उत्तर प्रदेश में योगी सरकार धार्मिक अल्पसंख्यकों से संबंधित गरीब लड़कियों की सामूहिक शादी का आयोजन करने की योजना बना रही है| इससे मुख्यमंत्री आदित्यनाथ अपनी हिंदू कट्टरपंथी छवि को बदलने के प्रयास को बल मिलेगा| जब से उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आयी है रोजाना कुछ न कुछ एक्शन लिए जा रहे है| जनता को अब योगी सरकार में विश्वास आना शुरू हो गया है|
योगी सरकार हर जिले में 100 शादिया करवाएगी
अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने पीटीआई को बताया, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अल्पसंख्यक समुदायों की गरीब लड़कियों के सामूहिक विवाह के लिए अपनी सहमति दी है| हम इसे राज्य सरकार के 100 दिनों के कार्यक्रम में शामिल कर चुके हैं। हमारा लक्ष्य प्रदेश के सभी जिलों में लगभग 100 शादियां कराने का लक्ष्य है|
राज्य की जनसंख्या का लगभग 20 प्रतिशत मुसलमान है| इस योजना के तहत लाभ का एक बड़ा हिस्सा उस समुदाय को जाएगा। एक प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, मंत्री ने कहा। प्रत्येक दुल्हन के लिए 20,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने के अलावा, सरकार बड़े पैमाने पर शादी के लिए अन्य खर्च उठाएगी। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समुदायों से सामूहिक विवाह के विचार खुद मुख्यमंत्री ने दिया है| जिसमें मुसलमानो के अतिरिक्त सिख और ईसाई शामिल होंगे।
योजना का ब्योरा देते हुए श्री रजा ने कहा कि यह केन्द्रीय सहायता से चलाया जाएगा| जिसके लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में ‘साधना मंडप’ स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पात्र उम्मीदवारों को चुनने के बाद करीब 100 शादियों को हर जिले में आयोजित किया जाएगा। शुरू में यह एक पायलट प्रोजेक्ट होगा, और अगर इसे अच्छी प्रतिक्रिया मिलती है| तो सरकार इसे दो-वार्षिक सम्मेलनों में विभाजित करने की योजना बना रही है।