Savan mein hari sabziyan kyon nahin khani chahiye?
कहते हैं पहला सुख निरोगी काया यानी स्वस्थ शरीर ही सबसे बड़ा धन है। जिसके पास स्वस्थ शरीर नहीं होता है, उसके लिए दुनिया के सारे सुख व ऐश्वर्य व्यर्थ हो जाते हैं। स्वस्थ्य शरीर के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है – संतुलित भोजन। हमारा खान पान ही हमारे शरीर को पूरी तरह तंदरूस्त रखता है। अच्छे भोजन से हमारी कार्यक्षमता सही बनी रहती है, जल्दी थकान नहीं होती और साथ ही कई छोटी छोटी बीमारियां हमेशा ही हमसे दूर रहती हैं। बारिश के मौसम में स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। इसीलिए हमारे धर्म शास्त्रों में भी इस मौसम के लिए कुछ विशेष नियम बनाए गए हैं।
हमारे शास्त्रों में साल के हर महीने में कोई ना कोई चीज भोजन में वर्जित मानी गई है। सावन के महीने में हरी सब्जियों का सेवन वर्जित माना गया है। हमारे धर्म शास्त्रों में मान्यता है कि सावन में हरी सब्जी का त्याग कर देने से व नियम से उपवास, स्नान करने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है। लेकिन इस मान्यता के पीछे वैज्ञानिक कारण भी है। दरअसल, बारिश में हरी सब्जियों में बीमारी फैलाने वाले कीटाणु बहुत अधिक पायें जाते हैं, जिससे पेट व त्वचा से संबंधित बीमारियां की चपेट में आने की संभावना बढ़ जाती है। यही कारण है कि सावन माह में हरी सब्जियां खाना वर्जित माना गया है।