सुबह ए बनारस मेरी अवध तेरी शाम होगी|
पूरी ज़िंदगानी मेरी तेरे ही नाम होगी||
गर तू साथ चला मेरे तो ठीक वरना
आंखों में तस्वीर तेरी लबों पे मेरे ज़ाम होगी
Advertisement
Advertisement
सुबह ए बनारस मेरी अवध तेरी शाम होगी|
पूरी ज़िंदगानी मेरी तेरे ही नाम होगी||
गर तू साथ चला मेरे तो ठीक वरना
आंखों में तस्वीर तेरी लबों पे मेरे ज़ाम होगी