भगवतगीता शब्द का शुद्ध रूप क्या है? bhagvadgita ka shudh roop
भगवतगीता शब्द का शुद्ध रूप क्या है?
भगवतगीता शब्द का शुद्ध रूप है – भगवद्गीता
भगवतगीता शब्द में कौन सी अशुद्धि है?
भगवतगीता शब्द में वर्तनी की अशुद्धि है।
भगवतगीता शब्द क्यों अशुद्ध है?भगवतगीता की वर्तनी अशुद्ध क्यों है?
भगवतगीता शब्द में सन्धि की अशुद्धि: (सही सन्धि न होने के कारण) हुई है।
सुनने और बोलने (श्रवण और उच्चारण) के कारण शब्दों में कई अशुद्धियाँ (त्रुटियाँ – गलतियाँ) आ जाती हैं। हिन्दी की मात्राओं एवं व्याकरण के ज्ञान की कमी प्रायः इन शब्द और वर्तनी की अशुद्धियों का मुख्य कारण होती है।
कक्षा 5,6,7,8,9 एवं 10 के विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रकार की शब्द की अशुद्धियों के अशुद्धि शोधन की जानकारी निम्न लेखों में दी गई है:
Shudh Ashudh for Class 5
Shudh Ashudh for Class 6
Shudh Ashudh for Class 7
Shudh Ashudh for Class 8
Shudh Ashudh for Class 9
Shudh Ashudh for Class 10
349 Important अशुद्धि शोधन शब्द जो परीक्षा में पूछे जा सकते हैं, निम्न प्रकार है:
- उदगार का शुद्ध रूप, उदगार शब्द का वर्तनी शोधन
- गदगद का शुद्ध रूप, गदगद शब्द का वर्तनी शोधन
- विद्युत का शुद्ध रूप, विद्युत शब्द का वर्तनी शोधन
- तडित का शुद्ध रूप, तडित शब्द का वर्तनी शोधन
- पृथक का शुद्ध रूप, पृथक शब्द का वर्तनी शोधन
- भाषाविद का शुद्ध रूप, भाषाविद शब्द का वर्तनी शोधन
- उदण्ड का शुद्ध रूप, उदण्ड शब्द का वर्तनी शोधन
- दरअसल में का शुद्ध रूप, दरअसल में शब्द का वर्तनी शोधन
- सविनयपूर्वक का शुद्ध रूप, सविनयपूर्वक शब्द का वर्तनी शोधन
- अनाधिकार का शुद्ध रूप, अनाधिकार शब्द का वर्तनी शोधन