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अशुद्धि शोधन Ashudhi Shodhan for Class 10 CBSE (Shudh Ashudh)

शुद्ध अशुद्ध अशुद्धि शोधन Shudh Ashudh Ashuddhi Shodhan for Class 10 CBSE

विभिन्न प्रकार की त्रुटियों के कारण लिखने पढ़ने में भाषा की अशुद्धियां होती है। श्रवण और उच्चारण में अंतर होने के कारण भी भाषा की अशुद्धियां होती है।इन अशुद्धियों से बचने हेतु व्याकरण के नियमों की जानकारी रखना आवश्यक है। मात्राओं का अल्पज्ञान एवं व्याकरण के नियमों का अभाव इन अशुद्धियों का प्रमुख कारण है। अशुद्धि शोधन (Ashudhi Shodhan) के अंतर्गत हम इन अशुद्धियों को दूर करने का प्रयास करते हैं।

सामान्यतः श्रवण और उच्चारण और लेखन में होने वाली इन अशुद्धियों को निम्न बिंदुओं में क्रमवार विभक्त कर उन्हें शुद्ध रूप दिया जाता है।

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संज्ञा संबंधी अशुद्धियां

(Sangya ki Ashudhiyan)

वह हकला हकला कर चलता है। (अशुद्ध)
वह लंगड़ा लंगड़ा कर चलता है। (शुद्ध)
अच्छे स्वभाव के कारण वह सर्वत्र कुख्यात हो गया है। (अशुद्ध)
अच्छे स्वभाव के कारण वह सर्वत्र विख्यात हों गया है। (शुद्ध)
पिता की मौत की खबर सुनकर उसे अत्यंत खेद हुआ। (अशुद्ध)
पिता की मौत की खबर सुनकर उसे अत्यंत शोक हुआ।
सुबह-सुबह हमें माता-पिता का अभिवादन लेना चाहिए। (अशुद्ध)
सुबह सुबह उठकर हमें माता-पिता का आशीर्वाद लेना चाहिए । (शुद्ध)

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सर्वनाम संबंधी अशुद्धियां

(Sarvnam ki Ashudhiyan)

 तुम तुम्हारे काम पर ध्यान दो । (अशुद्ध)
तुम अपने काम पर ध्यान दो। (शुद्ध)
तुम जैसा मेहनत करोगे उतना ही लाभ पाओगे। (अशुद्ध)
तुम जैसा मेहनत करोगे वैसा ही फल पाओगे। (शुद्ध)
उसके यहां अपनी ही दुकान का सामान प्रयोग किया जाता है किसी का नहीं। (अशुद्ध)
उसके यहां उसी की दुकान का सामान प्रयोग किया जाता है और किसी का नहीं। (शुद्ध)

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लिंग एवं वचन की अशुद्धियां

(Ling vachan ki Ashudhiyan)

 शीला की मां बहुत दिनों से यहां आने के लिए कह रहे थे। (अशुद्ध)
शीला की मां यहां बहुत दिनों से आने की कह रही थी। (शुद्ध)
राम लक्ष्मण और सीता वन को गए। (अशुद्ध)
राम लक्ष्मण और सीता वन को गई। (शुद्ध)
शिक्षिकाएं शीघ्र ही कक्षा में जाएगी । (अशुद्ध)
शिक्षिकाएं शीघ्र ही कक्षा में जाएंगी । (शुद्ध)

विशेषण एवं क्रिया विशेषण संबंधी अशुद्धियां

(Kriya evam Visheshan ki Ashudhiyan) :

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 रामचरितमानस की कथा अत्यंत सुंदर है। (अशुद्ध)
रामचरितमानस की कथा अत्यंत पावन है । (शुद्ध)
वह कक्षा में हरदम प्रथम आता है। (अशुद्ध)
वह कक्षा में सदैव प्रथम आता है। (शुद्ध)

क्रिया एवं कारक संबंधी अशुद्धियां

(Kriyan evam Karak ki Ashudhiyan) :

पिछले दिनों वह वहीं रुका है। (अशुद्ध)
पिछले दिनों वह वहीं रुका था। (शुद्ध)
तुम लोग यहां रोज क्यों आता है । (अशुद्ध)
तुम लोग यहां रोज क्यों आते हो। (शुद्ध)
परीक्षा में सफल होने की सूचना मुझे पत्र से प्राप्त हुई। अशुद्
परीक्षा में सफल होने की सूचना मुझे पत्र द्वारा प्राप्त हुई। (शुद्ध)
राजू एक पैर का लंगड़ा था। (अशुद्ध)
राजू एक पैर से लाचार था । (शुद्ध)

क्रम एवं पुनरुक्ति संबंधी अशुद्धियां

(Kram evam Punrukti ki Ashudhiyan) :

यह घटना जब मैं 10 वर्ष का था उस समय की है । (अशुद्ध)
यह घटना उस समय की है जब मैं 10 वर्ष का था। (शुद्ध)
जाऊं कहां मैं तो आप पर ही निर्भर करता हूं । (अशुद्ध)
कहां जाऊं जब मैं आप पर निर्भर हूं (शुद्ध)
आपका भवदीय राकेश शर्मा । (अशुद्ध)
आपका राकेश अथवा भवदीय राकेश । (शुद्ध)
मैं आपका सदैव आभार का भार मानता रहूंगा । (अशुद्ध)
मैं आपका सदैव आभारी रहूंगा। (शुद्ध)

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मुहावरे एवं विराम चिन्ह संबंधी अशुद्धियां

(Muhavare evam Viram Chinh ki Ashudhiyan) :

 

वह चुपचाप दम साधे उठ खड़ा हुआ। (अशुद्ध)
वह चुपचाप दम साधे पड़ा रहा । (शुद्ध) ।
सिपाही ने अपराधी का सिर तलवार से उठा दिया। (अशुद्ध)
सिपाही ने अपराधी का सिर तलवार से उड़ा दिया । (शुद्ध)
वह सुशील :मिलनसार ;योग्य और सुंदर है, किंतु थोड़ा सनकी है। (अशुद्ध)
वह सुशील, मिलनसार, योग्य और सुंदर है किंतु थोड़ा सनकी है। (शुद्ध)
मैं तो ठहर गया; पर बोल, छत कब, ठहरेगा। (अशुद्ध) ।
” मैं तो ठहर गया, पर बोल! तू कब ठहरेगा, ” गौतम ने कहा।

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व्यंजन एवं स्वर संबंधी अशुद्धियां

(Vyanjan evam Swar ki Ashudhiyan) :

 वह इस्त्री रात दिन स्त्री करती रहती है । (अशुद्ध)
वह स्त्री रात दिन इस्त्री करती है। (शुद्ध)
बुढ़ापे में बेटा ही स्वरग का रास्ता दिखाता है। (अशुद्ध)
बुढ़ापे में बेटा ही स्वर्ग का रास्ता दिखाता है । (शुद्ध)

Shudh Ashudh for Class 5
Shudh Ashudh for Class 6
Shudh Ashudh for Class 7
Shudh Ashudh for Class 8
Shudh Ashudh for Class 9
Shudh Ashudh for Class 10

Shudh Asudh Work Sheet

निम्नलिखित वाक्यों को (शुद्ध) करें एवं (अशुद्धता की पहचान भी करें।

  1. 1. वह स्वभाव से बड़े अध्यनशील थे । (अशुद्ध) । (व्यंजन की अशुद्धियां)
    वह स्वभाव से बड़े अध्ययनशील थे । (शुद्ध)
    कभी ऐसी शब्द- व्यूह करते, जिसका न कोई अर्थ होता न कोई समानता । (अशुद्ध) (संज्ञा संबंधी अशुद्धियां)
    वह ऐसी शब्द रचना करते, जिसमें न कोई अर्थ होता न कोई सामंजस्य । (शुद्ध)
    3. उनकी रचनाओं को समझना मेरे लिए बड़ा मुंह बड़ी बात थी। ( (अशुद्ध) मुहावरे संबंधी अशुद्धियां)
    उनकी रचनाओं को समझना मेरे लिए छोटा मुंह बड़ी बात थी । (शुद्ध)
    4. मैं फटकार और घुड़कियां खाकर भी खेल कूद का अस्वीकार न कर सकता था। (अशुद्ध), (संज्ञा संबंधी अशुद्धियां)
    मैं फटकार और घुड़कियां खाकर भी खेल कूद का तिरस्कार नहीं कर सकता था । (शुद्ध)
    5. मेरे और उनके बीच मात्र केवल दो साल का अंतर रह गया। (अशुद्ध) ( पुनरुक्ति दोष)
    मेरे और उनमें मात्र दो साल का अंतर रह गया। (शुद्ध)
    6. मर्ज पहचान कर पहले तो इलाज करेंगे किसी डॉक्टर को सफल न हुए तो बुलाएंगे। (अशुद्ध) ( क्रम दोष)
    पहले खुद मर्ज पहचान कर इलाज करेंगे उसमें सफल न हुए तो किसी डॉक्टर को बुलाएंगे। (शुद्ध)
    7. आज तक इतना बड़ा सभा ऐसा मैदान में नहीं हुआ। (अशुद्ध) , (लिंग संबंधी अशुद्धियां)
    आज तक इतनी बड़ी सभा ऐसे मैदान में नहीं की गई थी। (शुद्ध) ।
    8. भीड़ की भयावहता के कारण पुलिस जुलूस को रोक न सकी। (अशुद्ध) (अति पद दोष)
    भीड़ की अधिकता के कारण पुलिस जुलूस को रोक न सकी। (शुद्ध)
    9. अंडमान द्वीप समूह का अंतिम और आखिरी दक्षिणी द्वीप है लिटिल अंडमान। (अशुद्ध) ( पुनः उक्ति दोष।)
    अंडमान द्वीप समूह का अंतिम और आखिरी दक्षिणी द्वीप है लिटिल। अंडमान (शुद्ध)
    10. पास में एक सुंदर और बलिशाली युवक रहा करता था। (अशुद्ध) (संज्ञा संबंधी अशुद्धियां )
    पास में एक आकर्षक और शक्तिशाली युवक रहा करता था।
    11. पुलिस की लारी इस प्रकार पौन घंटे करीब आई।( क्रम दोष।)
    इस प्रकार करीब पौन घंटे के बाद पुलिस की लारी आई।
    12. विचारमग्न ततांरा समुद्री बालू में बैठकर सूरज को देखता रहा । (अशुद्ध) (कारक संबंधी अशुद्धियां।)
    विचारमग्न ततांरा समुद्री बालू पर बैठ कर सूरज को देखता रहा।
    13. किसी तरह रात बीता । (अशुद्ध) (लिंग संबंधी अशुद्धियां)
    14. दोनो रोज़ उसी जगह पहुंचते एवं सयास एक दूसरे को ताकते रहते। (अशुद्ध) (अनुपयुक्त पद दोष)
    दोनों रोज उसी जगह पहुंचते और मूर्ति वत एक दूसरे को ताकते रहते।
    15. ततांरा लहलुहान हो चुका था। (अशुद्ध) (मात्रा संबधि अशुद्धियां)
    ततांरा लहुलुहान हो गया था ।
    16. संगम की अद्भुत सफलता ने राज कपूर में गहन आत्मविश्वास भर दिया । संज्ञा (संबंधी अशुद्धियां)
    संगम की अद्भुत सफलता ने राज कपूर में गहन आत्मविश्वास भर दिया ।
    17. इन छह वर्षों में राजकपूर द्वारा अभिनीत कई फिल्में प्रदर्शित हुईं । कारक (संबंधी अशुद्धियां)
    इन छह वर्षों के अंतराल में राजकपूर द्वारा अभिनीत कई फिल्में प्रदर्शित हुईं।
    18. व्यथा आदमी को पराजित नहीं करती उसे आगे बढ़ने का जुगाड़ करतीं हैं । संज्ञा (संबंधी अशुद्धियां)
    व्यथा आदमी को पराजित नहीं करती उसे आगे बढ़ने का संदेश देती है।
    19. फणीश्वरनाथ रेणु स्वयं मूल कहानी के लेखक ने तीसरी कसम की पटकथा तैयार की थी। (क्रम दोष संबंधी अशुद्धियां)
    तीसरी कसम की पटकथा मूल कहानी के लेखक फणीश्वर नाथ रेणु ने स्वयं तैयार की थी ।
    20. बाजार के चौराहे से हाथ में बंडल थामे नया ओवर कोट पहने हुए पुलिस इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव गुजरा।( क्रम संबंधी अशुद्धिया )
    हाथ में बंडल थाने पुलिस इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव नया ओवर कोट पहने हुए, बाजार के चौराहे से गुजरा ।
    21. तब किसी कुत्ते की मिमियाने की आवाज सुनाई दी । (संज्ञा संबंधी अशुद्धियां)
    तब किसी कुत्ते के किकियाने की आवाज सुनाई दी ।
    22. भीड़ ख्यूक्रिन के हालात से हंस दी । (कारक संबंधी अशुद्धियां)
    भीड़ ख्यूक्रिन की हालत पर हंस दी ।
    23. सलमान उनकी बात सुनकर थोड़ा दूर पर रुक गया। (लिंग संबंधी अशुद्धियां)
    सलमान उनकी बातें सुनकर थोड़ी दूर पर रुक गए।
    24. ग्वालियर में हमारे एक मकान था ।उस मकान के दालान में दो रोशनदान था । (लिंग संबंधी अशुद्धियां)
    ग्वालियर में हमारा एक मकान था उस मकान के दालान में दो रोशनदान थे।
    25. ऊंचे रोशनदान पर बने घोसले मे से बिल्ली ने लपक कर एक अंडा तोड़ दिया ।( संज्ञा संबंधी अशुद्धियां)
    ऊंचे रोशनदान पर बने घोसले में से बिल्ली ने उचकर एक अंडा तोड़ दिया ।
    26. कुछ दिनों बाद ओले पड़ने की आशा की जा रही है। संज्ञा संबंधी अशुद्धियां
    कुछ दिनों बाद ओले पड़ने की आशंका की जा रही है।
    27. राम पुस्तक पढा । ( क्रिया संबंधी अशुद्धियां)
    राम पुस्तक पढ़ता है।
    28. मुझे नहीं करना यह काम । (क्रियाविशेषण संबंधी अशुद्धियां)
    मुझे यह काम नहीं करना।
    29. दरअसल में वह पढ़ता नहीं खेलता है । (क्रम संबंधी अशुद्धियां)
    दरअसल वह पढ़ता नहीं है खेलता है ।
    30. कश्मीर में कई दर्शनीय स्थल देखने योग्य है।( पुनरुक्ति दोष)
    कश्मीर में कई दर्शनीय स्थल है।
    31. भैंस का ताकतवर दूध होता है। (पुनरुक्ति दोष)
    भैंस का दूध ताकतवर होता है।
    32. कविता पढ़कर उसे आनंद का आभास हुआ।( संज्ञा संबंधी अशुद्धियां)
    कविता पढ़कर उसे आनंद का अनुभव हुआ।
    33. लिखने में (शुद्ध) ताई बरतो । (संज्ञा संबंधी अशुद्धियां)
    लिखने में (शुद्ध) ता बरतो।
    34. राधा राधा ने मोहन से झूठ बोली थी।( लिंग संबंधी अशुद्धियां)
    राधा ने मोहन से झूठ बोला था।
    35. राजू ने मुझे मथुरा दिखाई । (लिंग संबंधी दोष)
    राजू ने मुझे मथुरा दिखाया।
    36. अनेकों स्त्री पुरुष वहां आए थे। (वचन संबंधी अशुद्धियां)
    अनेक स्त्री पुरुष वहां आए थे ।
    37, . शीला के तीव्र आग्रह करने पर मैं उसके घर गई। (विशेषण संबंधी अशुद्धियां)
    शीला के अधिकार ग्रह करने पर मैं उसके घर गई।
    38 मैं तुम्हें श्रद्धा के साथ या पुस्तक समर्पण करती हूं। (क्रिया संबंधी अशुद्धियां ।)
    मैं तुम्हें श्रद्धा के साथ या पुस्तक समर्पित करती हूं।
    39. यदि परिश्रम से पढ़ोगे तब अच्छे अंक प्राप्त करोगे । (क्रियाविशेषण संबंधी अशुद्धियां)
    यदि परिश्रम से पढ़ोगे तो अच्छे अंक प्राप्त करोगे।
    40. इस बच्चे को किसी की दृष्टि लगी है । (मुहावरे संबंधी अशुद्धियां।)
    इस बच्चे को किसी की नजर लगी है।
    41. तीसरी बार फिर से नया चश्मा था। (कारक संबंधी अशुद्धियां)
    तीसरी बार फिर नया चश्मा था।
    42. कुछ कुछ बात हालदार साहब अब समझ आई।( क्रम दोष संबंधी अशुद्धियां)
    अब हालदार साहब को बात कुछ कुछ समझ में आई।
    43. थोड़ा देर पहले मुसलमान वर्षा खत्म हुई है।( लिंग संबंधी अशुद्धियां)
    थोड़ी ही देर पहले मुसलमान वर्षा खत्म हुई है।
    44. दादूरो की टर्र-टर्र बाल गोविन भगत के संगीत को अपने उपद्रवों में डूबो नहीं सकती । (संज्ञा संबंधी अशुद्धियां)
    दादुरो की टर्र-टर्र बाल गोविन भगत के संगीत को अपने कोलाहल में डुबो नहीं सकती ।
    45. नवाब शाह फिर एक पल खिड़की मे बाहर देख कर गौर किया । ( कारक संबंधी अशुद्धियां)
    नवाब साहब ने फिर एक पल खिड़की से बाहर देख कर कॉल किया।
    46 मिठास भरे अमृत के अतिरिक्त दूसरों के लिए जिसकी रगों में और कुछ नहीं था । (क्रम दोष)
    जिसकी रगों में दूसरों के लिए मिठास भरेह अमृत के अतिरिक्त और कुछ नहीं था।
    47. फादर को याद करना उदास शांत संगीत का सुनने तथा उनसे बात करना कर्म का संकल्प से भरना था ।(कारक संबंधी अशुद्धियां।)
    फादर को याद करना एक उदास शांत संगीत को सुनने जैसा है तथा उनसे बात करना कर्म के संकल्प से भरने जैसा है।
    48. उस समय हमारे परिवार में लड़की का विवाह का अनिवार्य योग्यता 16 वर्ष की उम्र और शिक्षा में मैट्रिक पास होना था।( कारक संबंधी अशुद्धियां)
    उस समय हमारे परिवार में लड़की के विवाह के लिए अनिवार्य योग्यता 16 वर्ष की उम्र और शिक्षा में मैट्रिक पास होना था।
    49. बड़े शौक की बात है कि आजकल ऐसे विद्वान लोग हैं जो स्त्रियों को पढ़ाना नहीं चाहते। (संज्ञा संबंधी अशुद्धियां)
    बड़े शोक की बात है कि आजकल ऐसे विद्वान लोग हैं जो स्त्रियों को पढ़ाना नहीं चाहते।
    50. काशी के संगीत आयोजन में बड़ी-बड़ी विद्वान कवयित्रियां उपस्थित रहीं । (संज्ञा संबंधी अशुद्धियां)
    काशी के संगीत आयोजन में बड़ी-बड़ी विदुषी कवयित्रियां उपस्थित रही।
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