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किस्मत बदलनी है तो बदलिए अपने जूते, जानिये क्यों?

Kismat Badalni Hai To Badaliye Apne Jute, Janiye Kyon?

क्या आप ये बात जानते हैं कि आपके पांव का जूता आपकी कुंडली के ग्रहों को भी प्रभावित करता है? आपको ये बात थोड़ी अटपटी और थोड़ी हैरान करने वाली लगेगी लेकिन ये सच है कि पैर में पहने जाने वाले जूते आपको राजा या रंक बनाने की काबीलियत भी रखते हैं।

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कुंडली के ग्रह ही आपके जीवन की खुशियों को बनाते भी हैं और आपको दुखों के गर्त में भी लेकर चले जाते हैं। इन्हें प्रसन्न और नियंत्रित करने के लिए व्यक्ति को गंभीरता से विचार करना चाहिए।

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ज्योतिष के कालपुरूष सिद्धांत के अनुसार जातक की कुण्डली का आठवां भाव पैरों के तलवों को संबोधित करता है, जिसके अनुसार यह कहा जाता है कि जूते भी आठवें भाव को संबोधित करते हैं।Kismat Badalni Hai To Badaliye Apne Jute, Janiye Kyon

कुंडली का यही आठवां भाव विलासिता और जीवन में व्यक्ति की उन्नति को दर्शाता है।

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जूतों पर मूलत: शनि का आधिपत्य होता है, इसलिए पैरों में जिस भी तरह के जूते पहने जाएं, ध्यान रखें कि वह शनि देव को नकारात्मक रूप से प्रभावित ना कर रहे हों।

अगर कोई आपको तोहफे में जूते देता है तो आपको वो जूते नहीं पहनने चाहिए। इसके अलावा किसी से चुराए हुए जूते पहनना भी सही नहीं है।

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उधड़े और फटे हुए जूते पहनकर नई नौकरी ढूंढ़ने ना पहुंचें, निश्चित तौर पर असफलता मिलेगी।

ऑफिस या अपने किसी अन्य कार्यक्षेत्र में भूरे जूते पहनकर जाना सही नहीं माना जाता।

वे लोग जो चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़े हैं या लौह का काम करते हैं उन्हें सफेद जूते नहीं धारण करने चाहिए। बैंक में काम करने वाले और अध्ययन क्षेत्र से जुड़े लोगों को ब्राउन रंग के जूते नहीं पहनने चाहिए।

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वे लोग जो किसी भी रूप में जल के कार्यों से जुड़े हैं या आयुर्वेद के क्षेत्र में कार्यरत हैं, उन्हें नीले जूते पहनने से परहेज करना चाहिए।

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