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नितिन गडकरी ने लगाया आशा पारेख पर पद्म भूषण पुरूस्कार के लिए सिफारिश का आरोप, मच गया बवाल !

पिछले दिनों नामी-गिरामी हस्तियों ने असहिस्णुता के नाम पर पुरूस्कार वापसी का दौर चलाया तो देश की सिफारिश में असहिस्नुता बनाम पुरूस्कार पर एक बहस छिड़ गई। इस बहस में शाहरुख़ खान और आमिरखान जैसी फ़िल्मी हस्तियों के आ कूदने से हालात और भी ज्यादा सीरियस हो गए और पूरा देश असहिस्णुता के मुद्दे पर दो खेमों में बंट गया। (ये और बात है कि बिहार चुनाव ख़त्म होते ही पुरूस्कार वापसी भी बंद हो गई और असहिस्णुता पर चल रही डिबेट भी )

nitin gadkari asha parekh padm bhushan इस बार भी पुरूस्कार को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। लेकिन इस बार मामला पुरूस्कार वापसी का नहीं बल्कि पुरूस्कार लेने के लिए एक बहुत ही जानी-मानी वरिष्ठ अभिनेत्री द्वारा एक भाजपा के जाने-माने और सीनियर नेता को पुरूस्कार दिलाने के लिए सिफारिश करने की रिक्वेस्ट का है।

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लीजिये बता ही देते हैं सस्पेंस ख़त्म करते हुए। दरअसल भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर की एक सभा में शनिवार को बीते जमाने की बॉलीवुड अभिनेत्री आशा पारेख पर सनसनीखेज आरोप लगा दिया। गडकरी ने कहा कि आशा पारेख ने उनसे पद्म भूषण के लिए सिफारिश करने को कहा था।

नितिन गडकरी ने कहा कि आशा पारेख ने उनसे कहा था कि उन्होंने बहुत भारतीय सिनेमा में अभूतपूर्व योगदान दिया है, इसलिए वे पद्म भूषण के लिए योग्यता रखती हैं। उल्लेखनीय है‌ कि आशा पारेख 2014 में लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 1992 में वह पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी हैं।

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नागपुर में एक कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने कहा, ”इन दिनों पुरस्कार देना ‘सिरदर्द’ पैदा करना है।” उन्होंने कहा कि लोग पुरस्कारों के लिए सिफारिश कराने के लिए उनका पीछा करते रहते हैं। आशा पारेख ने भी ऐसा ही किया था। गडकरी ने कहा, ”आशा पारेख मेरे पास पद्म भूषण के लिए अपने नाम की सिफारिश कराने के लिए आई थीं। मेरी बिल्डिंग की लिफ्ट ठीक नहीं थी तो वह मुझसे मिलने के लिए 12 माले तक सीढ़ियां चढ़ कर आईं। मुझे ये बहुत खराब लगा।”

अब देखना ये है कि इस बात पर आशा पारेख का क्या बयान आता है?

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