किससे प्रेम करना चाहिए ? जानिये चाणक्य सूत्र से Chanakya’s quote on Love in Hindi 2016-07-142017-12-24RituV Chanakya Neeti – Prem par Chanakya ke anmol vichar Advertisement यस्य स्नेहो भयं तस्य स्नेहो दुःखस्य भाजनम्। स्नेहमूलानि दुःखानि तानि त्यक्तवा वसेत्सुखम्॥ जिस [...]
चाणक्य नीति – मीठी बोली पर चाणक्य के अनमोल विचार Chanakya’s quote on sweet talk in Hindi 2016-07-142017-12-24RituV Chanakya Neeti – meetha bolne par Chanakya ke anmol vichar तावन्मौनेन नीयन्ते कोकिलश्चैव वासराः । यावत्सर्वं जनानन्ददायिनी वाङ्न प्रवर्तते॥ कोयल तब तक मौन [...]
पशु-पक्षियों से कौन सी बातें सीखनी चाहिए ? चाणक्य के 16 अनमोल सूत्र 2016-07-132017-12-24RituV Chanakya Neeti – Pashu-pakshi par Chanakya ke anmol vichar (Chanakya’s quote on Animals) Advertisement तावन्मौनेन नीयन्ते कोकिलश्चैव वासराः । यावत्सर्वं जनानन्ददायिनी वाङ्न प्रवर्तते॥ [...]
चाणक्य नीति – विपत्ति पर चाणक्य के अनमोल विचार Chanakya’s quote on Problems in Hindi 2016-07-132017-12-24RituV Chanakya Neeti – Vipatti par Chanakya ke anmol vichar आपदर्थे धनं रक्षेद् दारान् रक्षेद् धनैरपि। आत्मानं सततं रक्षेद् दारैरपि धनैरपि ॥ विपत्ति के [...]
भाग्य रंक को राजा और राजा को रंक बना देता है – चाणक्य नीति 2016-07-132017-12-15RituV आयुः कर्म वित्तञ्च विद्या निधनमेव च। पञ्चैतानि हि सृज्यन्ते गर्भस्थस्यैव देहिनः॥ आयु, कर्म, धन , विद्या, निधन ये पांचों चीजें प्राणी के भाग्य [...]
मृत्यु के बाद कौन होता है मनुष्य का मित्र – जानिये चाणक्य ने क्या कहा है? 2016-07-132017-12-15RituV त्यजेद्धर्म दयाहीनं विद्याहीनं गुरुं त्यजेत्। त्यजेत्क्रोधमुखी भार्या निःस्नेहान्बान्धवांस्यजेत्॥ धर्म में यदि दया न हो तो उसे त्याग देना चाहिए । विद्याहीन गुरु को, [...]
चाणक्य नीति – त्याग पर चाणक्य के अनमोल विचार Chanakya’s Quote on Giving in Hindi 2016-07-132017-12-24RituV उपार्जितानां वित्तानां त्याग एव हि रक्षणम्। तडागोदरसंस्थानां परिदाह इदाम्मससाम्॥ तालाब के जल को स्वच्छ रखने के लिए उसका बहते रहना आवश्यक है [...]
भय का सामना कैसे करें- जानिए चाणक्य से 2016-07-122017-12-12RituV तावद् भयेषु भेतव्यं यावद्भयमनागतम्। आगतं तु भयं दृष्टवा प्रहर्तव्यमशङ्कया॥ आपत्तियों और संकटों से तभी तक डरना चाहिए जब तक वे दूर हैं, परन्तु [...]
साधु पर चाणक्य के अनमोल विचार 2016-07-122017-12-12RituV शैले शैले न माणिक्यं मौक्तिकं न गजे गजे। साधवो न हि सर्वत्र चन्दनं न वने वने ॥ न प्रत्येक पर्वत पर मणि-माणिक्य ही [...]
कैसे पिता को संतान का शत्रु माना है चाणक्य ने? 2016-07-122017-12-24RituV Chanakya Neeti – Pita par Chanakya ke anmol vichar जनिता चोपनेता च यस्तु विद्यां प्रयच्छति। अन्नदाता भयत्राता पञ्चैता पितरः स्मृताः॥ जन्म देनेवाला, उपनयन [...]