वाशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि भारत दुनिया को आतंकवाद के खतरे को उखाड़ने की जरूरत के बारे में बता रहा है और एलओसी में आयोजित सर्जिकल स्ट्राइक साबित करता है कि जब जरूरत पड़ती है तो देश अपना बचाव कर सकता है।
Overwhelmed by the warmth of the Indian diaspora at the community programme in Washington DC. Sharing my speech. https://t.co/gJ5D93ZmHy pic.twitter.com/ctG5BIlUsR
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2017
जब भारत 20 साल पहले आतंकवाद की बात करता था| तो दुनिया के कई लोगों ने कहा था कि यह एक कानून और व्यवस्था की समस्या है और उसे समझ में नहीं आया। अब आतंकवादियों ने उन्हें आतंकवाद बताया है इसलिए हमें नहीं करना है| मोदी ने एक समुदाय में टाइटस कॉर्नर, वर्जीनिया में रिट्ज कार्लटन में रिसेप्शन में कहा। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया को आतंकवाद के खतरे को उखाड़ने की जरूरत के बारे में बता रहा है।
हमने दुनिया को आतंकवाद के बारे में जागरूक किया- नरेन्द्र मोदी
जब भारत ने सर्जिकल हमलों का संचालन किया तो दुनिया ने हमारी शक्ति का अनुभव किया और यह महसूस किया कि भारत शांत रहता है| लेकिन आवश्यकता पड़ने पर शक्ति दिखा सकता है| उन्होंने पिछले तीन वर्षों में अपनी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उड़ी हमले के बाद भारत ने पिछले साल 29 सितंबर को नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी पैड पर सर्जिकल हमलों का आयोजन किया था।
मोदी ने कहा कि भारत आतंकवाद का शिकार रहा है| लेकिन दुनिया हमें सीरियस नहीं देख रही थी और हम इस दुनिया को भारत में आतंकवाद के विनाशकारी प्रभावों के संदेश देने में सफल हुए हैं। चीन से एक स्पष्ट वार्तालाप में मोदी ने कहा कि भारत विश्व व्यवस्था के अनुसरण में विश्वास करता है।उन्होंने कहा, भारत, वैश्विक नियमों का पालन न करके अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में विश्वास नहीं करता। मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा वैश्विक आदेश और कानून के शासन के भीतर विकास के मार्ग का पालन किया है।