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आचार्य चाणक्य ने बताया है कि जीवन में मोक्ष की प्राप्ति कैसे करें

बन्धन्य विषयासङ्गः मुक्त्यै निर्विषयं मनः। मन एव मनुष्याणां कारणं बन्धमोक्षयोः॥ बुराइयों में मन को लगाना ही बन्धन है और इनसे मन को हटा [...]
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