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अपने मित्र को बीमार होने के कारण परीक्षा न दे पाने के लिए दिलासा देते हुए पत्र लिखिए Class 6 to 12

Apne mitra ko bimar hone ke karan pariksha na de pane ke liye dilasa dete hue patra likhiye विषय पर विभिन्न कक्षाओं के छात्रों के लिए यहाँ पर पत्र लेखन के उदाहरण दिये गए हैं। पत्र लेखन के इन उदाहरणों के आधार पर आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पत्र लेखन कर सकते हैं।

अपने मित्र को बीमार होने के कारण परीक्षा न दे पाने के लिए दिलासा देते हुए पत्र लिखिए Class 6-8

कस्तूरबा मार्ग
नई दिल्ली

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दिनांक – 19-6-22

प्रिय मित्र
सुहास

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कल ही तुम्हारा पत्र मिला । पत्र पढ़कर यह पता चला कि तुम इस बार वार्षिक परीक्षा देने से वंचित रह गए हो। तेजी से फैल रहे डेंगू के चपेट में आ जाने के कारण तुम इस बार परीक्षा नहीं दे सके ऐसा मुझे तुम्हारे पत्र से पता चला। पत्र पढ़कर मुझे यह भी ज्ञात हुआ कि परीक्षा न दे पाने की वजह से तुम परेशान हो रहे हो ।

तुम्हें परेशान देखकर मैं यह कहना चाहूँगा कि साल भर की मेहनत के बाद यदि परीक्षा नहीं दे पाते तो बुरा लगता है । परीक्षा में शामिल होना बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन उससे भी मंहत्वपूर्ण है स्वस्थ रहना । स्वास्थ्य की कीमत पर परीक्षा में शामिल होना जीवन के साथ धोखा है। इसलिए तुम पहले अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखो और परीक्षा की चिंता मत करो। स्वस्थ रहे तो अगली साल परीक्षा में शामिल होना और अच्छे नंबरों से पास होना ।
ईश्वर तुम्हें जल्द स्वस्थ करे ।

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शेष अगले पत्र में
तुम्हारा मित्र
परेश

अपने मित्र को बीमार होने के कारण परीक्षा न दे पाने के लिए दिलासा देते हुए पत्र लिखिए. (Class 9-10)

कस्तूरबा मार्ग
नई दिल्ली ,

दिनांक – 19-6-22

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प्रिय मित्र
सुहास,

मेरे तीन पत्रों के प्रतिक्रिया स्वरूप तुम्हारा तीसरा पत्र मुझे प्राप्त हुआ और साथ ही बेहद अफसोस भी हुआ कि तुम्हारी तबीयत खराब थी और मैं तुमसे पत्र की प्रतीक्षा कर रहा था। तुम्हारे पत्र से यह जानकारी प्राप्त हुई कि इन दिनों तुम्हारा स्वास्थ्य बहुत खराब चल रहा है। खराब स्वास्थ्य की वजह से तुम परीक्षा भी नहीं दे सके। परीक्षा न देने की वजह से तुम मानसिक परेशानी झेल रहे हो। तुमने तो यह कहावत सुनी होंगी कि स्वास्थ्य ही धन है। परीक्षा में शामिल होना उसमे सफलता प्राप्त करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। लेकिन स्वस्थ रहना उससे भी महत्वपूर्ण है।

तुम बीमार हो और और तबीयत की उपेक्षा करके तुम परीक्षा में शामिल हो गए हो तो परिणाम पर इसका असर तो आएगा ही वह खुशी भी नहीं मिलेगी जो परीक्षा में पास होकर मिलती है। न तो तुम स्वस्थ रह पाओगे और नहीं अच्छे नंबरों से पास हो पाओगे इसलिए परीक्षा में शामिल न हो सकने का मलाल अपने मन में न रखो और अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दो । यदि ईश्वर ने चाहा तो अच्छे मन और अच्छे शरीर से अगले साल परीक्षा में शामिल होना और अच्छे परिणाम लाना ।
तुम्हारे शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना के साथ मैं यह पत्र समाप्त कर रहा हूँ ।

शेष मिलने पर।
तुम्हारा मित्र

अपने मित्र को बीमार होने के कारण परीक्षा न दे पाने के लिए दिलासा देते हुए पत्र लिखिए. (Class 11-12)

कस्तूरबा मार्ग
नई दिल्ली ,

दिनांक – 19-6-22

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प्रिय मित्र
सुहास

तुम्हारा पत्र मिला। मुझे यह जानकर बहुत दुख हुआ कि तुम टायफाएड की बीमारी से ग्रसित हो। बीमारी के कारण तुम वार्षिक परीक्षा नहीं दे पाए यह अत्यंत अफसोस जनक है पर मैं तुम्हें एक बात बता देना चाहता हूँ कि परीक्षा देने का तो विकल्प है तुम्हारे पास लेकिन अगर एक बार स्वास्थ्य बिगड़ गया तो उसमें सुधार करना अत्यंत मुश्किल है। तुमने यह कहावत तो सुनी होंगी सबसे बड़ी नेमत निरोगी काया इसलिए तुम परीक्षा न दे पाए इसके चक्कर में पड़ो और अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दो।

मैं समझ सकता हूँ कि पूरी साल मेहनत करने के बाद यदि उसका फल न मिले तो यह दुखद होता है लेकिन अस्वस्थ रहना उससे भी दुखद होता है। मुझे लगता है कि पिछली परीक्षाओं के आधार पर और तुम्हारी बीमारी को देखते हुए विद्यालय तुम्हें पदोन्नति भी दे दे इसलिए अभी तुम अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए। स्वस्थ रहोगे तभी जीवन में सफलता प्राप्त कर सकोगे ।
मैं अवश्य तुम्हें देखने आऊँगा और मिलकर तुम्हें समझाऊँगा ।

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शेष अगले पत्र में ।
तुम्हारा मित्र
सोनम

Patra lekhan in Hindi Class 6
Patra lekhan in Hindi Class 7
Patra lekhan in Hindi Class 8
Patra lekhan in Hindi Class 9
Patra lekhan in Hindi Class 10
Patra lekhan in Hindi Class 11
Patra lekhan in Hindi Class 12

पत्र लेखन के विषय (patra lekhan topics in Hindi), पत्र लेखन प्रारूप Patra Lekhan Formats, औपचारिक पत्र Aupcharik Patra, अनौपचारिक पत्र  Anaupcharik Patra आदि के बारे में विस्तार से जानकारी के लिए यह पोस्ट पढ़ें:

पत्र लेखन PATRA LEKHAN | LETTER WRITING IN HINDI for FULL MARKS

औपचारिक एवं अनौपचारिक पत्र लेखन के 100 से अधिक उदाहरण 

आशा है कि अपने मित्र को बीमार होने के कारण परीक्षा न दे पाने के लिए दिलासा देते हुए पत्र लिखिएविषय पर प्रस्तुत पत्र लेखन के उदाहरण आपके लिए उपयोगी सिद्ध होंगे। आप इन पत्रों में थोड़ी बहुत फेर-बदल कर मिलते जुलते विषयों पर पत्र लेखन के प्रश्न हल कर सकते हैं। इस पत्र लेखन से मिलते जुलते निम्न विषयों पर पत्र लेखन का अभ्यास आप कर सकते हैं जिनसे आपको परीक्षा में अच्छे अंक लाने में सहता मिलेगी जैसे – अपने पिताजी के स्थानांतरण पर नये विद्यालय में प्रवेश के लिये प्रार्थना पत्र लिखिए, टीसी के लिए आवेदन पत्र हिंदी में, स्कूल छोड़ने के लिए प्रमाण पत्र, नौकरी में स्थानांतरण हेतु आवेदन पत्र, स्थानांतरण प्रमाण पत्र हेतु आवेदन पत्र हिंदी में, कॉलेज छोड़ने के प्रमाण पत्र के लिए आवेदन, १२ वीं के बाद स्थानांतरण प्रमाण पत्र के लिए आवेदन, ट्रांसफर हेतु आवेदन पत्र

कृपया अपने सुझाव हमें अवश्य भेजें।

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