Ganesh Bhagwan Ki Kabhi Mat Dekhiye Pith, Hogi Dhan-Sampada Ki Barbadi
शास्त्रों में कई निर्देश दिए गए हैं जो हमारे भविष्य को संवारने में काम आते हैं। किंतु यदि इन्हें दरकिनार कर दिया जाए या फिर इनका पालन ना किया जाए तो हमारा भविष्य अपने आप ही खाई में गिर सकता है।
इन्हीं कुछ निर्देशों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए भगवान गणेश जी से संबंधित एक तथ्य की प्राप्ति हुई। कहा जाता है कि हमें गणेश जी की मूर्ति की पीठ के दर्शन कभी नहीं करने चाहिए।
उनका हमेशा सामने से दर्शन कीजिए, या फिर दाएं या बाएं से दर्शन करना भी अशुभ नहीं है। लेकिन पीठ से दर्शन करना अशुभ है, लेकिन क्या है इसके पीछे का कारण?
हिन्दू धर्म में गणेश जी अन्य सभी देवी-देवताओं की तरह ही अधिक पूजे जाने वाले देव हैं। वे भगवान शिव एवं आदि शक्ति का रूप कही जाने वाली पार्वती के पुत्र हैं, सिर्फ यही कारण नहीं है। वरन् गणेश जी विघ्नहर्ता हैं, उनकी पूजा से अनेकों लाभ होते हैं इसलिए उनका इतना महत्व है।
केवल धार्मिक उद्देश्य से ही नहीं, बल्कि शास्त्रों में वैज्ञानिक पद्धति मानी गई वास्तु शास्त्र विधा में भी गणेश जी का महत्व है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के कई सारे दोष महज़ गणेश जी की पूजा करने से ही खत्म हो जाते हैं।
खैर गणेश जी ये जुड़े ये सभी तथ्य आप पहले से जानते भी होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनकी पीठ के दर्शन करना अशुभ क्यूं है? ऐसा क्या है जो उनके दर्शन सामने से ही करने चाहिए।
शास्त्रों में गणेशजी को ऋद्धि-सिद्धि का दाता माना गया है। ऐसी मान्यता है कि उनके शरीर पर जीवन और ब्रह्मांड से जुड़े अंग निवास करते हैं। उनका प्रत्येक शारीरिक अंग अपने भीतर एक चमत्कार छिपाए है।
गणेशजी की सूंड पर धर्म विद्यमान, उनके कानों पर ऋचाएं, दाएं हाथ में वर, बाएं हाथ में अन्न, पेट में समृद्धि, नाभि में ब्रह्मांड, आंखों में लक्ष्य, पैरों में सातों लोक और मस्तक में ब्रह्मलोक विद्यमान है।
यही कारण है कि गणेशजी के सामने से दर्शन करने पर उपरोक्त सभी सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त हो जाती है। लेकिन वहीं दूसरी ओर उनकी पीठ के दर्शन करना शास्त्रों में वर्जित माना गया है। इसके पीछे भी एक कारण है…
ऐसा माना जाता है कि गणेश जी की पीठ पर दरिद्रता का निवास होता है। गणेशजी की पीठ के दर्शन करने वाला व्यक्ति यदि बहुत धनवान भी हो तो उसके घर पर दरिद्रता का प्रभाव बढ़ जाता है। इसी वजह से इनकी पीठ नहीं देखनी चाहिए।
किंतु गलती से यदि कोई उनकी पीठ देख ले, तब क्या किया जाए? यदि जाने-अनजाने में ऐसा कभी हो भी जाए, तो इसके लिए भी शास्त्रों में निवारण बताया गया है। यदि कोई गणेश जी की पीठ देख ले तो श्रीगणेश से क्षमा याचना कर उनका पूजन करें, ऐसा करने से होने वाला बुरा प्रभाव नष्ट हो जाता है।