कश्मीर: जम्मू एंड कश्मीर में भारतीय सेना बड़ी कार्यवाही के मूड में है| पाकिस्तान द्वारा लगातार बैट हमले के कारण सेना ने अपनी रणनीति में महत्वपूर्ण बदलाव किये है| सेना ने लगातार हो रहे फिदायीन घुसपैठ को रोकने और आतंकियों के लिए ऑपरेशन KTC (किल टॉप कमांडर) शुरू किया है|
सेना ने आतंकी सब्जार भट्ट के जनाजे में शामिल हुए सभी कुख्यात आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है| गृहमंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और सुरक्षा एजेंसियों के बड़े अफसरों के साथ कश्मीर में अमन बहाली के लिए एक दीर्घकालिक योजना बनाई गई है| केंद्र सरकार का दवा है कि इस निति को अमल में लाकर हम घाटी में फिर से शांति बहाल कर सकते है| इस ऑपरेशन में घाटी में मौजूद आतंकियों का सफाया किया जायेगा| और साथ ही पाक अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान से घुसपैठ कर रहे आतंकियों का सफाया किया जायेगा| इस निति के अंतर्गत उन्हें ज्यादा से ज्यादा घुसपैठ करने से रोका जायेगा|
कश्मीर में अब नहीं होगा आतंक का राज
घाटी में युवको को रोजगार देने के लिए प्रधानमंत्री कोष से 80 हजार करोड़ रूपए दिए गए है| जिससे युवक आतंकियों के षड़यंत्र में न फंसे| साथ ही केंद्र सरकार 1990 में अपनाये गए आतंकविरोधी कई नीतियों को भी ध्यान में ला रही है| घाटी में फिरसे कासो अभियान चलाया जा रहा है| कासो में भारतीय सेना इलाके को पूरी तरह घेरकर सर्च ऑपरेशन चलाती है| सेना जानती है कि घाटी के ग्रामीण इलाको में हिज्बुल मुजाहिद्दीन का खासा प्रभाव है| इसलिए वो कासो चलकर यहाँ से आतंकियों को खत्म करने की निति पर कार्य कर रहे हैं|
ऑपरेशन KTC के तहत लश्कर कमांडर अबू दुजाना को घेरने की रणनीति बनाई जा रही है| सूत्रों के अनुसार दुजाना ग्रामीण इलाको में कही छुपकर बैठा है| ग्रामीणों की वजह से ही वो 5 बार सेना से भागने में कामयाब भी रहा है|