनी चाहिए।
- छिपकिली कीड़े मकौड़े खाकर पेट भरती है। >> छिपकली कीड़े-मकोड़े खाकर पेट भरती है।
- जीतने पर खुशी व्यक्त करते हुए गब्बर ने कहा कि मैंने उसकी नाक पर मुक्का दिया। >> जीतने पर खुशी व्यक्त करते हुए गब्बर ने कहा कि मैंने उसकी नाक पर मुक्का मारा।
- जेठानी ने देवरानी से कहा कि विष्णुपद में चंद्रमा को देखी। >> जेठानी ने देवरानी से कहा कि आकाश में चंद्रमा को देखो।
- डाकूओं ने बस्ती उजाड़ दी। >> डाकुओं ने बस्ती उजाड़ दी।
- डाक्टर ने मरीज को परामर्श देते हुए कहा कि मैं चाहता हूँ कि आप छुट्टी ले लेता। >> डाक्टर ने मरीज को परामर्श देते हुए कहा कि मैं चाहता हूँ कि आप छुट्टी ले लें।
- तलाब द्वारा राजस्थान में सिंचाई कम होती है। >> राजस्थान में तालाबों द्वारा सिंचाई कम होती है।
- दरोगा ने मालिक से कहा कि केन्टीन में लड़की लोग बैठा था। >> दरोगा ने मालिक से कहा कि कैन्टीन में लड़कियाँ बैठी थीं।
- दर्शनशास्त्र पढ़ाते हुए अध्यापिका ने कहा कि यह बात उदाहरण से स्पष्ट किया जा सकता है। >> दर्शनशास्त्र पढ़ाते हुए अध्यापिका ने कहा कि यह बात उदाहरण से स्पष्ट की जा सकता है।
- दिलीप ने अपने चाचा से पूछा, क्या आप आ सकोगे ? >> दिलीप ने अपने चाचा से पूछा, क्या आप आ सकेंगे ?
- दिवाली खुशियों का त्योहार है। >> दीपावली खुशियों का त्योहार है।
- दीपक ने विवेक से कहा कि हम जल्दी चलंे कि मास्टर जी अप्रसन्न हो जाएंगे। >> दीपक ने विवेक से कहा कि हम जल्दी चलें नहीं तो मास्टर जी अप्रसन्न हो जाएंगे।
- दुर्गा सिंहवाहनी देवी शक्ति का प्रतीक है। >> सिंहवाहनी दुर्गा देवी शक्ति का प्रतीक है।
- देशवासियों का लक्ष्य देश की चहुँमुखी प्रगति होनी चाहिए। >> देशवासियों का लक्ष्य देश की चहुँमुखी प्रगति होना चाहिए।
- द्रविभूत होकर रमेश ने 1 लाख का दान दिया। >> द्रवीभूत होकर रमेश ने एक लाख का दान दिया।
- नगरपरिषद् ने निर्णय लिया कि नगर की गलियों को चैड़ी करना आवश्यक हो गया है। >> नगर परिषद् ने निर्णय लिया कि नगर की गलियों को चैड़ा करना आवश्यक है।
- नयी कार लेते ही लालाजी का लड़का कल से कार हाँक रहा है। >> नयी कार लेते ही लालाजी का लड़का कल से कार चला रहा है।
- नरायण लाल ईमानदार व्यक्ति है। >> नारायण लाल ईमानदार व्यक्ति है।
- नल आने पर नहाने के लिए कमल ने कपड़े उतार कर रख दिया। >> नल आने पर, नहाने के लिए कमल ने कपड़े उतार कर रख दिए।
- नवजात शिशु 5 दिन का है। >> नवजात शिशु पाँच दिन का है।
- नासा में इस यंत्र की उत्पत्ति पिछले वर्ष हुई है। >> नासा में इस यंत्र का आविष्कार पिछले वर्ष हुआ।
- निखिल अपने घर वापिस चला गया। >> निखिल अपने घर वापस चला गया।
- निरपराधी व्यक्ति को दंड मिलना अन्याय है। >> निरपराध व्यक्ति को दंड मिलना अन्याय है।
- नेताजी ने कहा, उत्तम चरित्र हमारे लक्ष्य होना चाहिए।’’ >> पुस्तकालय अध्यक्ष ने पूछा पुस्तकें ये किसकी हैं ?
- नेताजी ने चुनाव प्रचार के समय जनता से कहा कि अनुशासन के बिना व्यक्ति अपने चरित्रों को खो देता है। >> नेताजी ने चुनाव प्रचार के समय जनता से कहा कि अनुशासन के बिना व्यक्ति अपने चरित्र को खो देता है।
- नौकरी छोड़ते समय विजय ने कहा गुलामी की दासता किसे पसंद होगी >> नौकरी छोड़ते समय विजय ने कहा कि गुलामी किसे पसंद होगी।
- पंकज चार दिन से बिमार है। >> पंकज चार दिन से बीमार है।
- पंकज ने अपना मत प्रस्तुत किया कि मीनाकारी पेशा के लोग कम मिलेंगे। >> पंकज ने अपना मत प्रस्तुत किया कि मीनकारी पेश के लोग कम मिलेंगे।
- पंडित जी ने कहा कि पूजा का समान मँगवा लो। >> पंडित जी ने कहा कि पूजा का सामान मँगवा लो।
- पङोसन ने झगड़ते हुए रमेश की पत्नी से कहा कि घर से बाहर जाओ तो तुम्हें मजा दिलाऊँ। >> पङोसन ने झगड़ते हुए रमेश की पत्नी से कहा कि घर से बाहर आओ तो तुम्हें मजा दिलाऊँ।
- पढ़ लिख जाने पर मेरे मित्र की स्त्री ने परदा छोड़ दिया है। >> पढ़-लिख जाने पर मेरे मित्र की पत्नी ने पर्दा छोड़ दिया है।
- पप्पू ने प्रातः भोजन करके स्कूल गया। >> पप्पू प्रातः भोजन करके स्कूल गया।
- परचूनी के सामान का एक सूचिपत्र दे दे। >> परचून के सामान का एक सूचीपत्र दे दें।
- पर्वतारोहण करते हुए संतोष यादव ने कहा कि इस काम में मुझे मजा आती है। >> पर्वतारोहण करते हुए संतोष यादव ने कहा कि इस काम में मुझे मजा आता है।
- पवन के घर का पता मालुम नहीं है। >> पवन के घर का पता मालूम नहीं है।
- पाठ को दूबारा बढ़ना चाहिए। >> पाठ को दुबारा पढ़ना चाहिए।
- पिछले वर्ष उड़ीसा राज्य में भूख की भारी घटनाएँ हुईं। >> पिछले वर्ष उड़ीसा राज्य में भुखमरी की अनेक घटनाएँ हुई।
- पिताजी की डाँट सुनते ही दिलीप पर घडों पानी गिर गया। >> पिताजी की डाँट सुनते ही दिलीप पर घडों पानी पड़ गया।
- पुरषों की सभी व्यस्क उपस्थित थे। >> पुरुषों की सभा में सभी वयस्क उपस्थित थे।
- पुर्णिमा का चाँद पूर्णतया गोल होता है। >> पूर्णिमा का चाँद पूर्णतया गोल होता है।
- पुष्कर मेले में यात्रियों का तारतम्य नहीं टूटता था। >> पुष्कर मेले में यात्रियों का ताँता लगा था।
- पुष्पांजली द्वारा शहिदों को श्रद्धांजलि दी गई। >> पुष्पांजली द्वारा शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
- पुस्तकालयाध्यक्ष ने पूछा कि ये पुस्तकें किसकी है ? >> किवदंती के अनुसार सावित्री जो सत्यवान की पत्नी सावित्री एक पतिव्रता नारी थी।
- पूर्व में काबुल भारत के आधीन था। >> पूर्व में काबुल भारत के अधीन था।
- पेड़ पर लगभग कोई एक दर्जन के करीब आम हैं। >> पेड़ पर लगभग एक दर्जन आम हैं।
- प्रथम प्रयास में ही संजीव को रेलवे में नौकरी पा गई। >> प्रथम प्रयास में ही संजीव को रेलवे में नौकरी मिल गई।
- प्रदर्शिनी में विभिन्न वस्तुएँ रखी थीं। >> प्रदर्शनी में विभिन्न वस्तुएँ रखी थीं।
- प्रदीप कद में बड़ा छोटा है। >> प्रदीप कद में बहुत छोटा है।
- प्रबन्धक ने कर्मचारी से कहा, पुस्तक छापने की व्यवस्था का प्रबन्ध करें। >> प्रबन्धक ने कर्मचारी से कहा कि पुस्तक छापने की व्यवस्था करें।
- प्रभात ने अपने जंवाई से कहा कि कल आप जा सकता है। >> प्रभात ने अपने जंवाई से कहा कि आप कल जा सकते है।
- प्राथमिक स्कूल खुलवाने का काम सरकार ने करवाना चाहिए। >> प्राथमिक स्कूल खुलवाने का काम सरकार को करवाना चाहिए।
- बंटी ने शिकायत करते हुए कहा कि पंकज ने मुझे गालियाँ निकाली। >> बंटी ने शिकायत करते हुए कहा कि पंकज ने मुझे गालियाँ दीं।
- बच्चे उधम करते रहते हैं। >> बच्चे ऊधम करते रहते हैं।
- बदाम लाभदायक होता है। >> बादाम लाभदायक होता है।
- बहु घर की लक्ष्मी होती है। >> बहू घर की लक्ष्मी होती है।
- बाल मुकंद एक अच्छा गणितज्ञ है। >> बाल मुकुंद एक अच्छा गणितज्ञ है।
- बिरजू ने राजू से कहा कि आप कबीर के दोहे अवश्य सुने होंगे। >> बिरजू ने राजू से कहा कि आपने कबीर के दोहे अवश्य सुने होंगे।
- बुढ़िया की दुरावस्था देखकर दया आ गई। >> बुढ़िया की दुरवस्था देखकर दया आ गई।
- ब्रह्माजी के दर्शन करने जाते समय अशोक ने कहा कि हमारे सामानों का ख्याल रखना। >> ब्रह्माजी के दर्शन करने जाते समय अशोक ने कहा कि हमारे सामान का ख्याल रखना।
- भारत का ऊत्थान कब होगा। >> भारत का उत्थान कब होगा।
- भारत धर्म निर्पेक्ष देश है। >> भारत धर्मनिरपेक्ष देश है।
- भालूओं का जोड़ा जंगल में विचरण करता है। >> भालुओं का जोड़ा जंगल में विचरण करता है।
- भोजनालय के मालिक ने कहा कि भोजन को स्वादिष्ट होना चाहिए। >> भोजनालय के मालिक ने कहा कि भोजन स्वादिष्ट होना चाहिए।
- भ्रष्टाचार की समस्या की औषध सिर्फ जनता के पास है। >> भ्रष्टाचार की समस्या का हल सिर्फ जनता के पास है।
- मंजू ने कक्षा में सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त किए हैं। >> मंजु ने कक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त किए हैं।
- मंदिरों में रमायण का पाठ करते हैं। >> मंदिरों में रामायण का पाठ करते हैं।
- महेश को अपनी संपत्ति का अभीमान है। >> महेश को अपनी संपत्ति का अभिमान है।
- माता पिता की सेवा संतान का पूनीत कर्तव्य है। >> माता-पिता की सेवा संतान का पुनीत कर्तव्य है।
- मालन मंदिर में के सामने फूल बेचती है। >> मालिन मंदिर के सामने फूल बेचती है।
- माली जल से पौधों को सिंचता था। >> माली पौधों को सींचता था।
- मीरा भागवत्प्रेम में तल्लीन रहती थीं। >> मीरा भगवत्प्रेम में तल्लीन रहती थीं।
- मुझे पैसे की अवश्यकता नहीं है। >> मुझे पैसे की आवश्यकता नहीं है।
- मेरे से दूर हट, मैं तेरे से कुछ नहीं कहता। >> मुझसे दूर हट, मैं तुझसे कुछ नहीं कहता।
- मोहन ने श्याम की आड़े हाथों खबर ली। >> मोहन ने श्याम को आड़े हाथों लिया।
- यदि वह रुपया दे दे तो काम बन जाएगा। >> यदि वह रुपया दे दे तो काम बन जाय।
- यह मणि अमूल्य है, यत्न से रखना। >> यह मणि बहुमूल्य है, यत्न से रखना।
- यह हीरा बेशकीमती है इसका मूल्य नापा या तोला नहीं जा सकता। >> यह हीरा अनमोल है, इसका मूल्य आँका नहीं जा सकता।
- योगिता ने बाली से कहा कि महात्मा जी का दर्शन करके मैं धन्य हो गयी। >> योगिता ने बाली से कहा कि महात्मा जी के दर्शन करके मैं धन्य हो गयी।
- रमेश का साहस नहीं है कि वह पुरानी हवेली में जाएगा। >> रमेश में साहस नहीं कि वह पुरानी हवेली में जाए।
- रमेश का सिर शर्म से उड़ गया। >> रमेश का सिर शर्म से झुक गया।
- रमेश की पतिव्रता नारी को छूने का उत्साह कौन करेगा। >> रमेश की पतिव्रता नारी को छूने का साहस कौन करेगा!
- रमेश की बारात में पाँच सौ लोग थे। >> रमेश की बरात में पाँच सौ लोग थे।
- रमेश ने अध्यापक से हिन्दी पढ़ायी है। >> रमेश ने अध्यापक से हिन्दी पढ़ी है।
- रहीम के नीती के दोहे ज्ञानप्रद हैं। >> रहीम के नीति के दोहे ज्ञानप्रद है।
- राजस्थान में अनेक दर्शनीय स्थल देखने योग्य हैं। >> राजस्थान में अनेक दर्शनीय स्थल है।
- राजू ने पिताजी से कहा अध्यापक ने हमसे लेख लिखाया। >> राजू ने पिताजी से कहा, अध्यापक ने हमसे लेख लिखाए।
- राम के प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने पर पिताजी का शरीर गद्गद् हो गया। >> राम के प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने पर पिताजी गद्गद हो गए।
- रामपाल ने अपने नौकर से कहा कि तुझे सब काम करना होंगे। >> रामपाल ने अपने नौकर से कहा कि सब काम करने होंगे।
- रामभक्त हनुमान् महाबलि थे। >> रामभक्त हनुमान् महाबली थे।
- रास्ते में मिले बैग को लौटाकर जितेन्द्र ने अपनी शराफत का पूरा तजुर्बा दिया है। >> रास्ते में मिले बैग को लौटाकर जितेन्द्र ने अपनी शराफत का पूरा सबूत दिया है।
- राहुल ने विवेक से कहा कि मैं सोमवार के दिन यहाँ पहुँच जाऊँगा। >> राहुल ने विवेक से कहा कि मैं सोमवार के दिन यहाँ पहुँच जाऊँगा।
- रिश्ता ना होने पर कल्पना की आशों पर पानी पड़ गया। >> रिश्ता न होने पर कल्पना की आशाओं पर पानी पड़ गया।
- रीटा ने बबली को डाटते हुए कहा कि अब तू आयी हो। >> रीटा ने बबली को डाँटते हुए कहा कि तू अब आयी है।
- रोटी का अकार गोल है। >> रोटी का आकार गोल है।
- लड़ाई-झगड़े देख कर पङौसी ने कहा कि उनके घर में कैसा वातावरण उपस्थित है। >> लड़ाई-झगड़े देख कर पङौसी ने कहा कि उनके घर में कैसा वातावरण है।
- लिखाई दुरस्त हो तो अंक भी अच्छे मिलते हैं। >> लिखाई दुरुस्त हो तो अंक भी अच्छे मिलते हैं।
- वर्ण व्यवस्थानुसार-ब्राह्मण, क्षत्रीय, वैश्य, शूद्र चार वर्ण है। >> वर्ण व्यवस्थानुसार ब्राह्मण, क्षत्रीय, वैश्य और शूद्र ये चार वर्ण हैं।
- वर्णन करते हुए पुनीत ने कहा कि मैं उन्हीं से बाते करने लगा। >> वर्णन करते हुए पुनीत ने कहा कि मैं उन्हीं से बाते करने लगा।
- विदेशी ने धैर्यता के साथ ताज की सौन्दर्यता देखी >> विदेशी ने धैर्य के साथ ताज की सुन्दरता देखी।
- विमला अवाज देकर पूछा। >> विमला ने आवाज देकर पूछा।
- व्याख्याता ने कहा कि कल सभी छात्र पुस्तकें ना लाओ। >> व्याख्याता ने कहा कि कल सभी छात्र पुस्तकें न लाएँ।
- शंकर ब्राह्मण जाती का है। >> शंकर ब्राह्मण जाति का है।
- शशीकांत कृष्णकान्त का बड़ा भाई है। >> शशिकांत कृष्णकान्त का बड़ा भाई है।
- शिवर लगाकर साक्षरता संबंधी ज्ञान दिया जा सकता है। >> शिविर लगाकर साक्षरता संबंधी ज्ञान दिया जा सकता है।
- शीला एक अच्छी लड़की है, वह सीना, पिरोना, संगीत तथा हिन्दी पढ़ती है। >> शीला एक अच्छी लड़की है, वह सीना, पिरोना व संगीत सीखती है तथा हिन्दी पढ़ती है।
- शीला की माँ का नाम शांती देवी है। >> शीला की माँ का नाम शांति देवी है।
- श्रीधर ने सुखदेव से कहा, क्या आप पढ़ लिए हैं ? >> श्रीधर ने सुखदेव से कहा, क्या आपने पढ़ लिया है ?
- श्रीमति विमला इस वार्ड की पार्षद है। >> श्रीमती विमला इस वार्ड की पार्षद हैं।
- संदीप नदान नहीं है। >> संदीप नादान नहीं है।
- संसारिक समस्या भात्रभाव में कमी व संप्रदायवाद है। >> सांसारिक समस्या भ्रातृभाव में कमी व संप्रदायवाद है।
- सड़क पर मुकेश चलता-चलता रूक गया। >> मुकेश सड़क पर चलते-चलते रुक गया।
- सप्ताहिक पत्रिका समसामयिक ज्ञान का स्रोत है। >> साप्ताहिक पत्रिका समसामयिक ज्ञान का स्रोत है।
- सरकारी अनूदान कृषकों को राहत प्रदान करता है। >> सरकारी अनुदान कृषकों को राहत प्रदान करता है।
- साक्षात्कार के समय राजेश ने कहा कि मैं सप्रमाण सहित बता रहा हूँ। >> साक्षात्कार के समय राजेश ने कहा कि मैं प्रमाण सहित बता रहा हूँ।
- साधु ने कहा कि सब को भगवान को पूजना चाहिए। >> साधु ने कहा कि सबको भगवान की पूजा करनी चाहिए।
- साहब से परीचय करा दो। >> साहब से परिचय करा दो।
- सीमा-रेखा पर उग्रवादियों ने गोले और तोपों से हमला किया। >> सीमा-रेखा पर उग्रवादियों ने गोलों और तोपों से हमला किया।
- सुमन अपनी माँ की तबियत खराब होने पर दौड़ी हुई गयी और दवा माँगी। >> सुमन अपनी माँ की तबियत खराब होने पर दौड़ी हुई गयी और उसने दवा माँगी।
- सुरज साँयकाल डूबता है। >> सूरज साँयकाल डूबता है।
- सुरेश ने जानकारी देते हुए कहा कि संदूक में कागज पत्र और आदि चीजें है। >> सुरेश ने जानकारी देते हुए कहा कि संदूक में कागज-पत्र आदि चीजें हैं।
- सेठ रामप्रसाद के पास हीरे जवाहरातों की बड़ी संख्या है। >> सेठ रामप्रसाद के पास हीरे-जवाहरात की बहुतायत है।
- सैकडों गाँव तुफान की चपेट में आ गए। >> सैकडों गाँव तूफान की चपेट में आ गए।
- सैकण्डरी व सीनियर सैकण्डरी परीक्षा में हिन्दी की शिक्षा अनिवार्य कर दिया। >> सैकण्डरी व सीनियर सैकण्डरी परीक्षा में हिन्दी की शिक्षा अनिवार्य कर दी गई।
- स्कूल के प्रधानाचार्य अध्यापक को बुलाया। >> स्कूल के प्रधानाचार्य ने अध्यापक को बुलाया।
- स्टेशन से आते हुए कमल बोला तुम तो आ गए पर आपका सामान नहीं आया। >> स्टेशन से आते हुए कमल बोला आप तो आ गए पर आपका सामान नहीं आया।
- स्वतंत्रता आन्दोलन के समय युवा, नर, बालक, नारी सब पकड़ी गयी। >> स्वतंत्रता आन्दोलन के समय युवा, नर, बालक, नारी सब पकड़े गए।
- स्वस्थ रहने हेतु उत्तम अहार चाहिए। >> स्वस्थ रहने हेतु उत्तम आहार चाहिए।
- स्वस्थ होते ही बबलू ने पिताजी से कहा कि मैं खेलना माँगता हूँ। >> स्वस्थ होते ही बबलू ने पिताजी से कहा कि मैं खेलना चाहता हूँ।
- हवन की सामिग्री यथासमय मिल जाएगी। >> हवन की सामग्री यथासमय मिल जाएगी।
- हाथिनी ने अपने महावत के प्राणों की रक्षा की। >> हथिनी ने अपने महावत के प्राणों की रक्षा की।
- हिन्दी देवनागरी लिपी का ही रूप है। >> हिन्दी देवनागरी लिपि का ही रूप है।
- हिरण निरिह पशु है। >> हिरण निरीह पशु है।