केरल : राज्य के कोने कोने में बिजली पहुंचा कर केरल भारत का पहला राज्य बन गया है जहाँ हर घर को बिजली को निर्बाध आपूर्ति हो रही है.
लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेता और केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने इसकी आधिकारिक घोषणा 29 मई को की.साथ ही केरल सरकार ने इसकी आधिकारिक सूचना वेबसाइट पर भी डाल दी है .
केरल इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के अनुसार, बोर्ड ने 1000 परिवारों को छोड़कर केरल के सभी परिवारों को बिजली का कनेक्शइन जारी किया है. इन बचे 1000 परिवारों में से 150 परिवार ऐसे हैं जिनके घर घने जंगलों में बने हैं. बाकियों को भी बिजली देने में जंगल संरक्षण कानून आड़े आ रहा है. बोर्ड के अनुसार जल्द ही इस मुद्दे को भी निपटा लिया जाएगा और उन सभी परिवारों को बिजली कनेक्शन दे दिया जाएगा.
केंद्र सरकार की परिभाषा के अनुसार- हर वो गाँव जिसमे कम से कम 10 प्रतिशत परिवारों को बिजली की पूर्ती हो रही हो, को विद्युतीकृत माना जाएगा.
सत्ता में आने के बाद केरल की सरकार ने गांवों के विद्युतीकरण पर जम कर काम किया है. इस प्रोजेक्ट में 175 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं जिससे 1.5 लाख घरों को प्रज्ज्वलित किया गया है. इन 1.5 लाख में से 1.35 लाख ऐसे घर हैं जो गरीबी रेखा के नीचे आते हैं.
मई 2016 से चल रहे सरकार के इस अभियान से कुल 4 लाख 70 हज़ार परिवारों को फायदा पहुंचा है.