दुनिया में ऐसे कई देश है जहाँ त्यौहारों और खान-पान के नाम पर जानवरों को मार दिया जाता है. लेकिन ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के एक शख्स ने मिसाल काम किया है. उसने ग्रीस के एक स्ट्रीट बीच को गोद ले लिया है. इतना ही नहीं वो उस कुतिया ग्रीस से ऑस्ट्रेलिया ले आया.
लेकिन यह काम जितना आसन लग रहा है उतना है नहीं. दरअसल ग्रीस दौरे के दौरान जैकब वेल्श नाम के इस इंसान की नज़र एक कुतिया पर पड़ी जो सड़क के किनारे कांच के टुकड़ों के बीच पड़ी थी. वेल्श ने जब उसे प्यार से बुलाया तो वो उनके पास आ गई. जिसके बाद उन्होंने उसे थोड़े देर तक दुलारा और वहां से जाने लगें. लेकिन कुतिया उनके साथ रहना चाहती थी और वो उनके साथ-साथ चलने लगी. वो जहाँ जाते वो वही जाती.
जिसके बाद वेल्श के ऊपर उस आवारा कुतिया को अपने घर ले जाने का जूनून सवार हो गया. लेकिन ये इतना आसान नहीं था. वेल्श के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया का कानून इस मामले में बहुत सख्त है. लोगों से पूछताछ के दौरान उन्हें पता चला कि दूसरे देश से किसी जानवर को ऑस्ट्रेलिया लाने में काफी खर्च होता है. एक जानवर को ऑस्ट्रेलिया लाने में रेबीज वैक्सिन, जानवर का पासपोर्ट, हवाईजहाज का टिकट, जिन हवाईअड्डों पर उतरे उनके ब्योरे के अलावा कीड़े से बचाव की दवा और पालतू जानवर को रखने के लिए बक्सा वगैरह शामिल हैं.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ द्वारा मिली जानकारी के अनुसार मेलबर्न से 75 किलोमीटर दूर जिलॉन्ग में रहने वाले वेल्श ने इसके लिए एक लोकप्रिय फंडिंग वेबसाइट के जरिये चार हज़ार डॉलर जुटाए और सकुशल उसे अपने घर ले आये. उन्होंने इस कुतिया का नाम ‘चांस’ रखा है.
वेल्श ने कहा है कि इस शानदार अभियान की सफलता इस बात की गारंटी है कि चांस अपनी बाकी जिंदगी एक घर में गुजार सकेगी. मंगलवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर इस अभियान से जुड़े सभी लोगों को धन्यवाद देते हुए लिखा है कि, “धन्यवाद, वह अब एक और रात सड़क पर नही बिताएगी. इस अभियान में जिन लोगों की मदद मिली है, उन सबका शुक्रिया.”
वेल्श ने बताया कि उसने चांस को ग्रीस में एक व्यस्त सड़क के किनारे टूटे हुए कांच के ढेर में पड़ी पाया. उनहोंने बताया कि पुकारने पर कुतिया हिचकते हुए पास आई. इसके बाद से वह जहां भी गए, वो उनके पीछे-पीछे गई. जैसे जैसे ग्रीस से लेटने का वक़्त नजदीक आ रहा था वेल्श को यह बात परेशान कर रही थी कि कुतिया को फिर से सड़क पर जाकर रहना पड़ेगा.