आज दिल्ली में एक अभूतपूर्व घटनाक्रम में सीबीआई (Central Bureau of Investigation (CBI) ने मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के दफ्तर पर छापा मारा और केजरीवाल के दफ्तर को सील कर दिया।
अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि सीबीआई (CBI), जो कि केंद्र सरकार के नियंत्रण में है, ने यह छापा क्यों अथवा किस की शिकायत पर मारा। टीवी रिपोर्ट्स से पता चला है कि सेक्रेटेरिएट के स्टाफ को केजरीवाल के दफ्तर में आने की अनुमति नहीं है।
सीबीआई के इस छापे से अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और केंद्र सरकार के मध्य चल रही तनातनी के और बढ़ने की आशंका है। यह तनातनी तब से ही चल रही है जब से दिल्ली में इस साल आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है।
“सीबीआई रेड्स माई ऑफिस ” (सी बी आई ने मेरे दफ्तर पर छापा मारा है) अरविन्द ने सीबीआई की रेड के तुरंत बाद यह ट्वीट जारी किया। थोड़ी देर बाद किये दूसरे ट्वीट में उन्होंने नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर निशाना साधते हुए कहा कि “जब मोदी मुझसे राजनीतिक सामना नहीं कर पाये तो उन्होंने इस तरह के कायरता पूर्ण कदम का सहारा लिया है ” गौर तलब हो कि सरकार में आने के बाद से अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और मोदी सरकार के बीच रिश्ते अच्छे नहीं रहे हैं।
ध्यान रहे कि शनिवार को एक विवादित कार्यवाही में पश्चिम दिल्ली में एक नए रेलवे टर्मिनल के लिए अनेकों झुग्गी-झोपड़ियों को तुरत-फुरत ढहा दिया गया था जिसे लेकर केंद्र सरकार और केजरीवाल की आप सरकार में तनाव पैदा हो गया था। तथा कथित आधार से कहा जा रहा है कि अवैध-झोपड़ियों को हटाते समय एक छोटी बालिका की दब कर मृत्यु हो गई थी।
खबर है कि ये रेड राजेंद्र कुमार नामक आईएएस ऑफिसर के खिलाफ दिल्ली डाइलॉग कमीशन की शिकायत के बाद मारी गई है। उन पर अपने कार्यकाल में एक फार्म अवैध रूप से लाभ पहुंचाने का आरोप है।
इस सम्बन्ध में आम आदमी पार्टी दोपहर डेढ़ बजे एक प्रेस कॉन्फ़्रेन्स करेगी । इस बीच दिल्ली में सी बी आई की रेड के बाद राजनीतिक पारा गरमा गया है।
वरिष्ठ वकील राम जेठ मलानी ने सी बी आई द्वारा केजरीवाल के दफ्तर पर इस छापे की आलोचना की है।
वेंकैय्या नायडू ने कहा है कि सीबीआई के काम में केंद्र सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है।