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उम्मीद तो थी, लेकिन इतना हिट हो जायेगा सोचा नहीं था…फिल्म पद्मावती के गीतकार ए.एम्  तुराज़

परवीन अर्शी की मुलाकात फिल्म पद्मावती के गीतकार ए.एम्  तुराज़ के साथ…

ए.एम्  तुराज़ का जन्म 19 सितम्बर,1981 को मुज़फ्फरनगर के सम्भलहेड़ा गांव के मीरानपुर,उत्तरप्रदेश में हुआ.अपनी पढ़ाई ख़त्म करने के बाद तुराज़ ने लेखक बनने की चाहत में मुंबई का रुख किया.

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लिखना कैसे शुरू किया ?..

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शौक था लिखने पढ़ने का खूब लिखता था मैं और सोचा मेरे सपनों की जगह ,उत्तरप्रदेश नहीं मुंबई है और बस चला आया मुंबई 19 साल की उम्र में 2002 में .

फिल्म और टीवी में मौका कैसे मिला ?

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पहले असिस्टेंट राइटर के रूप में काम किया साबुनो के एड के लिए स्क्रिप्ट लिखी, 2005 में मैंने एक टीवी सीरियल के लिए लिखा.मेरा पहला असाइनमेंट फिल्म ‘ कुड़ियों का है ज़माना’ का था, जिसके के लिए गीत लिखे थे.फिर ‘जेल’,’गुज़ारिश’,’चक्रव्यूह’ और ‘जैकपोट’ जैसी फिल्मों के लिए था.

संजय लीला भंसाली से कैसे मुलाकात हुई?

संजय जी से मेरी मुलाकात संगीतकार इस्माइल दरबार ने करवाई थी, वे मेरा लिखा हुआ गाना कंपोज़ करके उन्हें सुनाने गए थे.

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क्या संजय जी को आपके गाने पसंद आये थे ?

जी हाँ बिलकुल, उन्होंने मुझे अपनी फिल्म ‘गुज़ारिश’ में लिखने का मौक़ा दिया था,’तेरा ज़िक्र है…’ मेरा ही गीत है.फिर ‘बाजीराव मस्तानी’ के गीत लिखे, ‘तुझे याद कर लिया है,आयत की तरह…’, गीत काफी हिट हुआ था.

‘पद्मावती’ एक ऐतिहासिक फिल्म है,कितना मुश्किल था इस फिल्म के लिए लिखना ?

मुश्किल तो था,लेकिन नामुमकिन नहीं था, क्योंकि इस फिल्म के लिए वो गाने चाहिए थे,जो उस ज़माने के राजा महाराजाओं के दौर से मेल खाते हों ,वह दौर कुछ अलग ही था. पद्मावती के सभी गाने मैंने ही लिखे हैं.

आपका फिल्म ‘पद्मावती’ का गाना ‘घूमर रमवाने आप पधारो सा…’.काफी हिट हो गया है क्या इस गाने के हिट होने की उम्मीद थी आपको?

जी ! उम्मीद तो थी, लेकिन इतना हिट हो जायेगा सोचा नहीं था.अब तक लगभग 2 मिलियन लोग इस गाने को देख चुके हैं.और इस फिल्म के बाक़ी गाने भी ज़बरदस्त हिट होंगे.

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मुशायरों में शिरकत का ख़याल कब और कैसे आया?

पिछले चार सालों से मैं मुशायरों में शिरकत कर रहा हूँ.पॉपुलर मेरठी खींच लाये मुझे मुशायरों में,सोचा इसी बहाने लोगो से रूबरू होकर अपने कुछ कलाम सुनाने का मौक़ा मिल जायेगा.

आगे आने वाले दिनों में आप के कोई नए प्रोजेक्ट्स ?

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जी हाँ मुशायरों के साथ साथ कुछ फिल्मों के असाइनमेंट्स हैं,उन्हें पूरा करूंगा.

क्या गाना हिट होना का जश्न होगा?

जी ज़रूर होगा जश्न लेकिन फिल्म हिट होने का,अभी तो दोस्तों के साथ ख़ुशी मनेगी.

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