अयोध्या : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने अयोध्या दौरे के दौरान शहर के विकास के लिए 350 करोड़ रुपयों की सौगात दी. धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अयोध्या के लिए विकास की योजनाओं के बारे में योगी ने विस्तृत जानकारी दी.
अपने उन्होंने कहा की बनारस और हरिद्वार की गंगा आरती की तरह अयोध्या में भी सरयू आरती होनी चाहिए. गौरतलब है कि 2002 के बाद यह पहला मौका है जब प्रदेश का मुख्यमंत्री रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचा हो.
शहर के विकास पर बात करते हुए योगी ने कहा कि चप्पे चप्पे पर स्ट्रीट लाइट्स लगवाई जाएंगी और शहर में साफ़ सफाई का भी ख्याल रखा जाएगा. उन्होंने यह भी वादा किया कि शहर में बिना किसी भेदभाव के 24 घंटे बिजली दी जाएगी. इन सभी योजनाओं के जरिये राज्य सरकार अयोध्या के विकास पर 350 करोड़ रुपये खर्च करेगी.
अपनी इस योजना का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देते हुए उन्होंने कहा कि अयोध्या में जल्द ही राम जानकी मार्ग का निर्माण भी किया जाएगा.
हालाँकि मंदिर निर्माण के मुद्दे पर योगी अपने पुराने तेवरों के विपरीत नजर आए. उन्होंने बात चीत से मुद्दे को सुलझाने का समर्थन करते हुए कहा कि यदि कोई बात चीत से मुद्दे को सुलझाना चाहता है तो उत्तरप्रदेश की सरकार उसके साथ होगी.
योगी ने कहा कि ‘आज यह विवाद सुलझाने का नया अवसर बना है। मुझे बहुत अच्छा लगा कि लखनऊ में मुस्लिम संगठनों ने अयोध्या में राम जन्मभूमि को हिंदू समाज को सौंपने की वकालत की है लेकिन कुछ लोग नहीं चाहते की हम सब मिलकर रहें, क्योंकि अगर हम मिलकर रहे तो दुश्मनों को मौका नहीं मिलेगा। वे लोग देश का विकास नहीं चाहते इसलिए वे एकता की राह में बाधा डालने का प्रयास करेंगे। इसलिए मैं चाहूंगा कि हम आपसी सौहार्द से इस संपूर्ण विवाद का पटाक्षेप करें।’