Save Electricity Essay in Hindi for class 5/6 in 100 words, बिजली बचाओ पर निबंध
बिजली विज्ञान का सबसे बड़ा आविष्कार है। आज के मशीनी युग में कोई भी कार्य बिना बिजली के संभव नहीं है। बिजली बनाने के कई तरीके हैं, लेकिन मुख्य रूप से इसे पानी तथा कोयले से बनाया जाता है। हांलाकि बिजली का उपयोग करने पर हमें इसका बिल जमा करना होता है लेकिन कई लापरवाह व्यक्ति इसका प्रयोग सोच समझ कर नहीं करते हैं। क्योंकि बिजली को जमा कर के नहीं रखा जा सकता है इसलिए हमें इसका सोच समझ कर उपयोग करना चाहिये। जिससे सभी लोगों की जरूरत पूरी हो सके। हमारे देश में कई स्थान ऐसे हैं जहाँ बिजली की पहुँच नहीं हो पाई है।
Save Electricity Essay in Hindi for class 7/8 in 200 words, बिजली बचाओ पर निबंध
विज्ञान ने बहुत सारे आविष्कार किये हैं किंतु इनमें बिजली का आविष्कार सबसे महत्वपूर्ण है। क्योंकि कई अन्य आविष्कार ऐसे हैं जो बिजली के उपयोग से ही संभव हो पाये हैं और ये वे आविष्कार हैं जिन्हें हम दिन-प्रतिदिन प्रयोग में लाते हैं। बिजली के प्रयोग से मनुष्य का जीवन बहुत ही सरल हो गया है। बिजली ने हमें रेडियो, टेलीविज़न, पंखा, प्रकाश, काम सरल बनाने के लिए कम्प्यूटर मनोरंजन के कई साधन और न जाने कितनी अननिगत सुविधायें प्रदान की हैं।
बिजली हमारे लिए वफादार सेवक की तरह कार्य करती है। स्विच खोला तो काम शुरू और बन्द किया तो काम बन्द। मनुष्य जीवन में इसका इतना महत्व होते हुए भी हम इसका लावरवाही के साथ प्रयोग करते हैं। यह कोई ऐसा संसाधन नहीं है जो बिना रुके मिलता रहेगा। मुक्ष्य रूप से बिजली पानी से बनाई जाती है। अतः यह एक सीमा तक ही बनती है और सभी के लिए यह आवश्यक भी है। किंतु कुछ लोगों के दुरुपयोग के कारण कई लोग इसका आवश्यक उपयोग तक नहीं कर पाते। प्रत्येक व्यक्ति इस सुविधा का प्रयोग कर सके इसके लिए हमें आवश्यकता न होने पर बिजली से चलने वाले उपकरण बन्द कर देने चाहियें और जितना हो सके पानी का भी बचाव करना चाहिये व पेड़ों को ज्यादा से ज्यादा लगाना चाहिये। यदि हम बिजली बचायेंगे तभी हम इस ग्रह को भी बचा पायेंगे।
Save Electricity Essay in Hindi for class 9/10 in 500 words, बिजली बचाओ पर निबंध
हमारे जीवन में बिजली की उपयोगिता को देखते हुए लगता है कि बिजली के बिना जीवन संभव नहीं है। दुनिया के अधिकतर कार्य बिजली के बिना बंद हो जायेंगे। इसकी लिए इसे विज्ञान का सबसे बड़ा आविष्कार कहा जाता है। चाहे हमारे घर के दैनिक कार्य हों या कार्यालय के अथवा कहीं भी बिजली के बिना सब धीमे हो जायेंगे अथवा बंद पड़ जायेंगे। यदि हम कल्पना करें कि बिजली के बिना जीवन कैसा होगा तो सोच कर ही घबराहट हो जाये। आदि मानव जैसा जीवन जीने के लिए इन्सान मजबूर हो जाये।
बिजली से हमे सुविधापूर्ण जीवन जीने के साधन मिले हैं। गर्मी है तो पंखा, कूलर या एअर कण्डीशनर चला लो, ठण्ड है तो हीटर चला लो, गर्म पानी से नहाने के लिए गीज़र में पानी गर्म कर लो, खाना पकाना है तो भी बिजली के उपकरण उपलब्ध हैं, मनोरंजन करना है तो टेलीविज़न, रेडियो या म्यूज़िक सिस्टम चला लो। मोबाईल के बिना तो इंसान अधूरा है पर यह भी बिजली से ही चार्ज होगा, जब प्रकाश की आवश्यकता है तो स्विच खोल कर प्रकाश उपलब्ध हो जाता है, अधिकतर कार्यालयों में काम अब कम्प्यूटर पर ही होता है पर वह भी बिजली से ही चलेगा, दुनिया भर के कल-कारखाने बिजली पर ही आधारित हैं। कई बिमारियों में हमें बिजली की सहायता से ही रोग निवारण होता है।
यदि बिजली न हो तो हमारा जीवन हमें दुखदायी सा लगने लगे। लेकिन इतना होते हुए भी हम बिजली का दुरुपयोग करते ही हैं। हम सिर्फ अपने लिए सोचते हैं। हमें बिजली मिल गई बस ठीक है औरों को मिले न मिले हमें इससे फर्क नहीं पड़ता। लेकिन जितनी यह हमारे लिए आवश्यक है उतनी ही दूसरों के लिए भी। कई स्थान अभी भी ऐसे हैं जो बिजली की सुविधा से कोसों दूर हैं और वह भी सिर्फ इसलिए कि इसकी खपत लापरवाही से हो रही है और इसका उत्पादन एक सीमा तक ही हो सकता है क्योंकि इसका उत्पादन अन्य संसाधनों पर निर्भर करता है। पहले बिजली मात्र पानी से बनाई जाती थी किंतु अब यह हवा और सूर्य के प्रकाश से भी बनाई जाती है। लेकिन तभी भी इसका उत्पादन सीमित है और हमें इसे सोच-समझ कर प्रयोग करना चाहिये।
बिजली की आवश्यकता दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। इसे बचाने के लिए हमें अन्य विकल्पों की ओर भी ध्यान देना होगा। जैसे बायो गैस एवं सौर ऊर्जा का प्रयोग। हमें वृक्षों की संख्या बढ़ाने के लिए वृक्षारोपण कार्यों की ओर कदम उठाना होगा। सौर ऊर्जा के प्रयोग हेतु जनसाधारण को जागरुक करना होगा और इसके महत्व को लोगों को समझाना होगा। सरकार द्वारा इसे प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनायें लागू की गई हैं तभी भी अभी आम नागरिक इसके प्रयोग से वंचित हैं। कुछ बातें हमें अपने आम जीवन में भी ध्यान रखनी होगी जैसे बिजली के उपकरण उपयोग में नहीं आ रहे हों तो उन्हें बन्द कर दिया जाये। अपने रिफ्रिजरेटर का दरवाजा बन्द करना न भूलें।
साधारण बल्ब की जगह LED बल्ब का प्रयोग करना चाहिये क्योंकि उनमें बिजली की कम खपत होती है। वाशिंग मशीन में कपड़े तभी धोयें जब कपड़ों की मात्रा ज्यादा हो। एक-आध कपड़ा धोने के लिए वाशिंग मशीन का प्रयाग कर बिजली का दुरुपयोग न करें। बिजली के पुराने उपकरणों को प्रयोग न करें वे ज्यादा बिजली की खपत करते हैं। इनके स्थान पर नये बिजली के उपकरण प्रयोग करें। यदि हम इन सब बातों का ध्यान रखेंगे तो बिजली को बचाने में बहुत बड़ा योगदान दे पायेंगे।