Puja ghar mein kya nahin rakhna chahiye?
सभी के घरों में भगवान के लिए भी यथाशक्ति अलग घर या मंदिर अवश्य होता है। मंदिर में अपने इष्टदेव की मूर्ति, तस्वीर, पूजा का अन्य सामान रखा जाता है।
शास्त्रों में भगवान की मूर्तियों की संख्या के संबंध में कुछ विशेष बातें बताई गई हैं। जैसे घर के मंदिर में श्री गणेश की 3 प्रतिमाएं नहीं होनी चाहिए – मंदिर में दो शिवलिंग नहीं होना चाहिए तथा शिवलिंग अंगूठे के आकार का होना चाहिए। देवी या माता जी की 3 प्रतिमाएं नहीं रखें।
सूर्य देव की 2 प्रतिमाएं नहीं रखना चाहिए। मंदिर में पूजा के उपयोग हेतु शंख भी रखा जाता है। शंख की संख्या भी 2 नहीं होनी चाहिए।
कुछ लोग मंदिर में विभिन्न यंत्र, चक्र आदि भी रखते हैं। जैसे गोमती चक्र, लक्ष्मी यंत्र, रूद्र, यंत्र इत्यादि। गोमती चक्र अधिकांश लोगों के मंदिर में रखा जाता है। गोमती चक्र की संख्या भी 2 नहीं होनी चाहिए।
पूजन में मूर्तियां अधिक न रखें। इस बात का विशेष ध्यान रहे कि भगवान श्रीगणेश, लक्ष्मी और सरस्वती की मूर्तियां खड़ी स्थिति में न हो।
पूजा स्थल के नीचे कोई भी अग्नि संबंधी वस्तु जैसे इन्वर्टर या विद्युत मोटर नहीं होना चाहिए। इस स्थान का उपयोग पूजन सामग्री, धार्मिक पुस्तकें, शुभ वस्तुएं रखने में किया जाना चाहिए।
पूजा स्थल के ऊपर यदि टाण्ड न बनाएं और यदि हो भी तो उसे साफ-सुथरी रखें। कोई कपड़ा या गंदी वस्तुएं वहां न रखें।