नई दिल्ली: देश वासियों और खास कर दिल्लीवासियों के बीच अरविन्द केजरीवाल का जिक्र हो तो केजरीवाल की मफलर बांधे हुए तस्वीर ही जहाँ में आती है. यहाँ तक कि सोशल मीडिया पर इसको लेकर कार्टून और ट्रोल भी बन चुके हैं. लेकिन हक़ीक़त यह है अरविन्द केजरीवाल का मफलर उनका फैशन स्टेटमेंट नहीं है बल्कि उनकी मजबूरी है. दरअसल अरविन्द केजरीवाल सर्दी-खांसी से ग्रस्त रहते हैं और इस बार तो उनकी खांसी हद से ज्यादा बढ़ गई है. यहाँ तक कि उन्हें इसके इलाज के लिए ऑफिसियल कामकाज से छुट्टी लेकर १० दिन के लिए बेंगलुरु जाना पड़ रहा है.
खांसी के साथ केजरीवाल का ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ा हुआ है और अब वह २२ जनवरी से बेंगलुरु में खांसी और ब्लड शुगर का प्राकृतिक इलाज करवाने के लिए छुट्टी पर जा रहे हैं .
सूत्रों का कहना है कि अरविन्द केजरीवाल को २२ दिसंबर को ही अपना इलाज करवाने बेंगलुरु जाना था किन्तु दिल्ली में ट्रैफिक कि ऑड-ईवन स्कीम को लागू करने के चलते उन्होंने इसे एक महीने के लिए टाल दिया.
इससे पहले मार्च के महीने में भी सीएम केजरीवाल अपने इलाज के लिए बेंगलुरू गए थे. उनकी तबीयत में काफी सुधार भी आया था लेकिन बढ़ती सर्दी, और काम के बोझ और तनाव से उनकी ब्लड शुगर फिर अनियंत्रित हो गई है . ऊपर से खांसी ने उन्हें बेहद परेशान किया हुआ है .
ऐसा माना जा रहा है कि उनकी अनुपस्थिति में मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार का कार्यभार संभालेंगे .