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Short Hindi Essay on Bijli ke Upyog बिजली के घरेलू उपयोग पर लघु निबंध

Bijli ke Upyog par laghu nibandh

प्रस्तावना- बिजली आज हमारे जीवन का अनिवार्य अंग बन गई है। इसके बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। कृषि के विकास, उद्योग धंधों को चलाने और यातायात तक के लिए इसका उपयोग हो रहा है। इतना ही नहीं घर परिवार में भी बिजली का उपयोग बढ़ गया है। थोड़ी देर के लिए बिजली चली जाए तो घर में संकट पैदा हो जाता है। इससे स्पष्ट है कि बिजली घरेलू कार्यों के लिए भी बहुत जरूरी है।Short Hindi Essay on Bijli ke Ghrailu Upyog
मनोरंजन के साधनों का उपयोग- आजकल मनोरंजन के लिए घर में रेडियो, टी.वी. सामान्य सी बात है। निर्धन और झुग्गी झोंपड़ी में रहने वाले लोगों के घरों में भी ये वस्तुएँ आसानी से प्राप्त हैं। इनका प्रयोग भी तभी हो सकता हे जब बिजली हो। बिजली के बिना ये वस्तुएँ भी किसी काम की नहीं।
बिजली गृहिणी के लिए वरदान- बिजली तो गृहिणी के लिए वरदान सिद्ध हो रही है। आज कपड़े धोने की मशीन है। उसके लिए बिजली चाहिए। रसोईघर में बिजली की सहायता से खाना बनाया जा सकता है। चटनी बनाने के लिए मिर्च मसाले पीसने के लिए फलों का रस निकालने के लिए मिक्सी और जूसर का प्रयोग घर घर में होने लगा है। बिजली के बिना, इनका प्रयोग भी संभव नहीं।
घर को ठंडा ओर गर्म करने के लिए बिजली का उपयोग-आज घर में बिजली के पंखे हैं, फ्रिज हैं, कमरों को गर्म और ठंडा करने के उपकरण हैं। इन सबके लिए भी बिजली चाहिए। पहले जमाने में लोग खुले आंगन में सोया करते थे, पर आजकल घर के अन्दर कमरों में सोने लगे हें। घर में बिजली के पंखों के बगैर सो पाना कोई आसान कार्य नहीं।
पानी गर्म करने के लिए हीटर- आजकल घरों में पानी गर्म करने के लिए हीटर का प्रयोग होने लगा है। इसके लिए भी बिजली चाहिए।
बिजली के अनेक प्रयोग- घरों में आजकल बिजली का प्रयोग अनेक कामों के लिए किया जाता है। पानी को छत पर रखी टैंकी में चढ़ाने के लिए बिजली चाहिए। सिलाई की मशीन भी अब बिजली से चलने लगी हैं। इस प्रकार बिजली के प्रयोग घरों में भी अनेक हैं।
कम्प्यूटर- कम्प्यूटर भी आजकल घरों में प्रयोग होने लगा है। भारत तो अभी इतना विकसित नहीं हुआ है। इसलिए यहाँ घरों में कम्प्यूटर कम दिखाई देते हैं। पर जब लोगों को घर के कामों में इसकी उपयोगिता का पता चलेगा तो इसका प्रयोग घरों में भी बढ़ जाएगा। कम्प्यूटर के लिए भी बिजली चाहिए।
बिजली की घडि़याँ- आजकल तो घडि़याँ भी बिजली से चलने लगी हैं। ऐसी घडि़याँ सस्ती टिकाऊ और आकर्षक भी हैं। इन घडि़यों के लिए भी बिजली चाहिए।
उपसंहार- अतएव अब यह स्वीकार करने में कोई संकोच नहीं होना चाहिए कि बिजली के घरेलू प्रयोग अनगिनत हैं। इसका प्रयोग हम जितना चाहें, बढ़ा सकते हैं। एक से एक बढ़कर बिजली के उपकरण बाजारों में मिल जाते हैं जिनका प्रयोग हम घर में कर सकते हैं और करते हैं। यह तो एक व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह इन उपकरणों का उपयोग करता है या नहीं। हमें विश्वास है कि भविष्य में बिजली के घरेलू उपयोग का और भी विस्तार होगा। शायद ही कोई घर ऐसा बचे जहाँ बिजली का उपयोग न होता हो। बिजली तो अब हमारे जीवन की मूल आवश्यकता बन गई है। इसके बिना निर्वाह करना बहुत कठिन हो गया है।

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