लोग हिलाल-ए-शाम से बढ़ कर – इब्न-ए-इंशा शायरी ग़ज़लें 2022-02-13Ritu Comment लोग हिलाल-ए-शाम से बढ़ कर – इब्न-ए-इंशा शायरी ग़ज़लें लोग हिलाल-ए-शाम से बढ़ कर पल में माह-ए-तमाम हुए हम हर बुर्ज में घटते [...]
जंगल जंगल शौक़ से घूमो – इब्न-ए-इंशा शायरी ग़ज़लें 2022-02-13Ritu Comment जंगल जंगल शौक़ से घूमो – इब्न-ए-इंशा शायरी ग़ज़लें जंगल जंगल शौक़ से घूमो दश्त की सैर मुदाम करो ‘इंशा’-जी हम पास भी [...]
पीत करना तो हम से निभाना सजन – इब्न-ए-इंशा शायरी ग़ज़लें 2022-02-13Ritu Comment पीत करना तो हम से निभाना सजन – इब्न-ए-इंशा शायरी ग़ज़लें पीत करना तो हम से निभाना सजन हम ने पहले ही दिन [...]
इस शहर के लोगों पे ख़त्म सही – इब्न-ए-इंशा शायरी ग़ज़लें 2022-02-13Ritu Comment इस शहर के लोगों पे ख़त्म सही – इब्न-ए-इंशा शायरी ग़ज़लें इस शहर के लोगों पे ख़त्म सही ख़ु-तलअ’ती-ओ-गुल-पैरहनी मिरे दिल की तो [...]
जोग बिजोग की बातें झूठी – इब्न-ए-इंशा शायरी ग़ज़लें 2022-02-13Ritu Comment जोग बिजोग की बातें झूठी – इब्न-ए-इंशा शायरी ग़ज़लें जोग बिजोग की बातें झूठी सब जी का बहलाना हो फिर भी हम से [...]
अच्छा जो ख़फ़ा हम से हो – इब्न-ए-इंशा शायरी ग़ज़लें 2022-02-13Ritu Comment अच्छा जो ख़फ़ा हम से हो – इब्न-ए-इंशा शायरी ग़ज़लें अच्छा जो ख़फ़ा हम से हो तुम ऐ सनम अच्छा, लो हम भी [...]
फ़क़ीर बन कर तुम उनके दर पर – इब्न-ए-इंशा शायरी ग़ज़लें 2022-02-13Ritu Comment फ़क़ीर बन कर तुम उनके दर पर – इब्न-ए-इंशा शायरी ग़ज़लें फ़क़ीर बन कर तुम उनके दर पर हज़ार धुनि रमा के बैठो [...]