नई दिल्ली: देश में परमाणु ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को 10 स्वदेशी प्रेशरिज्ड हेवी वॉटर रिएक्टर बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। जब से मोदी सरकार ने सत्ता संभाली है| तभी से वो देश में बिजली की आपूर्ति को लेकर काफी गंभीर है| आये दिन सरकार को न कुछ ऐसा करने की कोशिश करती है, जिससे देश के प्रत्येक नागरिक को बिजली आपूर्ति की जा सकें|
प्रत्येक परमाणु रिएक्टर में 700 मेगावाट बिजली का उत्पादन करने की होगी क्षमता
सूत्रों के अनुसार प्रत्येक रिएक्टर में 700 मेगावाट बिजली का उत्पादन करने की क्षमता होगी। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा- “कुल 7000 मेगावाट की क्षमता को जोड़ा जाएगा। इससे साफ ऊर्जा पैदा करने में मदद मिलेगी”। पीयूष गोयल ने ने कहा हमारी सरकार सभी को बिजली पहुंचने के लिए वचनबद्ध है| और सरकार लगातार इसके लिए कार्य कर रही है|
Transformational policy for coal linkages, SHAKTI (Scheme for Harnessing and Allocating Koyala Transparently in India) approved by Cabinet. pic.twitter.com/gotJrjx6LE
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) May 17, 2017
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केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को देश में परमाणु ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने वाले 10 स्वदेशी प्रेशरिज्ड हेवी वॉटर रिएक्टर्स बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की| इस केबिनेट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता की गई थी। अभी भारत में परमाणु ऊर्जा से 6,780 मेगावाट बिजली उत्पन्न करता है। गोयल ने यह भी कहा कि परमाणु रिएक्टरों, जो कि 6,700 मेगावाट का उत्पादन करेगा, का कार्यान्वयन चल रहा है और ये 2021-22 तक पूरा होने की उम्मीद है।