Hindi Essay – Meerabai par Nibandh 2016-09-142016-10-05simran kaur मीराबाई पर लघु निबंध (Hindy essay on Meerabai) कृष्ण भक्ति काव्यधारा की कवयित्रियों में मीराबाई का स्थान सर्वश्रेष्ठ है। मीराबाई का जन्म सन् [...]
Hindi Essay – Hindi Sahitya ka Sawarnyug ‘Bhaktikal’ par Nibandh 2016-09-142016-11-15Ritu हिन्दी साहित्य का स्वर्णयुग ‘भक्तिकाल’ लघु निबंध हिन्दी साहित्य का स्वर्ण युग ‘भक्तिकाल’ का उदय अस्त काल संवत् 1375 से 1700 संवत् तक [...]
Hindi Essay – Sanch Barabar Tap Nahi par Nibandh 2016-09-142016-10-05Ritu साँच बराबर तप नहीं पर लघु निबंध यह सूक्ति निर्गुण भक्ति मार्गी कवि कबीरदास जी ने कही है कि सच्चाई से बढ़कर कोई [...]
Hindi Essay – Paradheenta par Nibandh 2016-09-142016-10-05Ritu पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं (पराधीनता) पर लघु निबंध भक्त शिरोमणि गोस्वामी तुलसी की यह सुक्ति बड़ी ही सारगर्भित और भावप्रद है- पराधीन सपनेहुँ [...]
Hindi Essay – Paropkar par Nibandh 2016-09-142016-10-05simran kaur परहित सरिस धर्म नहिं भाई (परोपकार) पर लघु निबंध महर्षि वेद व्यास ने परोपकार के विषय में लिखा है- अटादश पुराणेषु व्यासस्य वचनं [...]
Hindi Essay – Satsangati par Nibandh 2016-09-142016-10-05simran kaur शठ सुधरहिं सत्संगति पाई (सत्संगति) पर लघु निबंध सत्संगति शब्द दो शब्दों के मेल से बना हुआ है। सत् अथवा संगति’ अर्थात् सच्चे [...]
Hindi Essay – Parvatiya Pradesh Ki Yatra par Nibandh 2016-09-142016-10-05Ritu किसी पर्वतीय प्रदेश की यात्रा पर लघु निबंध पर्यटन का अपना अनूठा आनन्द होता है। फिर यदि यह पर्यटन पर्वतीय प्रदेश का हो, [...]
Hindi Essay – Mere Jeewan Ka Lakhshya par Nibandh 2016-09-142016-10-05Ritu मेरे जीवन का लक्ष्य पर लघु निबंध (Hindi essay on Aim of My Life) मनुष्य एक चिन्तनशील प्राणी है। वह सदा जीवन में [...]
Hindi Essay – Aadhunik Sanskriti par Nibandh 2016-09-142016-10-06Ritu आधुनिक-संस्कृति पर लघु निबंध (Hindi essay on Modern Culture) आधुनिकता बनाम प्राचीनता- आधुनिक संस्कृति प्राचीन हिन्दू और मुस्लिम संस्कृतियों तथा पाश्चताय संस्कृति का [...]
हमारा विद्यालय – Our School Essay in Hindi 2016-09-132016-10-05simran kaur हमारा विद्यालय भूमिका- मुझे कई विद्यालयों में पढ़ने का अवसर मिला है। प्रायः प्रत्येक विद्यालय अच्छा ही था, जिस विद्यालय में मैं आजकल [...]