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Vilom Shabd Class 8 विलोम शब्द Chapter wise CBSE

विलोम शब्द Class 8 Chapter wise CBSE

यहाँ पर हम कक्षा 8 के विद्यार्थियों के लिए हिंदी पुस्तक के विभिन्न पाठों में आये हुए विलोम शब्दों (Vilom Shabd Class 8) का अर्थ और वाक्य प्रयोग स्पष्ट कर रहे हैं ताकि छात्र परीक्षा में पूछे जाने पर इन विलोम शब्दों के प्रश्न में पूर्ण अंक प्राप्त कर सकें।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – ध्वनि

शब्द – विलोम शब्द

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अंत – आदि

अंत – अभी मेरे जीवन का अंत नहीं होगा ।

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आदि – आदिकाल से यही परंपरा चली आ रही है।

मृदुल – कठोर

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मृदुल – उसकी आवाज अत्यंत मृदुल है।

कठोर – वह स्वभाव से ही कठोर है।

स्वप्न – जाग्रत

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स्वप्न – आज उसने बहुत बढ़िया स्वप्न देखा ।

जाग्रत – जाग्रत अवस्था में मनुष्य सपने नहीं देख सकता ।

अमृत – विश

अमृत – अमृत भरा कलश लेकर परियाँ धरा पर उतरी।

विश – रानी ने राज्य को विश दे दिया ।

लालसा – तृप्ति

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लालसा – मोहन को विदेश जाने की बहुत लालसा है।

तृप्त – आज उसका जीवन तृप्त हो गया।

जीवन – मृत्यु

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जीवन – उसे अपने जीवन में सुख नहीं मिला

मृत्य – अंततः उसकी मृत्य हो गई।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – लाख की चूड़िया

सुंदर – कुरूप

सुंदर – उसका चेहरा बहुत सुंदर है।

कुरूप – उसकी शादी एक कुरूप लड़की से हो गई है।

मुलायम – कठोर

मुलायम – वह मुलायम कपड़े पहनना पसंद नहीं करता ।

कठोर – वह कठोर भूमि पर सोता था ।

आकार – निराकार

आकार – इस कमरे का आकार बहुत बडा है।

निराकार – कबीर निराकार ब्रह्म की आराधना करते थे ।

पैतृक – अर्जित

पैतृक – मोची गिरी का काम उसका पैतृक पेशा है।

अर्जित – मेहनत से उसने संपत्ति अर्जित की है।

शहर – गाँव

शहर – आजकल शहरों में बहुत भीड़ हो गई है।

गाँव – गाँव का जीवन बहुत सामान्य है।

स्मृति – विस्मृति

स्मृति – अचानक मुझे उसकी स्मृति हो आई।

विस्मृति – बहुत दिन हो गए थे इसलिए यह घटना विस्मृत हो गई थी।

अतीत – वर्तमान

अतीत – मेरे सामने अतीत की घटनाए जीवित हो उठी ।

वर्तमान – वर्तमान में वह नौकरी कर रहा है।

संभव – असंभव

संभव – संभव है वह आज आ जाए

असंभव – मेरे लिए यह काम करना असंभव है।

शांति – हंगामा

शांति – अब मैं शांति से जीना चाहता हूँ

हंगामा – आज मेरे घर में बहुत हंगामा हुआ।

प्रसन्नता – अप्रसन्नता

प्रसन्नता – मुझे यह जान कर बहुत प्रसन्नता हुई कि तुम प्रथम आए हो।

अप्रसन्नता – मैं तुम्हारी अप्रसन्नता का कारण समझ सकता हु।

हार – जीत

हार – आज भारत पाकिस्तान से हार गया ।

जीत – अंततः उसकी जीत हुई।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – बस की यात्रा

श्रद्धा – अश्रद्धा

श्रद्धा – मेरे मनमें तुम्हारे लिए अपार श्रद्धा है।

अश्रद्धा – उस व्यक्ति ने अश्रद्धा के भाव से उसे देखा ।

वयोवृद्ध – जवान

वयोवृद्ध – वयोवृद्ध व्यक्ति सड़क पर मदद की गुहार लगा रहा था।

जवान – सड़क पर एक जवान व्यक्ति की मृत्यु हो गई।

विश्वसनीय – अविश्वसनीय

विश्वसनीय – मेरे लिए यह घटना विश्वसनीय नहीं है।

अविश्वसनीय – किसी अविश्वसनीय व्यक्ति को मेरे पास काम के लिए मत भेजना

असहयोग – सहयोग

असहयोग – बस में बैठे यात्रियों ने ड्रावर के साथ असहयोग करना शरू कर दिया ।

सहयोग – मुझे तुम्हारा सहयोग चाहिए

दुश्मन – मित्र

दुश्मन – दुश्मन के साथ खाना खाना खतरनाक हो सकता है।

मित्र – सुदामा और श्री कृष्ण परम मित्र थे।

छाया – धूप

छाया – केशव और श्यामा ने चिड़ियों केलिए टोकरी से छाया किया।

धूप – धूप से पौधे सूख जाएंगे ।

ज्योति – तिमिर

ज्योति – बुढ़ापे में उसकी आँखों की ज्योति जाती रही ।

तिमिर – वसुधा पर पसरा तिमिर सबको डरा रहा था।

दुर्लभ – सुलभ

दुर्लभ – गूलर का फूल बहुत दुर्लभ होता है।

सुलभ – इन दिनों नारियल सब जगह सुलभ है।

उपयोग – दुरपयोग

उपयोग – इसका उपयोग मैं नहीं क सकता ।

दुरपयोग – समय का दुरपयोग खतरनाक हो सकता है।

देवता – दानव

देवता – देवता भी इस मनुष्य की पूजा करते है।

दानव – यज्ञ में दानवों ने उत्पात मचा रखा था।

लोक – परलोक

लोक – लोक की बातों का लिहाज करना पड़ता है।

परलोक – परलोक में जाकर सब हिसाब करना पड़ता है।

पृथ्वी – आकाश

पृथ्वी – पृथ्वी का आकार नारंगी के समान है।

आकाश – आकाश का रंग नीला है।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – दीवानों की हस्ती

आज – कल

आज – आज का दिन मेरे लिए बहुत शुभ है।

कल – कल मैं दिल्ली जाना चाहता हूँ ।

उल्लास – हताश

उल्लास – उसका मन उल्लास से परिपूर्ण था ।

हताश – आज वह हतासा से परिपूर्ण था/

सुख – दुख

सुख – उसका बचपन बहुत सुख में बीता

दुख – उसे दुख से उबरने में समय लगेगा ।

भीखमंगा – ऐवशर्य शाली

भिखमंगा – भीख मँगे लोग किसी की नहीं सुनते ।

स्वछंद – आबद्ध

स्वछंद – वह स्वछन्द रहना चाहता है।

आबद्ध – वह आबद्ध होकर कोई काम नहीं कर सकता

असफलता – सफलता

असफलता – इस बार कि असफलता वह बर्दाश्त नहीं कर सका

सफलता – जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए मेहनत जरूरी है।

बंधन – मुक्त

बंधन – जिम्मेदारियों के बंधन से वह मुक्त हो गया है।

मुक्त – वह मुक्त हाथ से दान करता है।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – चिट्ठियों की अनूठी दुनिया

आधुनिक – प्राचीन

आधुनिक – शीला आधुनिक कपड़ों को प्राथमिकता देती है।

प्राचीन – प्राचीन काल में एक परंपरा थी ।

संतोष – असंतोष

संतोष – उसे अपनी नौकरी से संतोष है।

असंतोष – अव्यवस्था के कारण लोगों में असंतोष व्याप्त हो गया है।

विशेष – सामान्य

विशेष – इस काम को करने के लिए राम ने विशेष प्रयास किए ।

सामान्य – तुम्हारे सामान्य प्रयास से यह काम नहीं होगा ।

विकसित – अविकसित

विकसित – बेरोजगारी दूर करने के लिए उद्योग धंधों को विकसित करने की आवश्यकता है।

अविकसित – फूलों में कलियाँ अभी अविकसित है।

सवाल – जवाब

सवाल – इस सवाल का मैं क्या जवाब दूँ

जवाब – मुझे पता था तुम यही जवाब दोगे

उत्सुक – अनुत्सुक

उत्सुक – मैं आगे की कहानी जानने के लिए उत्सुक हूँ

अनुत्सुक – किसी काम के प्रति तुम्हारा यह अनुत्सुक व्यवहार अच्छा नहीं है।

आजादी – गुलामी

आजादी – हिन्दुस्तानियों को आजादी की कीमत चुकानी पड़ी।

गुलामी – वह वर्षों से गुलामी की जिंदगी बसर कर रहा है।

महत्व – लघुत्व

महत्व – यह बहुत महत्व की किताब है।

लघुत्व – इस दुनिया लघुत्व का भी बहुत महत्व है।

मजबूती – कमजोरी

मजबूती – गिरने के डर से उसने डाल को मजबूती से पकड़ लिया ।

कमजोरी – व्रत के कारण उसे कमजोरी महसूस हो रही है।

ज्यादा – कम

ज्यादा – ज्यादा देर तक जगना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है।

कम – वह बहुत कम बोलता है।

पुरानी – नई

पुरानी – मेरी कार अब पुरानी हो गई है।

नई – मुझे एक नई गाड़ी लेनी है।

उन्नत – अवनत

उन्नत – भारत में उन्नत साधनों का विकास हो रहा है।

अवनत – अवनत संसाधनों से विकास असंभव है।

दुर्गम – सुगम

दुर्गम – लद्दाख की यात्रा अत्यंत दुर्गम है।

सुगम – मैं तुम्हारे रास्तों को सुगम बना दूंगा ।

गरीब – अमीर

गरीब – सुदामा बहुत गरीब थे।

अमीर – गाँव में बस राम ही एक अमीर आदमी था।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – भगवान के डाकिए

पंछी – पशु

पंछी – पंछी के पंख सुंदर होते है।

पशु – पशु मनुष्य से भी समझदार होते है।

पानी – आग

पानी – पानी की खोज में कौआ व्याकुल था।

आग – जंगल में आग फैलती जा रही थी।

पहाड़ – मैदान

पहाड़ – पहाड़ पर जाते ही सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।

मैदान – पहाड़ से थोड़ी ही दूर एक बडा मैदान था।

धरती – आसमान

धरती – धरती पर प्रदूषण बढ़ता जा रहा है।

आसमान – आसमान में बादल छा गए ।

सुगंध – दुर्गंध

सुगंध – पंछी एक देश की सुगंध दूर देश ले जाते है।

दुर्गंध – दुर्गंध से सारा वातावरण महक उठा ।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – क्या निराश हुआ जाए

भ्रष्टाचार – सदाचार

भ्रष्टाचार – समाज में भ्रष्टाचार का बोलबाला है।

सदाचार – सदाचार का महत्व कम होता जा रहा है।

ईमानदार – बेईमान

ईमानदार – दुकानदार बहुत ईमानदार था ।

बेईमान – बेईमान लोग सदैव त्याज्य है।

दोष – निर्दोष

दोष – जो जितना अच्छा हैं उसमे उतना ही दोष दिखाया जाता है।

निर्दोष – निर्दोष को सजा मिले यह ठीक नहीं।

गुण – अवगुण

गुण – नीम में अनेक गुण पाए जाते है।

अवगुण – मैं तुम्हारे सारे अवगुण भुला दूंगा ।

अतीत – वर्तमान

अतीत – मैं अपने अतीत को भुला नहीं पा रहा।

वर्तमान – अपने वर्तमान को पहले सुंदर बनाओ।

आदर्श – व्यवहार

आदर्श – मैं गांधीजी को अपना आदर्श मानता हूँ ।

व्यवहार – वह व्यवहार में अत्यंत कुशल है,

man – आलस

मेहनत – उसने मेहनत से अपनी साख बनाई है।

आलस – वह बहुत ज्यादा आलस करता है।

मूर्खता – बुद्धिमत्ता

मूर्खता – ऐसी मूर्खता मत करना ।

बुद्धिमत्ता – वह अपनी बुद्धिमत्ता से पहचाना जाता है।

महान – क्षुद्र

महान – वह महान व्यक्तित्व का स्वामी है।

क्षुद्र – वह अत्यंत क्षुद्र स्वभाव का है।

भौतिक – आध्यात्मिक

भौतिक – भौतिक जगत में लोभ मोह माया का वर्चस्व है।

आध्यात्मिक – आध्यात्मिक जगत में साधना का विशेष महत्व है।

आंतरिक – बाह्य

आंतरिक – धरती की आंतरिक शक्ति बहुत तेज है।

बाह्य – बाह्य गुणों की अपेक्षा आंतरिक गुणों पर जोर दें

उपेक्षा – अपेक्षा

उपेक्षा – वह अक्सर नई भावनाओं की उपेक्षा करता है।

अपेक्षा – मैं तुमसे यह अपेक्षा नहीं सकता।

धर्म – अधर्म

धर्म – मैं धर्म को विशेष महत्व देता है।

अधर्म – वह अधर्म के कार्यों में जूता रहता है।

संकोच – निस्संकोच

संकोच – मैं बहुत संकोच करता हूँ

निस्संकोच – निस्संकोच कमरे में चला आया

विनम्रता – उद्दंडता

विनम्रता – वह अत्यंत विनम्रता के साथ अंदर आया।

उद्दंडता – उसकी उद्दंडता दिन पर दिन बढ़ती जा रही है।

अवांछित – वांछित

अवांछित – मैं कुछ अवांछित चीजों ओ हटाना चाहता हु ।

वांछित – यह नियम वांछित नहीं है।

मनुष्यता – दानवता

मनुष्यता – संसार से मनुष्यता एकदम समाप्त हो गई है।

दानवता – जिस मनुष्य में मानवता का गुण नहीं है वह दानव है।

विश्वासघात – विश्वाश

विश्वासघात – उसने मेरे साथ विश्वासघात किया है।

विश्वास – तुम मेरा विश्वास मत तोड़ना।

नुकसान – फायदा

नुकसान – इससे तुम्हारा बहुत नुकसान ही होगा।

फायदा – इस काम का कोई फायदा नहीं है।

संदेह – निस्संदेह

संदेह – मुझे तुम्हारे निर्णय पर संदेह है।

निस्संदेह – निस्संदेह मैं यह काम करूंगा।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – यह सबसे कठिन समय नहीं

कठिन – सरल

कठिन – मैं सबसे कठिन सवाल कर सकता हूँ

सरल – सरल भाषा में लिखना शरू करो।

गंतव्य – प्रारंभ

गंतव्य – गाड़ी अपने गंतव्य की ओर बढ़ रही थी।

प्रारंभ – अब कथा प्रारंभ होने वाली है।

सूरज – चाँद

सूरज – सूरज निकल आया है।

चाँद – चाँद अब बस निकलने ही वाला है।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – कबीर की साखियाँ

ज्ञान – अज्ञान

मूल्य – अमूल्य

मूल्य – इस मकान का मूल्य बहुत कम है।

अमूल्य – शिक्षा अमूल्य धन है।

एक – अनेक

एक – डाल पर एक चिड़िया बैठी थी ।

अनेक – भारत अनेक भाषाओं का देश है।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – कामचोर

नौकर – मालिक

नौकर – रामू मेरे घर का पुराना नौकर है।

मालिक – माली आज बहुत प्रसन्न है।

कामचोर – कर्मशील

कामचोर – वह बहुत कामचोर है उससे मत काहो इसे करने के लिए

कर्मशील – जो कर्मशील होते है वे आगे बढ़ते है।

युद्ध – शांति

युद्ध – मेघनाथ आज युद्ध में मारा गया ।

शांति – इन दिनों देश में शांति बहाल है।

मैली – धुली

मैली – चादर बहुत मैली हो गई है।

धुली – मेहमानों के लिए धुली चादर बिछाओ

बाढ़ – सूखा

बाढ़ – घर में रुपयों की बाढ़ आ जाएगी।

सूखा – इस बार देश में सूखा पड़ गया।

विरुद्ध – सहमति

विरुद्ध – मैं तुम्हारे विरुद्ध नहीं बोल सकता ।

सहमति – मैं इस विचार पर सहमति प्रकट कर रहा हुँ ।

सफेद – स्याह

सफेद – माँ के बाल बिल्कुल सन्न की तरह सफेद थे।

स्याह – सच सामने आते ही उसका चेहरा स्याह पड़ गया।

महल – झोपड़ी।

महल – कई सालों से महल सुनसान ही पड़ा है।

झोपड़ी। – झोपड़ी में बहुत धुंधली रोशनी थी।

तत्काल – विलंब

तत्काल – रोगी को तत्काल उपचार की आवश्यकता है।

विलंब – विलंब के कारण सभा में वह शामिल न हो सका।

ममता – क्रूरता

ममता – मा अपने बच्चों पर निस्वार्थ ममता लुटाती है।

क्रूरता – आज उसकी क्रूरता चरम पर है।

तूफान – शांति

तूफान – आज समुद्री तटों पर तूफान आने की संभावना है।

शांति – मैं तुमसे शांति से बात करना चाहता हूँ

Vilom Shabd Class 8 Chapter – जब सिनेमा ने बोलना सीखा

जिंदा – मुर्दा

जिंदा – अनारकली को जिंदा दफनाया गया था।

मुर्दा – यह स्थान मुर्दा लोगों के लिए है।

मूक – वाचाल

मूक – यहाँ मूक और बधिर लोगों का इलाज होता है।

वाचाल – कक्षा में सबसे वाचाल वही था।

शरुआत – समाप्ति

शरुआत – लड़कियों में जागरूकता की शरुआत हो चुकी है।

समाप्ति – यह मेरे जीवन की समाप्ति का समय है।

स्वतंत्र – परतंत्र

स्वतंत्र – भारत को स्वतंत्र हुए कई साल हो गए ।

परतंत्र – परतंत्र मनुष्य पशु के समान है।

प्रकाश – अंधेरा

प्रकाश – प्रकाश की चंद किरने प्रवाहित हो रही है।

अंधेरा – रास्ते में गहरा अंधेरा था।

कृत्रिम – प्राकृतिक

कृत्रिम – अभी यहाँ कृत्रिम प्रकाश की व्यवस्था की गई है।

प्राकृतिक – घर में प्राकृतिक हवा का आना जरूरी है।

निर्माण – विध्वंश

निर्माण – यहाँ एक मॉल का निर्माण किया जाएगा ।

विध्वंश – कुछ इलाकों को विध्वंश करने का फरमान जारी हो गया है।

कामयाब – नाकामयाब

कामयाब – वह अपने क्षेत्र में कामयाब हो चुका है।

नाकामयाब – मैं किसी नाकामयाब इंसान से बात नहीं कर सकता है।

प्रमुख – गौण

प्रमुख – धान यहाँ की प्रमुख फसल है।

गौण – कुछ गौण फसलों को विकसित करने की योजना है।

नियंत्रण – अनियंत्रण

नियंत्रण – भीड़ पर नियंत्रण करना मुश्किल हो रहा था।

अनियंत्रण – पुलिश के बावजूद भी भीड़ अनियंत्रन में थी।

पसंद – नापसंद

पसंद – मैं तुम्हें बिल्कुल पसंद नहीं करता ।

नापसंद – मुझे रात को आइस क्रीम खाना नापसंद है।

सवाक – मूक

सवाक – भारत में सवाक फिल्मों का शरू हो चुका है।

मूक – मूक फिल्मे भी बहुत लोक प्रिय होती थी,

Vilom Shabd Class 8 Chapter – सुदामा चरित

दुर्बल – सबल

दुर्बल – सुदामा की शारीरिक गठन बहुत दुर्बल थी।

सबल – वह बहुत सबल व्यक्ति है।

सखा – शत्रु

सखा – सुदामा श्रीकृष्ण के बचपन के सखा थे।

शत्रु – कंश स्वयं अपना शत्रु था।

सुधा – विश

सुधा – सुधा रस का पान सभी करना चाहते है।

विश – अपने वाणी से विश उगलना बंद करो।

आदर – अनादर

आदर – मैं अपने माता पिता का अदर करता हूं

अनादर – गुरुजनों का अनादर पाप है।

धन – निर्धन

धन – राम के पास बहुत सारा धन है।

निर्धन – सुदामा एक निर्धन ब्राह्मण थे।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – जहां पहिया है

सामाजिक – असामाजिक

सामाजिक – ट्यूशन पढ़ाने का विरोध करना एक सामाजिक आंदोलन है।

असामाजिक – कमल एक असमाजिक आदमी है।

गरीब – अमीर

गरीब – मैं एक गरीब खेतिहर मजदूर हूँ।

अमीर – अमीर होने से कोई बडा नहीं होता।

अर्थ – अनर्थ

अर्थ – मेरे कहने का यह अर्थ नहीं था।

अनर्थ – तुम मेरी बातों के अर्थ का अनर्थ मत करो।

गर्व – शर्मिंदा

गर्व – मुझे अपने देश पर गर्व है।

शर्मिंदा – ऐसे काम न करो जिससे तुम्हारे माता पिता को शर्मिंदा होना पड़े

रूढ़िवादी – रुढ़ि मुक्त

रूढ़िवादी – रूढ़िवादी मानसिकता असभ्यता की निसानी है।

रुढ़िमुक्त – रुढ़िमुक्त होकर ही हम सभ्यता का विकास कर सकते है,

संबंध – असंबध

सम्बध – मेरा तुम्हारा संबंध बहुत पुराना है।

असंबंध – तुम्हारी दोनों उक्तियों में असंबंध है।

निर्भरता – स्वावलंबन

निर्भरता – खुली सोच ने पुरुषों पर निर्भरता कम कर दी है।

स्वावलंबन – महिलाओं को स्वावलंबी होना आवश्यक है।

स्वीकृति – अस्वीकृति

स्वीकृति – वर्षों के संघर्ष के बाद इसकी स्वीकृति मिली।

अस्वीकृति – आवेदन की अस्वीकृति के बाद वह बहुत उदास है।

प्रोत्साहन – हतोत्साह

प्रोत्साहन – तुम्हें इस काम के लिए प्रोत्साहन मिलेगा ।

हतोत्साह – किसी भी काम के लिए किसी को हतोत्साह नहीं करना चाहिए ।

बिक्री – क्रय

बिक्री – यहाँ मांस मछली की बहुत बिक्री होती है।

क्रय – मुझे एक घर का क्रय करना है।

वृद्धि – ह्वास

वृद्धि – अपनी मेहनत से उसने अपनी आय में वृद्धि की है।

ह्वास – दिन पर दिन उसके विकास के ग्राफ का ह्वास हो रहा है।

उत्पादक – खपत

उत्पादक – छोटे उत्पादकों की वृद्धि हो रही है।

खपत – खपत के अनुसार माल की पूर्ति आवश्यक है।

खुशहाली – बदहाली

खुशहाली – आज मेहनत करके वह खुशहाली का जीवन गुजार रहा है।

बदहाली – अपनी आर्थिक बदहाली से वह परेशान हो गया है।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – अकबरी लोटा

असमर्थ – समर्थ

असमर्थ – मैं आज रुपये देने में असमर्थ हूँ

समर्थ – मई तुम्हें अपने पैसों से समर्थ बनाऊँगा

प्रतिष्ठा – अप्रतिष्ठा

प्रतिष्ठा – इस दौड़ में जितना मेरे प्रतिष्ठा का सवाल है।

अप्रतिष्ठा – इसे तुम्हारी अप्रतिष्ठा ही होगी।

विपदा – संपद

विपदा – मेरे जीवन में एक भयंकर विपदा आ गई है।

संपद – संपद में हमे अपने परिवारी जनों का साथ देना चाहिए ।

प्रकट – गुप्त

प्रकट – आज उसका भेद प्रकट हो गया।

गुप्त – इस क्षेत्र में एक गुप्त मंदिर है जिसकी बहुत मान्यता है।

आकर्षण – विकर्षण

आकर्षण – पृथ्वी में एक आकर्षण शक्ति होती है।

बविकर्षण – इन दोनों पदार्थों में विकर्षण शक्ति है।

विज्ञ – अज्ञ

विज्ञ – आप एक विज्ञ आदमी है।

अज्ञ – मैं इस मामले में बिल्कुल अज्ञ हूँ ।

सुशिक्षित – अशिक्षित

सुशिक्षित – मैं आपको सुशिक्षित आदमी समझता था।

अशिक्षित – अशिक्षित मनुष्य अतार्किक होते है।

सज्जन – दुर्जन

सज्जन – यहाँ एक मुसलमान सज्जन रहते है।

दुर्जन – दुर्जन मनुष्य किसी का भला नहीं कर सकते

सुखद – दुखद

सुखद – पैसों को गिनना एक सुखद कार्य है।

दुखद – माँ की मरने की खबर एक दुखद कार्य है।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – पानी की खोज

सुरीली – कर्कश

सुरीली – अचानक एक सुरीली आवाज आई ।

कर्कश – तुम्हारी आवाज बहुत कर्कश है।

अधिकांश – अल्पांश

अधिकांश – मेरा अधिकांश समय इन दिनों पढ़ाई में व्यतीत हो रहा है।

अल्पांश – अपनी सैलरी का अल्पांश हमें अवश्य दान करना चाहिए ।

घृणा – प्रेम

घृणा – एक दूसरे से घृणा करने से रिश्तों में दरार पड़ सकती है।

प्रेम – मैं तुमसे बहुत प्रेम करता हूँ।

दीर्घजीवी – अल्पजीवी

दीर्घजीवी – दीर्घजीवी जीवन का रहस्य अच्छा स्वास्थ्य है।

अल्पजीवी – सामान्य तौर कुछ प्राणी अल्पजीवी होते है।

ठंडक – गर्माहट

ठंडक – अब सुबह सुबह ठंडक सी महसूस होने लगी है।

गर्माहट – जानवरों को ठंड से बचाने के लिए उन्हे गर्माहट प्रदान करना आवश्यक होता है।

विचित्र – सामान्य

विचित्र – अपने अजीबोगरीब परिधान के कारण वह विचित्र लग रहा था।

सामान्य – वह ज़्यादतर सामन्य वेशभूषा में ही रहता है।

युवा – वृद्ध

युवा – देश को युवाओ की जरूरत है।

वृद्ध – मेरे पिता अब वृद्ध हो गए है।

असह्य – सहनशील

असह्य- – ठंड को बर्दाश्त करना था।

सहनशील – वह अत्यंत सहनशील व्यक्ति है।

ज्ञात – अज्ञात

ज्ञात – अचानक ज्ञात हुआ कि धरती फट गई है,

अज्ञात – मेरे लिए यह घटना अज्ञात है,

समतल – खुरदरा

समतल – आगे की चढ़ाई समतल थी ।

खुरदरा – खुरदरे रास्ते पर चलना मुश्किल है।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – बाज और साँप

शोर – शांति

शोर – पटाखों के शोर से पूरा वातावरण गूंज उठा।

शांति – शहर के बाहर तो बहुत शांति है।

मिलाप – अलगाव

मिलाप – आज वं में भरत और राम का मिलाप हुआ।

अलगाव – अब दोनों भाइयों में अलगाव हो गया है।

स्वामी – दास

स्वामी – वह इस मकान का अकेला स्वामी है।

दास – मैं तुम्हारा दास बनकर रहना चाहता है।

ताकत – कमजोरी

ताकत – मेरी पत्नी मेरी ताकत हूँ।

कमजोरी – मैं तुम्हारी कमजोरी जानता हूँ

असीम – ससीम

असीम – इस असीम संसार में मेरा कोई अपना नहीं है।

ससीम – यह जीवन असीम है ससीम नहीं।

वियोग – संयोग

वियोग – नायक से नायिका का वियोग ही इस नाटक का चरमोत्कर्ष है।

संयोग – भक्ति काल में संयोग शृंगार पर कम कविताएं लिखी गई है।

विस्तार – संक्षिप्त

विस्तार – इस कविता कि व्याख्या विस्तार से करो।

संक्षिप्त – मैं तुम से संक्षिप्त रूप से बात करना चाहता हूँ।

साहसी – भीरु

साहसी – भरत एक वीर और साहसी बालक थे।

भीरु – वह एक धर्म भीरु महिला है।

निडर – डरपोक

निडर – बाज एक निडर पक्षी है।

बहादुर – कायर

बहादुर – कर्नल अफ़रोज एक बहादुर सिपाही था।

कायर – दुश्मनों को देखकर वह कायरों की तरह भाग निकला।

Vilom Shabd Class 8 Chapter – टोपी

दिन – रात

दिन – दिन होने पर मैं यहाँ से चला जाऊंगा

रात – रात बस गुजरने पर स्टेशन आएगा

शाम – सुबह

शाम – शाम को मैं एक पार्टी में जाऊंगा

सुबह – सुबह मैं स्कूल नहीं जा पाऊँगा ।

चमक – धूमिल

चमक – बर्तनों की चमक अब पुरानी हो गई है।

धूमिल – धूमिल प्रकाश में आगे बढ़ना मुश्किल होगा।

समझदार – नासमझ

समझदार – रामप्रकाश जी का बेटा बहुत समझदार है।

नासमझ – नासमझ मत बनो यह काम तुम्हारे लिए नहीं है।

राजा – रंक

राजा – राजा बहुत ईमानदार था।

रंक – राजा से रंक बनते देर नहीं लगती

मजूरी – बेगारी

मजूरी – खरी मजूरी देकर मैं तुमसे काम कराऊँगा

बेगारी – जमींदार तो बेगारी करवाता है।

गंदा – साफ

गंदा – आसपास का वातावरण बहुत गंदा हो गया है।

साफ – उसने साफ और सुंदर कपड़े पहनकर आया है।

बेहतरीन – कमतरीन

बेहतरीन – वह बेहतरीन चाय बनाई है।

कमतरीन – वह रमा से सुंदर तो नहीं पर उससे कमतरीन भी नहीं है।

सख्ती – नरमी

सख्ती – बच्चों पर ज्यादा सख्ती नहीं करना चाहिए

नरमी – उससे सच उगवालने के लिए नरमी से पेश आना पड़ेगा ।

 

 

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