Nitya karm kyon avashayak hain? Snan kyon karna chahiye?
शास्त्रों के अनुसार हर समय के लिए अलग-अलग परंपराएं बताई गई हैं। सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक कई जरूरी कर्म बताए गए हैं, जिन्हें करना हमारे स्वास्थ्य और धर्म के नजरिए से फायदेमंद है।
ऐसा माना जाता है सुबह नींद से जागने के बाद कोई भी शुभ कार्य करें तो पूरा दिन अच्छा रहता है। इसी वजह से कई ऐसी परंपराएं निर्धारित की गई हैं, जिन्हें अपनाने वाले इंसान को किसी प्रकार की परेशानी या दुख नहीं रहता।
साथ ही इनसे स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होता है। प्रतिदिन के सभी आवश्यक कार्यों के अतिरिक्त यहां कुछ कर्म ऐसे बताए जा रहे हैं, प्रतिदिन करने से आपके लिए सुख और समृद्धि के नए रास्ते खुलेंगे।सुबह उठते ही सबसे पहले हमें हमारे हाथों का दर्शन करना चाहिए। शास्त्रों में कर्म को प्रधान बताया गया और हाथों से कर्म किए जाते हैं। साथ ही एक और भी मान्यता है कि हमारे हाथों में विष्णु लक्ष्मी और सरस्वती का वास होता है। सुबह सुबह इनके दर्शन से दिन अच्छा रहता है।
प्रतिदिन जल्दी उठकर स्नान करने के बाद योग करना चाहिए। योग या ध्यान करने से हमारे मन को शांति और शरीर को कई रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है। दिनभर स्फूर्ति बनी रहती है और आलस्य नहीं रहता।
नित्य क्रियाओं के बाद पूजन-अर्चन करें। थोड़ा समय भगवान की भक्ति के लिए निकालना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार भगवान की भक्ति से सभी परेशानियां दूर होती हैं और जीवन सुखी बनता है।
सूर्य को अ्रध्य दें। प्रतिदिन सूर्य को अ्रध्य देने से कई लाभ प्राप्त होते है। सूर्य का ज्योतिषीय महत्व भी है। यदि किसी व्यक्ति की पत्रिका में सूर्य अशुभ स्थिति में हो तो प्रतिदिन सूर्य को जल चढ़ाने से सभी दोष दूर होते हैं। साथ ही सूर्य मान-सम्मान और आर्कषक व्यक्तित्व देने वाले देवता माने गए हैं। इनकी आराधना से ये सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
शास्त्रों में माता – पिता को भगवान के बराबर ही बताया गया है। यदि माता – पिता आपसे खुश नहीं है तो देवी देवताओं की कृपा भी प्राप्त नहीं की जा सकती। अतः प्रतिदिन उनका आर्शीवाद लें। घर से निकलने से पहल थोड़ा दही या कुछ मीठा खाकर निकलें।